इराण के खुफिया एजंसी ने रची हत्या की साजिश के बाद डेन्मार्क द्वारा इराण पर निर्बंध लगाने की तैयारी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

कोपनहेगन – खामेनी राजवट की विरोधकों को खतम करने के लिये इराण की खुफिया एजंसीने रची और एक साजिश उधेडी गई है| डेन्मार्क की सुरक्षा संस्था ने यह साजिश उधेडकर अपनी देश में आतंकी कारवाई करने के लिये तैयार इराण की आलोचना की है| इस दौरान डेन्मार्क ने तेहरान में नियुक्त अपने राजदूत को स्वदेश वापर बुलाया है| इसी के साथ इराण पर निर्बंध लगाने के लिये डेन्मार्क ने अपनी युरोपियन मित्र देशों के साथ चर्चा की शुरूआत की है|

पिछले हफ्ते में डेन्मार्क की सुरक्षा एजंसीने नॉर्वे के एक संदिग्ध को गिरफ्त में लिया था| इस इराणी वंश के व्यक्ती से मिली जानकारी के अनुसान डेन्मार्क के ‘अरब स्ट्रगल मुव्हमेंट फॉर द लिबरेशन ऑफ अहवाझ’ गुट के प्रमुख की हत्या करने की साजिश थी| इराणी खुफिया एजंसी ने दिये आदेश के अनुसार संबंधित हमलावर ने इराण की खामेनी सत्ता के विरोधक की हत्या करने कि तैयारी की थी| लेकिन डेन्मार्क की सुरक्षा एजंसी ने की हुई कारवाई के कारण यह साजिश उधेडी गई|

हफ्तेभर की पूछताछ के बाद डेन्मार्क के विदेशमंत्री ऍड्रेस सॅम्युल्सन इन्होंने दि हुई जानकारी में इराण की खुफिया एजंसी पर आरोप जडे है| ‘इराणी खुफिया एजंसी डेन्मार्क में कर रही हरकते कभी भी सहन नही की जायेगी, इसी लिये डेन्मार्क ने अपने राजदूत को वापस बुलाया है’, ऐसा सॅम्युल्सन इन्होंने कहा है|

डेन्मार्क के खुफिया एजंसी के प्रमुख फिन बोर्श अँडरसन इन्होंने भी इराणी खुफिया एजंसी की हरकते सहन नही करेंगे, यह फटकार लगाई है|

यह साजिश उधेडने के बाद डेन्मार्क ने अने मित्र देश और युरोपिय महासंघ के उच्चस्तरीय अधिकारीयों के चर्चा शुरू की है| युरोपिय देशों में विध्वंस कर रहे इराण की खुफिया एजंसी पर कडी कारवाई और इराण पर कडे निर्बंध लगाने के विषय में डेन्मार्क मित्र देशों के साथ युरोपिय महासंघ के सामना मांग रखने की तैयारी में है| डेन्मार्क के प्रधानमंत्री लार्स लोके रासमुसेन इन्होंने ओस्लो में उत्तरी युरोपियन देशों के नेताओं के साथ चर्चा की है| डेन्मार्क की इस तैयारी का इस्रायल ने स्वागत किया है| युरोपियन देशों की सुरक्षा खतरे में ला रहे इराण पर युरोपिय देश कठोर रवैय्या अपनाए, ऐसी मांग इस्रायल ने रखी है|

महिने पहले इड़ाण के दक्षिणी हिस्से के ‘अहवाझ’ शहर में रिव्होल्युशनरी गार्डस् ने किये संचलन के दौरान आतंकी हमला हुआ था| इस हमले में २२ लोग ढेर हुए थे| रिव्होल्युशनरी गार्डस् के जवानों की जान लेने वाले इस आतंकी हमले के लिये इराण की खामेनी सत्ता के विरोधी आतंकी संगठन है, ऐसा आरोप इराण ने किये थे| इन आतंकी संगठनों को युरोपिय देशों की सहाय्यता प्राप्त हो रही है, ऐसा दावा करके इराण ने ब्रिटन, नेदरलैंड और डेन्मार्क पर आरोप जडे है| साथ ही इन युरोपिय देशों के राजदूतों को समन्स सौंपे है|

इसके पहले अप्रैल महिने में फ्रांस की राजधानी पैरिस मे आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बडा आतंकी हमला करने की साजिश उधेडी गई थी| इराण के शासन के विरोधी गुट ने आयोजित किये इस कार्यक्रम के दौरान हमला करने की कोशिष मे रहे चार लोगों को फ्रांस, जर्मनी और बेल्जिअम से गिरफ्त में लिया गया था| इस साजिश के पिछे इराण की खुफिया एजंसी थी, ऐसा स्पष्ट हुआ था| फ्रांस, जर्मनी और बेल्जिअम ने इस संदर्भ में समन्स जारी करके इराण के राजदूत को कडे शब्दों में कारवाई करने की चेतावनी दी थी|

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