इस्रायल को खतम करना ईरान के लिए और भी आसान हुआ – ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के प्रमुख ने जताया विश्‍वास

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतेहरान/बैरूत – ‘वर्ष १९७९ में हुई इस्लामी क्रांती के बाद पिछले चार दशकों में ईरान ने इस्रायल को मिटाने की क्षमता प्राप्त की है| इस्रायल को दुनिया के नक्शे से मिटाना, यही अब सपना नही रहेगा| यह उद्देश्य आसानी से प्राप्त करने की क्षमता अब ईरान के पास मौजूद है’, यह ऐलान ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के प्रमुख मेजर जनरल हुसेन सलामी ने किया| ईरान के साथ ही लेबनान में ईरान से जुडी हिजबुल्लाह इस संगठन का प्रमुख हसन नसरल्ला ने भी इस्रायल में घुंसने की सभी तैयारी पूरी होने का ऐलान किया|

रिव्होल्युशनरी गार्डस् कमांडर्स की द्वैवार्षिक सभा में बोलते समय मेजर जनरल सलामी ने ईरान के सामर्थ्य में बडी बढोतरी होने का दावा किया| ‘इस्रायल को दुनिया के नक्शे से मिटाना जरूरी है और ईरान ने यह क्षमता प्राप्त की है’, ऐसा मेजर जनरल सलामी ने इस सभा में कहा| ‘पिछले चार दशकों में शत्रुदेशों ने ईरान पर कई प्रतिबंध लगाए|  लेकिन, इसके बावजूद ईरान और भी ताकदवर देश बनकर उभरा है’, यह दावा सलामी ने किया|

सलामी की इस चेतावनी के कुछ घंटे पहले ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ के उपप्रमुख अब्बास निलफोरूशान ने भी इस्रायल के टुकडे करने की धमकी दी थी| ‘ईरान ने इस्रायल को चारों बाजूसे घेर रखा है| ऐसी स्थिति में इस्रायल ईरान को धमका नही सकता| यदि इस्रायल ने ईरान पर हमला किया तो ईरान के टुकडे टुकडे होंगे और यह टुकडे भूमध्य समुद्र के तल से इकठ्ठा करने होंगे’, ऐसा निलफोरूशान ने धमकाया था|

ऐसे में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्ला ने भी इस्रायल पर हमलें करने की तैयारी होने का ऐलान किया| ‘इस्रायल संबंधी काफी अहम जानकारी हमारे गुप्तचरों के हाथ में है और जल्द ही हिजबुल्लाह के सैनिक इस्रायल में प्रवेश करेंगे’, ऐसा नसरल्ला ने घोषित किया है|

इसी बीच सीरिया, लेबनान और गाजापट्टी में ईरान से जुडे आतंकी गुटों ने ठिकानें बनाए है, यह आरोप इस्रायल रख रहा है| इन आतंकी संगठनों ने पहले भी इस्रायल पर हमला करने की धमकी दी थी| सौदी अरब के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के बाद अमरिका की सहायता से सौदी अरब ईरान पर हमला करने की तैयारी कर रहा है, यह समाचार है| लेकिन, अमरिका ने हमला किया तो ईरान इस्रायल पर हमला करके जवाब देगा, यह धमकी इससे पहले भी ईरान ने दी थी| इसी कारण अबतक ईरान पर हमला नही हुआ है, यह दावा इस्लामधर्मी देशों के कुछ विश्‍लेषक कर रहे है|

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