अमरिका के साथ संबंध तोड़ने का तुर्की का इशारा

इस्तांबूल/वॉशिंग्टन: तुर्की ने सीरिया में शुरू की हुई मुहीम के मुद्दे पर, अमरिका और तुर्की के बीच संबंध अधिक बिगड़ने के संकेत मिले हैं। अमरिका ने अब तक अपनी भूमिका में कोई भी बदलाव न करने की वजह से तुर्की नेतृत्व भड़क गया है और संबंध सुधारने की कोशिश करें अथवा तोड़ दें, ऐसा तुर्की ने अमरिका को इशारा दिया है। अमरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तुर्की दौरे पर थे तब तुर्की के विदेश मंत्री ने यह खुला इशारा दिया था।

पिछले तीन हफ़्तों से तुर्की ने सीरिया के ‘आफ्रिन’, ‘मनजिब’ इन उत्तर में स्थित इलाकों में ‘ऑपरेशन ऑलिव्ह ब्रांच’ यह लष्करी मुहीम हाथ में ली है। सीरिया के कुर्दों से तुर्की की सुरक्षा को खतरा है। यह कुर्द तुर्की के ‘पीकेके’ इस कुर्द आतंकवादी संगठन के साथ संलग्न होने का आरोप करके तुर्की ने यह कार्रवाई शुरू की है। ‘पीकेके’ की तरह सीरिया के कुर्द भी आतंकवादी हैं और उनपर की गई कार्रवाई उचित ही है, ऐसा दावा तुर्की ने किया है। अब तक इस कार्रवाई में १३०० से अधिक आतंकवादियों का खात्मा किए जाने की जानकारी भी तुर्की ने दी है।

सीरिया में आयएस के खिलाफ संघर्ष के हिस्से के तौर पर पिछले कुछ वर्षों से करीब २००० से अधिक सैनिक सीरिया में तैनात हैं। सीरिया में आयएस के खिलाफ मुहीम में अमरिका ने उत्तर सीरिया के कुर्द संगठनों की मदद ली है और आयएस को पराभूत करने में इन संगठनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की बात भी कबूल की है। इस दौरान अमरिका ने कुर्दों को बड़े पैमाने पर हथियारों का भंडार और अन्य सहायता की आपूर्ति की है।

अमरिका और कुर्दों के बीच के इस सहकार्य पर तुर्की ने खुलकर नाराजगी जताई है और अमरिका इस सहकार्य को बंद करे, यह माँग भी तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने बार बार की है। आयएस और अन्य आतंकवादी संगठनों के खिलाफ लड़ने वाला अमरिका कुर्दों के मामले में दोहरी नीति अपना रहा है, ऐसा आरोप भी एर्दोगन और अन्य तुर्की नेताओं ने बार बार किया है। इस मुद्दे को लेकर दोनों देशों के बीच शाब्दिक मुठभेड़ शुरू थी, ऐसे में पिछले महीने में तुर्की ने हाथों में ली मुहीम, इसमें तेल डालने वाली साबित हुई है।

तुर्की की चल रही कार्रवाई के इलाके में अमरिकी लष्करी टुकडियां भी तैनात हैं और इस मुद्दे को लेकर अमरिका ने तुर्की को उचित सन्देश दिया है। लेकिन तुर्की ने अमरिका के इस सन्देश को नजरअंदाज किया है और आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई अधिक आक्रामक की है। इस वजह से दोनों देशों के बीच संबंध अधिक बिगड़े हैं और ‘नाटो’ ने भी इस पर चिंता जताई थी। उस में तुर्की के विदेश मंत्री के वक्तव्य से दोनों देशों के बीच संबंध टूटने के कगार पर हैं, इस खबर की पुष्टि हो रही है।

अमरिका और तुर्की के बीच संबंध निर्णायक पड़ाव पर हैं। इन्हें एक तो सुधारा जा सकता है अथवा हमेशा के लिए टूट सकते हैं। अब अमरिका ने मनजिब में उचित निर्णय लेना चाहिए’, इन शब्दों में तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लु ने अमरिका को कठोर इशारा दिया है। अमरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ‘एच. आर. मैकमास्टर’ तुर्की के दौरे पर थे, तब यह इशारा दिया गया था, इस वजह से यह ध्यान आकर्षित करने वाला साबित होता है। मैकमास्टर ने तुर्की राष्ट्राध्यक्ष के सलाहकार इब्राहिम कैलिन से रविवार को मुलाक़ात करने की जानकारी सूत्रों ने दी है।

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