अमरीका-ईरान अंतरिम परमाणु समझौते का इस्रायल विरोध ही करेगा – इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू

तेल अवीव – अमरिकी विदेश मंत्रालय के ‘निअर ईस्ट अफेअर्स’ विभाग की उप मंत्री ‘बार्बरा लिफ’ इस्रायल पहुंची हैं। अमरीका और ईरान के बीच अंतरिम परमाणु समझौते के लिए इस्रायल की स्वीकृति प्राप्त करने के इरादे से बार्बरा लिफ इस्रायली नेता और रक्षा अधिकारियों से बातचीत करेगी, ऐसा कहा जा रहा है। लेकिन, इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने इस मुद्दे पर अपनी भूमिका कायम रखी हैं। किसी भी स्थिति में इस्रायल इस अंतरिम परमाणु समझौते का समर्थन नहीं करेगा, ऐसा इशारा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने फिर से दिया। 

अंतरिम परमाणु समझौतेपिछले कुछ दिनों से अमरीका और ईरान अंतरिम परमाणु समझौते के मुद्दे पर बातचीत कर रहे थे। अधिकृत स्तर पर बायडेन प्रशासन ने इसका ऐलान नहीं किया है। ईरान से अप्रत्यक्ष बातचीत शुरू है, ऐसी जानकारी बायडेन प्रशासन के कुछ लोगों ने साझा की थी। लेकिन, ईरान से सीधी चर्चा शुरू नहीं हैं, यह बायडेन प्रशासन ने स्पष्ट किया है। लेकिन, इस्रायली एवं अमरिकी माध्यम इस मुद्दे पर बिल्कुल अलग ही खबरें जारी कर रहे हैं। अमरीका और ईरान की अंतरिम परमाणु समझौते पर सहमति होने के दावे इस्रायली माध्यमों ने किए हैं। 

इस समझौते के तहेत अमरीका ने रखी मांग के अनुसार ईरान अपने परमाणु प्रकल्प में यूरेनियम संवर्धन परमाणु बम बनाने के लिए ज़रूरी सीमा तक नहीं बढ़ाएगा। इसके बदले में अमरीका ईरान पर लगाए प्रतिबंध हटाएगी, ऐसे दावे अमरिकी माध्यमों ने किए थे। इस्रायली माध्यमों ने भी इन खबरों को बड़ी अहमियत देकर यह आरोप लगाया था कि, बायडेन प्रशासन इस्रायल को अनदेखा करके ईरान से यह समझौता कर रहा हैं। इसके साथ ही बायडेन प्रशासन ने ईरान की मांग के अनुसार अमरीका ने कुर्क किया हुआ ईरान का निधी मुक्त किया है, ऐसे दावे इस्रायली माध्यमों ने किए हैं।

इस वजह से परमाणु समझौता हो रहा है और इसे इस्रायल की स्वीकृति प्राप्त करने के लिए बायडेन प्रशासन कड़ी कोशिशों में लगा होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। बार्बरा लिफ का इस्रायल दौरा इसी वजह से आयोजित होने की बात कही जा रही है। लेकिन, किसी भी स्थिति में अमरीका-ईरान के इस परमाणु समझौते को इस्रायल मंजूरी नहीं देगा, ऐसा प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने बड़े ड़टकर कहा है। इस मुद्दे पर इस्रायल की भूमिका बदलना मुमकिन नहीं हैं, यह नेत्यान्याहू ने स्पष्ट किया। साथ ही इस अंतरिम परमाणु समझौते की जानकारी हम तक पहुंची जानकारी काफी सीमित होने का बयान भी प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने किया।

ईरान का परमाणु कार्यक्रम परमाणु बम बनाने के करीब पहुंचने से इस्रायल ने समय समय पर चिंता जताई थी। साथ ही ईरान ने परमाणु बम बनाया तो इस्रायल के अस्तित्व को खतरा बनेगा। इस वजह से इस्रायल ईरान को परमाणु बम प्राप्त करने नहीं देगा। इसके लिए कोई भी कीमत चुकाने के लिए इस्रायल तैयार हैं, ऐसा इशारा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने पहले ही दिया था। ऐसे में ईरान परमाणु बम प्राप्त कर ना सके, इसी लिए अंतरिम परमाणु समझौता आवश्यक होने के दावे बायडेन प्रशासन कर रहा हैं। इस मुद्दे पर बायडेन प्रशासन और नेत्यान्हायू की सरकार में गंभीर मतभेद बने हैं और इसका असर अमरीका-इस्रायल द्विपक्षीय संबंधों पर होता दिख रहा हैं। 

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