ईरान ने यूरेनियम संवर्धन बढ़ाकर 83 प्रतिशत किया – अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग का दावा

वियना/बर्लिन – ईरान का परमाणु कार्यक्रम खरतनाक स्तर पर पहुंचने का दावा संयुक्त राष्ट्र संघ के अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग ने किया है। ईरान ने यूरेनियम संवर्धन बढ़ाकर 83.7 प्रतिशत करने की जानकारी आयोग ने अपनी नई रपट में दर्ज़ की है। अमरीका के रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने इस रपट को चेतावनी की घंटी करार दिया है। ऐसे में जर्मनी ने आगाह करते हुए यह कहा है कि, ईरान अब पूरे खाड़ी क्षेत्र के लिए खतरनाक बन रहा है। इस वजह से ईरान का परमाणु कार्यक्रम नागरी उद्देश्यों के लिए नहीं हैं और परमाणु बम का निर्माण ही इसका प्रमुख उद्देश्य है, यह इस्रायल ने लगाया आरोप अमरीका और यूरोपिय देश भी अब स्वीकारते दिख रहे हैं।

यूरेनियम संवर्धनमंगलवार को संयुक्त राष्ट्र संघ के अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग ने अपनी त्रैमासिक रपट जारी की। आयोग के निरिक्षक ने 21 जनवरी को ईरान के फोर्दो परमाणु प्रकल्प का परीक्षण किया और बाद में दर्ज़ किए गए अनुमान इस रपट में पेश किए गए हैं। इससे पहले ईरान ने फोर्दो प्रकल्प के परमाणु सामान में बदलाव करने की जानकारी आयोग से साझा की थी। लेकिन, निरिक्षकों ने परीक्षण करने पर इस प्रकल्प में ‘आयआर-6’ वर्ग के सेंट्रीफ्यूजेस के दो कैस्केड का कन्फिगरेशन घोषित बदलाव से काफी अलग पाया गया था।

दूसरे दिन निरिक्षकों ने इन कैस्केड में देखे गए कणों के नमूनों की जांच की और बाद में यूरेनियम संवर्धन बढ़ाकर 83.7 प्रतिशत होने की बात स्पष्ट हुई, ऐसा आयोग ने अपनी इस रपट में कहा है। नवंबर महीने में परमाणु प्रकल्प में बदलाव करते समय यूरेनियम संवर्धन मे अनपेक्षित उतार-चढ़ाव होने की जानकारी ईरान ने साझा की थी, यह जानकारी भी आयोग ने प्रदान की। साथ ही इस मुद्दे को लेकर आयोग और ईरान की चर्चा शुरू हैं और आनेवाले समय में इस प्रकल्प में निरिक्षकों की आवाजाह बढ़ाई जाएगी, यह भी आयोग ने कहा।

ईरान के परमाणु कार्यक्रम के प्रवक्ता बहरोझ कमालवंदी ने युरेनियम संवर्धन की हुई यह बढ़ोतर क्षणिक दुष्परिणाम होने का बयान किया है। यूरेनियम संवर्धन 60 प्रतिशत शुद्धता का करते हुए यह बदलाव हुआ होगा, यह दावा कमालवंदी ने किया। लेकिन, यूरेनियम संवर्धन के समय इतनी बड़ी मात्रा में हुई बढ़ोतरी संदिग्ध घटना होने का विचार इन विश्लेषकों ने व्यक्त किया है। अमरिकी रक्षा विभाग ने भी परमाणु ऊर्जा आयोग की इस रपट का संज्ञान लिया है।

ईरान का परमाणु कार्यक्रम की यह गति पूरे विश्व के लिए चेतावनी की घंटी है, ऐसा पेंटॅगॉन ने कहा है। ऐसे में जर्मनी की विदेश मंत्री एनालिना बेरबॉक ने ईरान ने युरेनियम संवर्धन बढ़ाकर लगभग 84 प्रतिशत करके खाड़ी देशों की सुरक्षा को लेकर बनी चिंता बढ़ाई है। अपनी ही जनता को बड़ी निर्दयता से कुचल रही ईरान की हुकूमत खाड़ी देशों की सुरक्षा और स्थिरता को भी खतरे में धकेल रही हैं, ऐसा बेरबॉक ने कहा हैं। इस्रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन से मुलाकात करने के बाद जर्मनी की विदेश मंत्री एनालिना बेरबॉक ने ईरान की ऐसी आलोचना की।

साल 2015 में किए गए परमाणु समझौते के अनुसार ईरान को सीर्फ 3.67 प्रतिशत यूरेनियम संवर्धन करने की अनुमति थी। लेकिन, साल 2018 में अमरीका इस परमाणु समझौते से पीछे हटने के बाद ईरान ने अपना परमाणु कार्यक्रम गतिमान किया, ऐसा आरोप लगाया जा रहा है। परमाणु ऊर्जा आयोग ने ही साझा की हुई जानकारी के अनुसार परमाणु बम बनाने के लिए 90 प्रतिशत यूरेनियम संवर्धन आवश्यक होता है। पिछले कुछ सालों में पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के बावजूद ईरान ने परमाणु बम बनाने के लिए आवश्यक युरेनियम का संवर्धन किया है, ऐसी आलोचना इस्रायल ने पहले ही की थी। ऐसी स्थिति में परमाणु ऊर्जा आयोग की नई रपट इस्रायल ने लगाए आरोपों को मज़बूती प्रदान करती है।

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