प्रदर्शनों से ड़री ईरानी हुकूमत प्रदर्शनकारियों को फांसी पर लटका रही हैं – अमरिकी विदेश मंत्रालय का आरोप

तेहरान – हिज़ाब सख्ति के खिलाफ हो रहें प्रदर्शनों में शामिल हुए २५ लोगों को ईरान की अदालत ने फांसी की सज़ा सुनाई हैं। इसके अलावा ४०० प्रदर्शनकारियों को कैद सुनाई गई हैं। इसके साथ ही ईरान ने और एक प्रदर्शनकारी को फांसी देने की खबर प्राप्त हुई हैं। साथ ही प्रदर्शनों का समर्थन करने वाले फूटबॉल खिलाड़ी एवं अभिनेता को भी फांसी होगी, यह दावा किया जा रहा हैं। इसकी गूंज पूरे विश्व में सुनाई दे रही हैं और अमरीका ने ईरान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ‘ईरान की जनता ने शुरू किए प्रदर्शनों से इस देश का नेतृत्व बड़े खौफ में हैं और इसी वजह से प्रदर्शनकारियों को फांसी पर लटकाया जा रहा हैं। ईरान की जनता पीछे हटे, इसी मंशा से यह सब कुछ शुरू हैं’, यह आरोप अमरिकी विदेश मंत्रालय ने लगाया।

फांसीईरान में प्रदर्शन शुरू होने के तीन महीने पूरे हुए हैं। हिज़ाब सख्ति विरोधी शुरू हुए यह प्रदर्शन यानी हुकूमत विरोध भड़काए गए दंगे होने का आरोप लगाकर प्रदर्शनकारियों को आतंकी करार दिया गया है। इन प्रदर्शनों को कुचलने के लिए ईरान की सुरक्षा यंत्रणा ने की हुई कार्रवाई के दौरान कम से कम ४९० लोग हताहत हुए हैं और इनमें ६८ बच्चों का समावेश होने का दावा किया जा रहा हैं। ऐसे में ईरान ने इसी मामले में १८,२०० लोगों को हिरासत में रखा होने का आरोप मानव अधिकार संगठन ने लगाया था।

ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी ने दिए आदेश के बाद पिछले तीन हफ्तों से ईरान के रिवोल्युशनरी अदालत ने गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों को सज़ा सुनाना शुरू किया हैं। ईरान ने पिछले दो हफ्तों में दो प्रदर्शनकारियों को फांसी चढ़ाया हैं और नामांकित फूटबॉल खिलाड़ी अमिर रेझा नस्र अज़ादानी को भी जल्द ही फांसी होगी, ऐसी खबरे प्राप्त हो रही हैं। अज़ादानी पर प्रदर्शनकारियों का समर्थन एवं सुरक्षा रक्षक की हत्या करने का आरोप लगाया गया है।

फांसीअज़ादानी को सुनाई सज़ा का फूटबॉल खिलाड़ियों की अंतरराष्ट्रीय संगठन ने संज्ञान लेकर ईरान की आलोचना की है। पूरे विश्व में ईरान में प्रदर्शनकारियों पर हो रही कार्रवाई की आलोचना हो रही हैं। अमरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राईस ने ईरान की हुकूमत अपनी ही जनता पर अमानवी अत्याचार कर रही हैं, यह आरोप लगाया। जनता के प्रदर्शनों की वजह से ईरान की हुकूमत खौफ में हैं और इसी से प्रदर्शनकारियों पर यह कार्रवाई होने का दावा प्राईस ने किया।

छात्र, कलाकार, खिलाड़ी, मानव अधिकार कार्यकर्ता, पत्रकारों के साथ ही ईरान की हुकूमत प्रदर्शनकारियों के लिए कानूनन जंग कर रहें वकिलों पर भी कार्रवाई करती सामने आयी हैं। ईरानी यंत्रणाओं ने चार वकिलों को हिरासत में लिया हैं और और कुछ को धमकाने की खबर अमरिकी समाचार चैनल ने दी हैं। ईरान में अल्पसंख्यांक सुन्नीपंथीयों के सर्वोच्च धामिक नेता ने प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया हैं। ईरानी हुकूमत ने प्रदर्शनकारियों को सुने बिना कार्रवाई की तो इसके परिणाम बड़े गंभीर होंगे, ऐसा इस सुन्नी नेता ने धमकाया हैं।

इसी बीच, ब्रिटेन, फ्रान्स और यूरोपिय महासंघ ने प्रदर्शनकारियों पर हो रही कार्रवाई का निषेध करके ईरान की सरकार, रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ से संबंधित ३० से अधिक लोगों पर प्रतिबंध घोषित किए हैं। ऐसे में ईरान ने भी ब्रिटेन और यूरोपिय देशों के राजदूत को समन्स थमाया हैं। ईरान की इस अस्थिरता के लिए पश्चिमी देश ज़िम्मेदार होने का आरोप ईरान ने लगाया हैं।

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