ईरान खाड़ी देशों में छिपा युद्ध भड़का रहा है- अमरिका, ब्रिटन और फ़्रांस का आरोप   

लंडन: सीरिया और येमेन के अपने समर्थकों को शस्त्रसज्ज करके ईरान खाड़ी में छिपा युद्ध भडकाने की कोशिश में हैं, ऐसा आरोप अमरिका और मित्रदेशों ने लगाया है। अमरिका, ब्रिटन और फ़्रांस ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद को दिए हुए प्रस्ताव में ईरान के खिलाफ यह शिकायत की है। अमरिका और मित्रदेशों ने किए इन आरोपों पर ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने टीका की है।

कुछ दिनों पहले संयुक्त राष्ट्रसंघ के विशेष पथक ने सीरिया और येमेन के बीच के संघर्ष की अलग अलग रिपोर्ट प्रसिद्ध की थी। येमेन के हौथी बागियों को ईरान हथियारों की आपूर्ति करता है, ऐसे सबूत राष्ट्रसंघ के पथक ने प्रस्तुत किए थे। साथ ही सीरिया के संघर्ष में ईरान ने बड़े पैमाने पर हथियारों की मदद करने के संकेत इस पथक ने दिए थे। इसके अलावा लेबेनॉन में ईरान ने मिसाइलों का कारखाना शुरू करने की संभावना भी जतायी जा रही है।

राष्ट्रसंघ के विशेष पथक ने प्रस्तुत की इस विशेष रिपोर्ट के बाद पिछले शुक्रवार को अमरिका ने सुरक्षा परिषद को ईरान विरोधी प्रस्ताव दिया है। ब्रिटन और फ़्रांस इन अमरिका के मित्रदेशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है। इस प्रस्ताव की नक़ल अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने प्रसिद्ध की है, जिसमें ईरान खाड़ी में छिपा युद्ध छेड़ने की तैयारी में है, ऐसा अमरिका ने आरोप किया है।

सन २०१५ में संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद ने येमेन पर डाले प्रतिबंधों का ईरान ने उल्लंघन करने का आरोप इसमें लगाया गया है। सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधों के अनुसार येमेन की लोकनियुक्त सरकार के खिलाफ संघर्ष पुकारने वाले हौथी बागियों को लष्करी सहायता की आपूर्ति करने पर प्रतिबन्ध लगाए थे। लेकिन इन प्रतिबंधों का उल्लंघन करके ईरान हौथी बागियों को हथोयारों की आपूर्ति कर रहा है, ऐसा आरोप अमरिका ने सदर प्रस्ताव में किया है, ऐसा मीडिया ने कहा है।

सुरक्षा परिषद येमेन के हौथी बागियों पर प्रतिबंधों में बढ़ोत्तरी करे और इन प्रतिबंधों को पैरों तले कुचलने वाले ईरान पर भी कारवाइ करे, ऐसी माँग अमरिका ने की है। येमेन की तरह सीरिया में ईरान के हस्तक्षेप के बारे में भी अमरिका ने शिकायत की है और ईरान की इन कारवाइयों की वजह से खाड़ी में छिपा युद्ध भडक सकता है, ऐसा इशारा अमरिका ने अपने प्रस्ताव में दिया है, ऐसा मीडिया ने कहा है।

पिछले शुक्रवार को सुरक्षा परिषद के पास प्रस्तुत किए गए इस प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्रसंघ अथवा अमरिका ने अधिक जानकारी नहीं दी है। लेकिन ब्रिटन के विदेश मंत्री बोरीस जॉन्सन ने येमेन के हौथी बागियों को ईरान शस्त्रसज्ज कर रहा है, ऐसा कहकर ईरान को रोकने का आवाहन किया है। फ़्रांस के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी ईरान को इसी तरह का आवाहन किया है। अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने दी हुई जानकारी के अनुसार, आने वाले महीने के अंत में सदर प्रस्ताव पर सुरक्षा परिषद में मतदान हो सकता है, ऐसा दावा किया जाता है।

दौरान, जल्द ही खाड़ी में ‘आयएस’ की जगह ईरान लेगा, ऐसा इशारा इस्रायल के अंतर्गत सुरक्षा मंत्री ‘गिलाड एर्दान’ ने दिया है। उसीके साथ ही अमरिका ईरान को रोकने के लिए कदम उठाए, ऐसा आवाहन भी एर्दान ने किया है। कुछ महीनों पहले अमरिका के भूतपूर्व विदेश मंत्री और वरिष्ठ मुत्सद्दी हेनरी किसिंजर ने भी ईरान खाड़ी में ‘आयएस’ की जगह लेगा, यह चिंता व्यक्त की थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.