ईरान के गैस स्टेशन्स पर बड़ा साइबर हमला

तेहरान – मंगलवार को ईरान के गैस स्टेशन्स पर अब तक का सबसे बड़ा साइबर हमला हुआ। इस कारण ईरान के गैस स्टेशन्स पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगीं थीं। इन साइबर हमलों की ज़िम्मेदारी का स्वीकार अभी तक किसी ने नहीं किया है। लेकिन इस प्रकार के साइबर हमलों के लिए ईरान ने इससे पहले इस्रायल को ज़िम्मेदार ठहराया था।

ईरान की सरकार ने अपनी जनता के लिए रियायती दरों में ईंधन तथा प्राकृतिक वायु उपलब्ध करा दिए होकर, इसके लिए ड्राइवरों को डिजिटल कार्ड प्रदान किया है। अमरीका ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों के बाद, ईरानी जनता इन सहूलियतों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल कर रही है, ऐसा कहा जाता है।

Iran-cyber-attackलेकिन मंगलवार को गैस स्टेशन्स पर गाड़ियाँ लेकर आई ईरानी जनता का डिजिटल कार्ड हैक हुआ। मशीन पर कार्ड का इस्तेमाल होते ही, ‘साइबरअटैक 64411’ ऐसा संदेश दिखाई दे रहा था। राजधानी तेहरान से लेकर ईरान के अधिकांश सभी गैस स्टेशन्स पर ऐसी परिस्थिति थी। वहीं, गैस स्टेशन्स पर होनेवाले बड़े डिजिटल बोर्ड पर ‘खामेनी! व्हेअर इज् दी गैस?’ तथा ‘फ्री गैस इन जामरान गैस स्टेशन’, ऐसे संदेश लिखे दिखाई दे रहे थे।

यह साइबर हमला होने की जानकारी ईरान सरकार के सूत्रों ने दी। उसके बाद ईरान में संबंधित अधिकारियों की इमरजेंसी बैठक बुलाई गई। ईरान की सरकारी न्यूज़ एजेंसी ने दी जानकारी के अनुसार, गैस स्टेशन्स पर जारी हुए संदेश में दिखाई देनेवाला पाँच आंकड़ों का नंबर, यह ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी का हॉटलाईन संपर्क होने का दावा किया जाता है।

महीनेभर पहले ईरान की रेलवे लाइन पर साइबर हमला हुआ था। उस समय रेलवे स्टेशन पर होनेवाले डिजिटल बोर्ड पर भी यह पाँच आंकड़ों का नंबर डिस्प्ले हुआ था। इसके पीछे इस्रायली हैकर्स होने का आरोप ईरान ने किया था।

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