ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमले करने के लिए इस्रायल चौकन्ना है – इस्रायल के संरक्षदल प्रमुख अविव कोशावी

तेल अविव – ‘खाडी स्थित किसी भी देश में हर हफ्ते कम से कम एक बार ईरान के खिलाफ मुहिम पूरी करने में इस्रायल सफल होता है। ईरान में लश्करी कार्यवाई के लिए भी इस्रायल ने अच्छी तैयारी कर ली है। इस्रायल के लश्कर को जब मिलेंगे, उस दिन ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमले किए जाएंगे और लश्कई मुहिम सफलतापूर्वक पार की जाएगी।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, विशेषरूप से रशिया-युक्रेन युद्ध के प्रभाव खाडी में दिखाई देने लगे हैं। रशिया का समर्थन करनेवाले ईरान के खिलाफ अमेरिका, युरोपिय देश एवं इस्रायल से आक्रामक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इस्रायल के संरक्षणदल प्रमुख लेफ्टनन्ट जनरल अविव कोशावी ने ‘इन्स्टिट्युट फॉर नॅशनल सिक्युरिटी स्टडीज्‌‍’ इस अध्ययन गुट को संबोधित करते हुए ईरान का पराणु प्रकल्प इस्रायल के निशाने पर होने की बात कही।

ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित ठिकानों पर लश्करी कार्रवाई करने के लिए इस्रायल चौकन्ना है, ऐसा कोशावी ने कहा। कुछ सप्ताह पहले इस्रायल के संरक्षणदल प्रमुख ने ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमले करने की तैयारी शुर होने की बात कही थी। तो इससे पहले इस्रायली लश्कर ईरान के परमाणु एवं सैन्य ठिकानों पर हमले की तैयारी करे, ऐसी सूचना कोशावी ने की थी। इसके बाद इस्रायल के संरक्षदल प्रमुख ईरान को इशारा दे रहे हैं।

इसके अलावा खाडी देशों में ईरान के हित के खिलाफ इस्रायल की कार्रवाईया जारी होने का अहसास कोशावी ने दिलाया। हफ्ते में एक बार इस्रायल खाडी देशों में ईरान के खिलाफ कम से कम एक मुहिम चलाता है ऐसा कोशावी ने कहा। लेबेनान की तरह सीरिया में भी हिजबुल्लाह और अन्य इस्रायल विरोधी आतंकी संगठन बनाने के इस्रायल के इरादे पाए जाने का दावा कोशावी ने किया।

ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी अगले मंगलवार को सीरिया का दौरा करेंगे। ‘राष्ट्राध्यक्ष रईसी के हिस्से में सीरिया के दौरे से निराशा ही हाथ लगेगी। क्योंकि, ईरान को सीरिया में सैंकडों मिसाईलें और हजारों आतंकी तैनात करने थे। पर आज सीरिया में ईरान के कुछ अड्डे, जवान एवं शस्त्र भंडार नहीं बचा है, यह रईसी को देखना पडेगा। यह अचानक नहीं हुआ है बल्कि, पिछले दस सालों से इस्रायल ने ‘सीरिया में युद्ध के दौरान, किए हुए युद्ध के कारण’ संभव हो पाया है’, इसका अहसास उन्होंने कराया।

इस्रायल के खिलाफ अंतरराष्टीय श्रुंखला वर्ष 2023 का सबसे बडा धोखा

सन 2023 के लिए ईरान इस्रायल का सबसे बडा दुश्मन नहीं है, ऐसा दावा इस्रायली सेना के गुप्तचर विभाग ने किया है। ईरान इस्रायल विरोध का केंद्र नहीं है, बल्कि इस्रायल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला का भाग है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आव्हान 2023 में सबसे धोखादायक होगा। अमेरिका-चीन में तनाव पर बहुत कुछ निर्भर होने की बात इस्रायली सेना के गुप्तचर विभाग ने कही है। तो युक्रेन में युद्ध और चीन की गतिविधियों की वजह से बाधित हुई आपूर्ति श्रृंखला, इस्रायक जे समक्ष दूसरा बडा खतरा है। तो सन 2023 में गाज़ापट्टे और वेस्ट बैंक में बढते हुए अस्थैर्य इस्रायल की सुरक्षा के लिए तीसरे क्रमांक का खतरा होगा, ऐसा इशारा इस्रायली गुप्तचर विभाग ने दिया है।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.