इस्रायल की ‘हार्ई स्पीड ट्रेन’ को सौदी अरब से जोड़ा जाएगा – इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू

तेल अवीव – इस्रायल और सौदी अरब का सहयोग स्थापित हो सकता हैं, ऐसे संकेत अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने दिए थे। अमरीका और सौदी की बातचीत में भी यह मुद्दा था, ऐसा सुलिवन ने हाल ही में स्पष्ट किया था। इसके बाद इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू न इस ट्रेन का ऐलान करके यह दावा भी किया कि,  इस्रायल के दो शहरों को जोड़ने वाली यह ट्रेन सौदी से भी जुड़ सकती हैं। पिछले कुछ दिनों से प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू और इस्रायली सरकार के अन्य नेता यह दावे कर रहे हैं कि, हमारे देश का सौदी के साथ सहयोग स्थापीत होगा ही। लेकिन, सौदी से सहयोग करने के लिएए इस्रायल की सरकार को पैलेस्टिनियों को काफी सहुलियत प्रदान करने होंगे, ऐसे दावे करने वाली खबर अमरिकी अखबार ने प्रसिद्ध की है।

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बहरीन, सूड़ान, मोरोक्को इन देशों ने इस्रायल से अब्राहम समझौता किया है। सौदी अरब भी इस्रायल के साथ जल्द ही समझौता करेगा, ऐसे दावे वर्ष २०२० में किए गए थे। लेकिन, अभी तक दोनों देशों का यह सहयोग स्थापीत नहीं हुआ है। इस्रायल ने पैलेस्टिन को लेकर अपनाई सख्त भूमिका ही इसकी प्रमुख वजह होने के दावे किए जा रहे हैं। खास तौर पर बेंजामिन नेत्यान्याहू इस्रायल के प्रधानमंत्री होने के  बाद उन्होंने पैलेस्टिन के विरोध में तीव्र भूमिका अपनाने से सौदी अरब-इस्रायल सहयोग के सामने बड़ी चुनौतियां खड़ी होती दिख रही हैं। लेकिन, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू इस्रायल और सौदी का सहयोग कोई भी नहीं रोक सकेगा, ऐसा आत्मविश्वास से कह रहे हैं।

रविवार को इस्रायल के ‘किरियात शिनॉन’ और ‘इलात’ शहरों को जोड़ने वाले हाई स्पीड ट्रेन का ऐलान प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने किया। इस्रायली नागरिकों को अपने देश में कई भी जाने के लिए दो घंटे से अधिक समय नहीं लगना चाहिये। ट्रैफिक जाम, प्रदूषण जैसी सभी समस्याओं को दूर करके दो घंटे में इस्रायल में कही भी पहुंचने की सुविधा जनता को उपलब्ध कराने का उद्देश्य हमारे सामने आने का बयान नेत्यान्याहू ने इस दौरान किया। ‘किरियात शिनॉन’ और ‘इलात’ को जोड़ने वाला यह प्रकल्प यानी इस योजना की शुरूआत होने का दावा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने किया।

अगले दौर में इस प्रकल्प का विस्तार होगा और इलात से भूमध्य समुद्र के अपने बंदरगाह को यह हाइ स्पीड ट्रेन जोड़ेगी। इसके साथ ही इस ट्रेन का सौदी अरब या उसके आगे तक विस्तार करने की महत्वाकांक्षी योजना भी इस्रायली प्रधानमंत्री ने इस दौरान रखी।

इस्रायली माध्यमों ने प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू के इस दावे को बड़ी अहमियत दी है। इस्रायल की हाई स्पीड ट्रेन सौदी अरब से जोड़ने का प्रधानमंत्री नेत्यानाहू का दावा दोनों देशों का सहयोग जल्द ही स्थापित होने के संकेत देता है। लेकिन, यह उतना आसान नहीं होने का दावा इस्रायली अखबारों ने किया है। क्यों कि, इस्रायल को हमसे सहयोग करना है तो पहले इस्रायल की सरकार को पैलेस्टिन को लेकर उदारता की भूमिका अपनानी होगी, ऐसा सौदी का कहना हैं। अमरीका के ‘द न्यूयॉर्क टाईम्स’ अखबार ने इससे संबंधित वृत्त प्रसिद्ध किया है।

इसके साथ ही इस्रायल से सहयोग करने के लिए सौदी ने और भी कुछ शर्ते अमरीका के सामने रखी हैं। इनमें हमपर हमला होने पर नाटो के सदस्य देश की तरह अमरीका हमारी रक्षा करें, यह मांग सौदी कर रहा हैं। साथ ही सौदी को नागरी परमाणु ऊर्जा प्रकल्प के लिए अमरीका की अनुमति चाहिये। साथ ही अमरीका हमें उन्नत हवाई सुरक्षा यंत्रणा प्रदान करें, इसके लिए भी सौदी बड़ा जोर लगा रहा हैं। सौदी की यह मांगे इस्रायल की आक्रामक सरकार स्वीकार नहीं कर सकेगी, यह दावा इस अखबार ने किया है।

एक ओर सौदी से हुई चर्चा में इस्रायल-सौदी सहयोग का मुद्दा अमरीका उठा रही हैं, उसी समय इस्रायल ने पैलेस्टिन को लेकर उदारता की भूमिका अपनाए बिना इस देश का सौदी से सहयोग मुमकिन नहीं होगा, यह संदेश भी अमरीका दे रही हैं। इस वजह से प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू की तीखी नीति सौदी-इस्रायल सहयोग के आड़े आने की बात बायडेन प्रशासन दर्शा रहा हैं। लेकिन, हाई स्पीड ट्रेन का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू फिर से हमारा देश सौदी से सहयोग स्थापित किए बिना नहीं रहेगा, यह विश्वास व्यक्त करते दिख रहे हैं।

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