हमास का रॉकेट हमला नाक़ाम करने के लिए इस्रायल ने किया ‘आयर्न बीम’ लेज़र का इस्तेमाल – इस्रायली न्यूज़ एजेंसी की जानकारी

तेल अविव – इस्रायल की ‘आयर्न डोम’ यह दुनिया की अग्रसर हवाई सुरक्षा यंत्रणा होकर, इसकी अचूकता ९५ प्रतिशत होने का दावा किया जाता है। शॉर्ट रेंज रॉकेट्स छेदने के लिए आयर्न डोम सबसे प्रगत हवाई सुरक्षा यंत्रणा मानी जाती है। अमरीका समेत युरोपीय देश भी उस यंत्रणा की ख़रीद के लिए इस्रायल के पास पूछताछ कर रहे हैं। लेकिन अपने इस आयर्न डोम से भी प्रभावी हवाई सुरक्षा यंत्रणा इस्रायल ने विकसित की होकर, हमास के विरोध में उसका इस्तेमाल शुरू किया है। इस्रायल की सेना ने हमास का रॉकेट हमला नाक़ाम करने के लिए पहली ही बार ‘आयर्न बीम’ लेज़र यंत्रणा का इस्तेमाल किया। इसके ज़रिये इस्रायल ने भविष्यकालीन हवाई सुरक्षा यंत्रणा का परिचय करा दिया होने का दावा माध्यम कर रहे हैं।

हमास का रॉकेट हमला नाक़ाम करने के लिए इस्रायल ने किया ‘आयर्न बीम’ लेज़र का इस्तेमाल - इस्रायली न्यूज़ एजेंसी की जानकारीइस्रायल की अग्रसर न्यूज़ एजेंसी ने जारी की जानकारी के अनुसार, लष्कर ने हमास के विरोध में ‘आयर्न बीम’ यानी लेज़र गन का इस्तेमाल किया। इस्रायल की राफेल कंपनी गत कुछ सालों से ‘आयर्न बीम’ के निर्माण पर काम कर रही है। कुछ महीने पहले इस लेज़र गन का सफल परीक्षण किया गया था। लष्करी वाहन के साथ ही, विमान से भी इस लेज़र बीम का इस्तेमाल करने की तैयारी इस्रायल ने की होने की ख़बरें प्रकाशित हुईं थीं। लेकिन यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा इस्रायली सेना के बेड़े में शामिल होने के लिए २०२५ साल तक प्रतीक्षा करनी पड़नेवाली थी।

लेकिन पिछले महीने में हमास ने किया भीषण हमला और लेबेनॉन, सिरिया तथा येमन स्थित आतंकवादियों द्वारा इस्रायल की हवाई सुरक्षा को मिल रहीं चुनौतियों की पृष्ठभूमि पर, आयर्न बीम की तैनाती की प्रक्रिया तेज़ करायी गयी है। सालभर में यह यंत्रणा इस्रायल के रक्षाबल में शामिल करने के लिए आयर्न बीम के निर्माण की गति बढ़ायी गयी होने की ख़बरें सामने आ रहीं हैं। हमास का रॉकेट हमला नाक़ाम करने के लिए इस्रायल ने किया ‘आयर्न बीम’ लेज़र का इस्तेमाल - इस्रायली न्यूज़ एजेंसी की जानकारीउससे पहले ही इस्रायली सेना ने हमास के रॉकेट हमले को नाक़ाम बनाने के लिए इस लेज़र गन का इस्तेमाल किया। इसके ज़रिये इस्रायल ने, हमास समेत लेबेनॉन, सिरिया तथा येमन स्थित ईरान से जुड़े आतंकवादी संगठनों को चेतावनी दी होने का दावा इस्रायली विश्लेषक कर रहे हैं।

पिछले डेढ़ महीने की अवधि में हमास के आतंकवादियों ने इस्रायल पर १०,००० रॉकेट्स, मॉर्टर्स, ड्रोन्स तथा क्षेपणास्त्रों से हमलें किये। इस्रायल के ‘आयर्न डोम’ ने गाज़ापट्टी से हुए इन हमलों को सफलतापूर्वक नाक़ाम किया। कुछ रॉकेट्स इस्रायल के निर्जन इलाक़े में गिर गये। इसमें जीवितहानि नहीं हुई। लेकिन आयर्न डोम के इस्तेमाल का आर्थिक बोझ इस्रायल की अर्थव्यवस्था को सहना पड़ रहा है, यह बात इससे पहले सामने आयी थी।

इस्रायल के बेड़े में कुल १० आयर्न डोम बैटरीज्‌‍ अर्थात् संपूर्ण यंत्रणा है। एक बैटरी में ६० से ८० इंटरसेप्टर क्षेपणास्त्रों का समावेश रहता है। इस एक इंटरसेप्टर क्षेपणास्त्र के लिए इस्रायल को ६०,००० डॉलर्स खर्च करने पड़ते हैं। अर्थात् आयर्न डोम का इस्तेमाल, यह इस्रायल की अर्थव्यवस्था के लिए आर्थिक बोझ होने की बात सामने आयी थी। वहीं, इस्रायल को लक्ष्य बनाने के लिए हमास, हिजबुल्लाह तथा अन्य आतंकवादी संगठनों द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे रॉकेट्स की क़ीमत बहुत ही कम है। हमास का रॉकेट हमला नाक़ाम करने के लिए इस्रायल ने किया ‘आयर्न बीम’ लेज़र का इस्तेमाल - इस्रायली न्यूज़ एजेंसी की जानकारीइस कारण, इस्रायल पर दागे जानेवाले रॉकेट्स को रोकने के लिए इस्रायल को करना पड़नेवाला खर्च प्रचंड है, जिसकी तुलना में इस्रायल के शत्रुओं का खर्च नगण्य है, यह बात सामने आयी थी। इसका हवाला देकर, हमास और हिजबुल्लाह इस्रायल को कुछ सालों में ग़रीब बना सकते हैं, ऐसा कट्टरपंथी विश्लेषक बताने लगे हैं।

ऐसी परिस्थिति में, ‘आयर्न बीम’ जैसी किफ़ायती यंत्रणा का इस्तेमाल बहुत ही व्यवहार्य साबित होगा, ऐसा दावा इस्रायली लष्करी अधिकारी, विश्लेषक कर रहे हैं। इस कारण, आयर्न बीम के निर्माण को प्राथमिकता दी जा रही होकर, उसका इस्रायली रक्षाबलों में होनेवाला इस्तेमाल, आनेवाले समय में संघर्ष का पलड़ा पलट देनेवाला साबित हो सकता है।

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