इस्राएल भारत को ‘बराक-८’ प्रदान करेगा

नई दिल्ली, दि. ८: भारत-इस्राएल के बीच मिसाईल्सभेदी यंत्रणा का करीब १२ हजार ८०० करोड़ रूपये का समझौता संपन्न हुआ है| इस्राएल के ‘एरोस्पेस इंडस्ट्रीज’ (आयएआय) द्वारा इसका ऐलान किया गया| जुलाई महीने में भारत के प्रधानमंत्री इस्राएल की यात्रा पर जाने वाले हैं| इससे पहले हुआ यह समझौता महत्त्वपूर्ण माना जाता है|

‘बराक-८’

ज़मीन से आकाश प्रक्षेपास्त्र दागनेवाली और ७० किलोमीटर के क्षेत्र में दुश्मन के विमान, ड्रोन और मिसाईल्स हवा में नष्ट करने की क्षमता रखने वाली ‘बराक-८‘(एमआर-सॅम) यह यंत्रणा इस्राएल भारत को देने वाला है| इस यंत्रणा के बारे में के साथ पिछले कुछ महीनों से चर्चा चल रही थी| हवाई सुरक्षा और मजबूत करने के लिए भारत द्वारा पिछले कुछ सालों से कोशिश की जा रही है| इसके तहत इस्रो ने ‘पृथ्वी’ यह अत्याधुनिक मिसाईल्सभेदी यंत्रणा विकसित की है| इसके अलावा ‘एलआर-सॅम’ यह लंबी पहुँच की मिसाईल्सभेदी यंत्रणा इस्राएल द्वारा खरीदने का फैसला इससे पहले ही किया गया था| साथ ही, रशिया के साथ, एस-४०० इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा को खरीदने की चर्चा शुरू है|

इसके साथ अब ‘बराक-८’(एमआर-सॅम) यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा इस्राएल से खरीदी जाने वाली है| यह यंत्रणा अत्याधुनिक होकर, हवा में लक्ष्य अचूकता से भेद सकती है| विशेष बात यह है कि ‘मेक इन इंडिया’ उपक्रम के तहत इस मिसाईल्स का निर्माण भारतीय कंपनियों द्वारा भारत में होने वाला है| इसके अलावा ‘आयएनएस विक्रांत’ इस विमानवाहू युद्धपोत पर बिठाने के लिये ‘आयएआय’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा भी इस्राएल भारत को सौंपने वाला है|

इसके साथ ही, इस्राएल भारत को ड्रोन्स और हवाई हमले की पूर्वसूचना देने वाली ‘अवॅक’ यह अत्याधुनिक रडारयंत्रणा देने के लिए उत्सुक है| इस मामले में दोनों देशों की बातचीत चल रही है| इसके कारण भारत की रक्षासंबंधित ज़रूरतें पूरी करने के लिए इस्राएल तेज़ी से कदम उठा रहा है| आनेवाले समय में रशिया और अमरीका इन, भारत को हथियार और रक्षासामग्री की आपूर्ति करने वाले देशों के साथ इस्राएल की प्रतिस्पर्धा और तीव्र होगी, ऐसा दावा जानकारों द्वारा किया जा रहा है|

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