यूरोपीय संसद के चुनाव में प्रस्तावित नेतृत्व को खदेड़ा जाएगा – इटली की चेतावनी

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रोम / ब्रूसेल्स – आनेवाले वर्षों में होनेवाले यूरोपीय संसद के चुनाव में राजनीतिक भूकंप होने की आशंका है और यूरोप की जनता प्रस्थापित नेतृत्व को बाहर खदेडेगी ऐसी चेतावनी इटली के सत्ताधारी अग्रणी के प्रमुख नेताओं ने दी है। इटली के प्रधानमंत्री लुईगी डि मेओ ने यूरोपियन संसद के चुनाव के बाद नियम बदलेंगे, ऐसा सूचित किया है। अंतर्गत सुरक्षा मंत्री मैटियो साल्व्हिनी ने राष्ट्रवादी गट को सफलता मिलेगी ऐसी चेतावनी दी है।

पिछले वर्ष इटली में बायें एवं राष्ट्रवादी विचारधारा के पक्ष की सरकार सत्ता पर आयी है और इस सरकार ने शरणार्थियों के मुद्दे पर, आर्थिक बातों को लेकर महासंघ के धारणाओं पर जोरदार विरोध किया है। इटली यह महासंघ में प्रभावी सदस्य देश के तौर पर एक होने की वजह से , इटली से होनेवाला विरोध महासंघ में प्रस्थापित नेतृत्व को तकलीफ में ला सकता है। यूरोपीय कमीशन के प्रमुख जीन क्लौड जंकर इनके साथ प्रमुख नेताओं ने इटली पर लगातार आलोचना की है और कार्रवाई की भी चेतावनी दी है।

पर इटली के सत्ताधारियों ने किसी भी दबाव के आगे ना झुकते हुए आक्रामक तौर पर अपनी धारणा एवं निर्णय कार्यान्वित करने शुरू किये है। इटली के अंतर्गत रक्षा मंत्री मैटियो साल्व्हिनी ने शरणार्थियों के मुद्दे पर कड़ी भूमिका लेकर ने शरणार्थियों को स्वीकारने से इनकार किया है। उसी समय इटली के वित्त संकल्प के मुद्दे पर महासंघ के नियम नहीं पाले जाएंगे और स्थानीय जनता का हित देखा जाएगा, ऐसा इटली के उप प्रधानमंत्री ने सूचित किया है।

पिछले २४ घंटों में इटली के प्रमुख नेताओं ने महासंघ के विरोध में अपनी भूमिका अधिक आक्रामक की है, ऐसा उनके नए विधान से दिखाई दे रहा है। बैंकर्स, शरणार्थियों की झुंड एवं आर्थिक असुरक्षितता, इनके नीव पर खडा  रहा यूरोप इटली की जनता एवं उनके सरकार को धमकाने की हिम्मत कैसा कर सकते हैं, ऐसा आक्रामक सवाल अंतर्गत रक्षा मंत्री मैटियो साल्व्हिनी ने किया है। महासंघ जल्दबाजी न करते हुए स्वस्थ रहें। क्योंकि आनेवाले ६ महीनों में यूरोप में ५० करोड़ मतदाता उन्हें बाहर खदेड़ने वाले हैं और हम आगे जानेवाले हैं, ऐसा मैटियो साल्व्हिनी ने सूचित किया है।

उप-प्रधानमंत्री लुईगी डि मेओ ने साल्व्हिनी के भूमिका को अधिक आक्रामक शब्दों में प्रस्तुत करके यूरोपीय संसद के चुनाव में सत्ता बदलाव होने के संकेत किए हैं। यूरोप में संसद के चुनाव के बाद राजनीतिक भूकंप होनेवाला है और सभी नियम बदलनेवाले हैं। सभी यूरोपीय देशों में निर्णय सामने आ रहे हैं। पिछले वर्ष इटली के चुनाव में जो हुआ था, वही दोहराया जाएगा, ऐसी चेतावनी इटली के उप-प्रधानमंत्री ने दी है।

इसी दौरान मैटियो ने शरणार्थियों के मुद्दे पर अपनी भूमिका अधिक आक्रामक करके इटली की सरकार जर्मनी से आनेवाले शरणार्थी को नहीं स्वीकारेगा, ऐसी चेतावनी दी है। जर्मनी अथवा महासंघ ने वैसे प्रयत्न किए तो उसके लिए इटली के हवाई अड्डे बंद किए जाएंगे, ऐसा इटली के अंतर्गत रक्षा मंत्री ने सूचित किया है।

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