चीन के ज्यूविद्वेषी बयानों पर इस्रायल ने जताया ऐतराज़

बीजिंग – इस्रायल और हमास के बीच जारी संघर्ष पर चीन के सरकारी न्यूज़ चैनल ने की टिप्पणी पर इस्रायल ने सख़्त ऐतराज़ जताया। चीन के अधिकृत सरकारी न्यूज़ चैनल पर इस्रायल के विरोध में, ज्यूधर्मियों के संदर्भ में किए विद्वेषपूर्ण बयान निंदनीय हैं, ऐसी आलोचना बीजिंग स्थित इस्रायली दूतावास ने की। साथ ही, चीन में किए अरबों डॉलर के निवेश से इस्रायल किनारा करनेवाला होने की खबरें आने लगीं हैं।

China-jews-Isrealपिछले तीन हफ्तों से चीन की तानाशाही कम्युनिस्ट हुकूमत और सरकारी माध्यमों द्वारा इस्रायल को लक्ष्य किया जा रहा है। इस महीने की शुरुआत में, जापान स्थित चीन के दूतावास ने सोशल मीडिया में एक कार्टून पोस्ट किया था। उसमें, हाथ में हथियार और इस्रायली ध्वज लिया हुआ हमलावर रेखांकित किया गया था।

जापान स्थित इस्रायल के राजदूत ने इसकी तुरंत दखल लेकर, उसपर चीन के राजदूत को खरी खरी सुनाई थी। उसके बाद चीन के राजदूत ने यह कार्टून हटा दिया। इस घटना के दस ही दिनों में, संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में चीन ने इस्रायल विरोधी प्रस्ताव प्रस्तुत करने की कोशिश की। अमरीका के नकाराधिकार (वीटो) के कारण यह प्रस्ताव पारित नहीं हो सका। इसके लिए चीन ने अमरीका की ज़ोरदार आलोचना की थी।

China-jews-Isreal-01-300x200सुरक्षा परिषद में चीन की कोशिशों को मिली इस असफलता पर, चीन के सरकारी न्यूज़ चैनल ने मंगलवार को एक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इसमें न्यूज रीडर झेंग जुन्फेंग ने, ‘अमरीका और अमरीका की विदेश नीति धनी ज्यू लॉबी के कब्जे में हैं, इस कारण अमरीका इस्रायल के विरोध में नहीं जा सकती’ ऐसे कई विद्वेषी बयान किये। कम्युनिस्ट हुकूमत की भूमिका रखनेवाले इस सरकारी न्यूज़ चैनल से प्रसारित हुए इन बयानों पर चीन स्थित इस्रायल के दूतावास ने तीव्र ऐतराज़ जताया।

‘सारी दुनिया ज्यू नियंत्रित करते हैं, ऐसी काल्पनिक कथाओं का दौर पीछे छूटा है ऐसा हमें लग रहा था। लेकिन दुर्भाग्यवश आज भी कुछ देशों में ज्यूविद्वेष कायम है। चीन के सरकारी न्यूज़ चैनल ने किए निंदनीय बयानों से यही स्पष्ट हो रहा है’, ऐसी फटकार इस्रायली दूतावास ने लगाई है।

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