जम्मू-कश्मीर का भविष्य भारत से जुड़ा हुआ है : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह

श्रीनगर, दि. २५ (वृत्तसंस्था) – दो दिन के लिए जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ़्ती के साथ संयुक्त पत्रकार परिषद को संबोधित किया| इस राज्य के युवाओं के भविष्य के लिए केंद्र सरकार किसी के भी साथ चर्चा करने के लिए तैयार है, ऐसा भरोसा राजनाथ सिंह ने इस समय दिलाया| साथ ही, पॅलेट गन का इस्तेमाल रोकने के लिए निर्णय लिया जायेगा, ऐसी जानकारी भी केंद्रीय गृहमंत्री ने दी| जम्मू-कश्मीर की ९५ प्रतिशत जनता को शांति चाहिए, ऐसा कहते हुए, अपने राज्य में हिंसक प्रदर्शन का पुरस्कार करनेवालों की संख्या पाच प्रतिशत से ज़्यादा नहीं है, ऐसा दावा मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ़्ती ने किया|

जम्मू-कश्मीरहमें भारत का भविष्य सँवारना है| लेकिन जब तक कश्मीर का भविष्य नहीं सँवर जाता, तब तक भारत का भविष्य भी नहीं बन सकता, ऐसा गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पत्रकार परिषद में स्पष्ट किया| सरकार को इस राज्य के युवकों की चिंता सता रही है| उनके भविष्य के लिए सरकार किसी से भी चर्चा करने के लिए तैयार है, ऐसा राजनाथ सिंह ने कहा| पिछले कुछ हफ़्तों से कश्मीर की आज़ादी की माँग कर रहे अलगाववादी संगठनों का प्रतिनिधित्व कर रही ‘हुरियत कॉन्फरन्स’ के साथ भारत सरकार ने चर्चा करनी चाहिए, ऐसी माँग की जा रही है| जम्मू-कश्मीर के राजकीय पक्षों ने इसके लिए विशेष आग्रह किया है| इस पृष्ठभूमि पर राजनाथ सिंह ने यह खुलासा किया।

लेकिन ‘हुरियत’ के अलगाववादी नेता केंद्र सरकार के साथ चर्चा करने के लिए उत्सुक नहीं है, ऐसा दिखाई दे रहा है| राज्य में अधिक से अधिक हिंसा फैलाने के लिए ये अलगाववादी नेता बड़ी मशक्कत कर रहे हैं| ऐसे नेताओं की कड़ी आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती ने, अपने राज्य में हिंसा का समर्थन करनेवालों की तादात पाँच प्रतिशत से अधिक नहीं है, ऐसा दावा किया|

९५ प्रतिशत कश्मीरी जनता को शांति चाहिए, ऐसा मेहबूबा मुफ़्ती ने कहा| साथ ही, अलगाववादी शक्तियाँ अपनी राजनीति के लिए बच्चों का इस्तेमाल कर रही हैं, ऐसा इल्ज़ाम भी मेहबूबा मुफ़्ती ने इस समय लगाया| बच्चों और युवाओं का ढाल की तरह इस्तेमाल करनेवाले अलगाववादी नेताओं को निशाना बनाते समय मुख्यमंत्री ने कड़वे शब्दों को प्रयोग किया|

‘जिन बच्चों को पॅलेट गन के छर्रे लगे, वे बच्चें सेना की छावनी में क्या करने गये थे? वहाँ चॉकलेट और दूध लाने के लिए तो नहीं गये थे| बच्चे और युवाओं के हाथ में पत्थर थमाकर कुछ लोग अपना स्वार्थ सिद्ध करने की कोशिश कर रहे हैं’, ऐसी कड़ी आलोचना मेहबूबा मुफ़्ती ने की है| इसी दौरान, सुरक्षाबलों द्वारा पॅलेट गन का इस्तेमाल किया जाने से कई लोगों को दृष्टि गँवानी पड़ी, ऐसी आलोचना हो रही है| इसपर केंद्र सरकार ने अपनी भूमिका स्पष्ट की|

‘पॅलेट गन’ के संदर्भ में सरकार ने एक समिति नियुक्त की है और आनेवाले कुछ ही दिनों में यह समिति सरकार को रिपोर्ट देगी| इसके बाद पॅलेट गन के इस्तेमाल पर सरकार निर्णय लेगी, ऐसा गृहमंत्री ने कहा| साथ ही, कश्मीर की जनता की समस्याओं और शिकायतों की ओर ध्यान देने के लिए जल्द ही नोडल ऑफिसर तैनात किये जायेंगे| उनके पास जनता अपनी शिकायतें दर्ज़ कर सकती है, ऐसी जानकारी केंद्रीय गृहमंत्री ने दी|

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