अमरीका-ब्रिटेन-यूरोपिय महासंघ के प्रतिबंधों पर प्रत्युत्तर देने की ईरान की धमकी

वॉशिंग्टन/ब्रुसेल्स/तेहरान – ईरान में जारी हुकूमत विरोधी प्रदर्शनों में शामिल प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई कर रहे रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ पर अमरीका, ब्रिटेन और यूरोपिय महासंघ ने प्रतिबंध घोषित किए हैं। इसके तहत पश्चिमी देशों ने रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के वरिष्ठ कमांडर्स पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। इस वजह से गुस्सा हुए ईरान ने अमरीका, ब्रिटेन और यूरोपिय महासंघ को जोरदार प्रत्युत्तर देने की धमकी दी है। हम भी पश्चिमी देशों को जैसे को तैसा जवाब देंगे, ऐसा इशारा ईरान ने दिया है।

अमरीका-ब्रिटेन-यूरोपिय महासंघ के प्रतिबंधों पर प्रत्युत्तर देने की ईरान की धमकीपिछले चार महीनों से ईरान में हुकूमत के विरोध में तीव्र प्रदर्शन हो रहे हैं। सौ से भी अधिक शहरों में शुरू इन प्रदर्शनों को दबाने के लिए ईरान की हुकूमत ने रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ का इस्तेमाल किया था। इस दौरान ५०० से भी अधिक प्रदर्शनकारियों के मारे जाने का दावा किया जा रहा है। रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ और उससे जुड़े सशस्त्र गुटों ने प्रदर्शनकारियों पर की हुई ऐसी कार्रवाई का पूरे विश्व में निषेध किया गया था। अमरीका और यूरोपिय देशों में भी ईरानी हुकूमत विरोधी प्रदर्शनों का आयोजन किया गया था।

लेकिन, पिछले हफ्ते की एक घटना से पश्चिमी देश ईरान पर प्रतिबंध लगाने के लिए आक्रामक हुए। ईरान ने पिछले महीने से ही हुकूमत के विरोध में प्रदर्शन करने वालों को फांसी चढ़ाना शुरू किया था। लेकिन, पिछले हफ्ते ईरान ने पूर्व उप-रक्षा मंत्री अलीरेझा पर ब्रिटेन के लिए जासूसी करने का आरोप लगाकर उन्हें फांस चढ़ाया था। अलीरेझा ब्रिटीश नागरिकता भी रखते थे। अमरीका-ब्रिटेन-यूरोपिय महासंघ के प्रतिबंधों पर प्रत्युत्तर देने की ईरान की धमकीउन्हें फांसी होने के बाद ब्रिटेन समेत यूरोपिय महासंघ से भी ईरान पर प्रतिबंध लगाने के साथ रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग हुई थी।

इस पृष्ठभूमि पर अमरीका समेत ब्रिटेन और यूरोपिय महासंघ ने ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ को लक्ष्य करके प्रतिबंध घोषित किए। इसके अनुसार रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ जैसी ईरान की प्रमुख सैन्य संगठन के साथ इसके वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाए हैं। लेकिन, रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ को आतंकी संगठन घोषित करने की जल्दबाजी नहीं करेंगे, ऐसा यूरोपिय महासंघ ने कहा है। अमरीका ने पहले ही रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ को आतंकी संगठनों की सुचि में शामिल किया है और ब्रिटेन की संसद में भी इससे संबंधित प्रस्ताव रखा गया है।

इन प्रतिबंधों की वजह से गुस्सा हुए ईरान ने अमरीका, ब्रिटेन और यूरोपिय महासंघ को जल्द ही जोरदार प्रत्युत्तर दिया जाएगा, इन देशों को उन्हीं की भाषा में जवाब मिलेगा, ऐसी धमकी भी दी हैं। साथ ही रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ को आतंकी संगठन घोषित करने की कोशिश होती हैं तो इससे यूरोपिय महासंघ की सुरक्षा पर बड़े परिणाम होंगे, ऐसा ईरान के विदेश मंत्री ने धमकाया है। ब्रिटेन के साथ यूरोपिय महासंघ के प्रमुख सदस्य देशों की सेना को आतंकी संगठन करार देने की धमकी ईरान ने पहले ही दी थी।

हुकूमत की चेतावनी के बावजूद ईरान में प्रदर्शन शुरू

तेहरान – ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ और पुलिस ने लगाए चेक पॉईंटस्‌‍ एवं रोड ब्लॉक्स की परवाह किए बिना प्रदर्शनकारियों ने हुकूमत विरोधी प्रदर्शन जारी रखे हैं। ईरान के झाहेदान एवं कुर्द क्षेत्र में प्रदर्शनकारी साहस दिखाकर सड़कों पर उतर रहे हैं। ऐसे में प्रदर्शनकारियों का समर्थन करके हुकूमत विरोधी खबरे दे रही तीन महिला पत्रकारों को ईरान की हुकूमत ने हिरासत में लिया है।

अमरीका-ब्रिटेन-यूरोपिय महासंघ के प्रतिबंधों पर प्रत्युत्तर देने की ईरान की धमकीईरानी हुकूमत ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए जगह जगह पर बाधाएं खड़ी की हैं। साथ ही स्थानिय पुलिस यंत्रणा के साथ ही रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍, बसिज मिलिशिया की तैनाती बढ़ाई हैं। हुकूमत विरोधी प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरने पर सीधे कारागार में कैद किया जाएगा, ऐसी चेतावनी ईरान की हुकूमत ने दी थी। लेकिन, ईरान की जनता हुकूमत के विरोध में अधिक साहस दिखा रही हैं, ऐसा दावा प्रदर्शनकारियों के समर्थक नेता कर रहे हैं। ईरान के कुर्द और बलोच बहुसंख्याक होने वाले क्षेत्र में यह चित्र दिखाई देने की जानकारी सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हुई खबरे बयान कर रहे हैं।

इसी बीच, ईरानी हुकूमत ने १६ नाबालिग बच्चे-बच्चियों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ जासूसी के आरोप लगाए हैं। देश के ईशान्य हिस्से में ईरानी सुरक्षा यंत्रणा ने यह कार्रवाई करने की जानकारी सामने आ रही हैं।

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