इस्रायल ईरान के जाल में न फंसे- इस्रायली विशेषज्ञों की सलाह

जेरूसलेम: शनिवार को इस्रायल ने सीरिया पर किए हवाई हमले की पृष्ठभूमि पर खाड़ी की मीडिया में जोरदार चर्चा शुरू है। शनिवार को सीरिया में हमला करने वाले इस्रायल के ‘एफ-१६’ लड़ाकू विमान को सीरिया ने गिराया था। यह इस्रायल के लिए बहुत बड़ा झटका है, ऐसा दावा इस्रायली मीडिया भी कर रहा है। उसी दौरान कुछ निरीक्षकों ने आने वाले समय में इस्रायल ने सीरिया के बारे में अधिक सतर्क नीति अपनानी चाहिए, ऐसी सलाह प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की सरकार को दी है।

सीरिया में पिछले सात वर्षों से गृहयुद्ध शुरू है। सीरिया की अस्साद राजवट को हटाने के लिए हथियार हाथों में लेने वाले बागी संगठन और ‘आयएस’ के आतंकवादी भी सीरिया में सक्रिय थे। उनके साथ सीरियन लष्कर संघर्ष कर रहा था। इस संघर्ष में अस्साद की पीछेहाट शुरू होने के बाद ईरान समर्थक हिजबुल्लाह और ईरान का लष्करी पथक भी सीरिया में घुस गया। उस के बाद रशिया भी इस संघर्ष में शामिल हो गया और सीरिया के युद्ध में अस्साद का पक्ष मजबूत हो गया। यह सीरिया में हुआ महत्वपूर्ण बदलाव है, इस बात की तरफ इस्रायली निरीक्षक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

पिछले कुछ वर्षों से इस्रायल ने सीरिया में हवाई हमले किए थे। हिजबुल्लाह के हथियारों पर और सीरिया में स्थित ईरान के ठिकानों को इस्रायली लड़ाकू विमानों ने लक्ष्य बनाया था। इसका सिर्फ सीरिया ने निषेध करने के अलावा कुछ भी कार्रवाई नहीं की थी। लेकिन सीरिया के संघर्ष में अस्साद पक्ष मजबूत होने के बाद परिस्थिति बदल गई है। पिछले कुछ हफ़्तों से सीरिया में हवाई हमले करने वाले इस्रायली लड़ाकू विमानों पर सीरियन लष्कर हमले कर रहा है। इसके पहले सीरियन लष्कर ने इस तरह की कार्रवाई नहीं की थी, यह बहुत बड़ा परिवर्तन है, ऐसा कहकर इस्रायली निरीक्षकों ने नेत्यान्याहू सरकार को सतर्कता का इशारा दिया है।

ईरान का ड्रोन अपनी सीमा में घुसने के बाद इस्रायल ने इस ड्रोन को गिराया था। इस पृष्ठभूमि पर सीरिया में किए गए हवाई हमले में इस्रायल को अपना ‘एफ-१६’ विमान गंवाना पड़ा है। इस एक हमले का इस्तेमाल करके सीरिया इसके आगे इस्रायल के हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा, ऐसा इशारा दे रहा है। ईरान इस हमले का इस्तेमाल करके ईरान इस्रायल को चुनौती देने की तैयारी में है, ऐसा दुनिया को दिखा रहा है। इतना ही नहीं सीरिया की परिस्थिति बिगड़ेगी, इस तरह की कार्रवाई न करे, यह रशिया ने इस्रायल को दिया हुआ इशारा मतलब आरब-खाड़ी देश की मीडिया इस्रायल की मानहानि होने का दावा करने लगा है।

इस पूरी पृष्ठभूमि को ध्यान में रखा जाए, तो सीरिया की भूमि में ईरान और इस्रायल का युद्ध भड़केगा, ऐसी संभावना जताई जा रही है। इस्रायली प्रधानमंत्री ने इस युद्ध के लिए अपना देश तैयार है ऐसा कहा था। लेकिन सीरिया के युद्ध में सीरिया को खींचने के लिए ईरान ने जाल बिछाया है और इस्रायल इस जाल में फंसता जा रहा है, ऐसा इशारा भी कुछ इस्रायली विश्लेषक दे रहे हैं। इसके आगे सीरिया में कार्रवाई करते समय इस्रायली सरकार ने इस बारे में अधिक गंभीरता से विचार करना चाहिए। अन्यथा इस्रायल को अधिक विचित्र परिस्थिति का सामना करना पड़ सकता है, ऐसा भी इन विश्लेषकों का कहना है।

दौरान, इस्रायल का सीरिया में हवाई हमला और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू इन पर वर्तमान में हो रहे गैरव्यवहारों के आरोप और उसकी पूछताछ इसके बीच कुछ कड़ी है क्या, ऐसा सवाल इस्रायल के कुछ अख़बार कर रहे हैं।

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