तुर्की के सीरियन लष्कर पर हमले जारी

दमास्कस: तुर्की ने सीरिया की उत्तर में स्थित ‘आफ्रिन’ इलाके में दाखिल हुए सीरियन लष्कर और समर्थक गुटों पर हमले शुरू किए हैं। तुर्की के इस हमले के बाद भी सीरियन लष्कर ‘आफ्रिन’ में दाखिल हो रहा है, ऐसा दावा अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने किया है। दौरान, कुर्दों की सुरक्षा के लिए सीरियन लष्कर ‘आफ्रिन’ में दाखिल होने के दावे किए जा रहे हैं। इन लष्कर और सीरियन समर्थकों पर तुर्की ने हमले करने की वजह से सीरिया में और एक संघर्ष का मोर्चा खुल गया है।

मंगल दोपहर सीरियन लष्कर और समर्थकों से भरी गाड़ियाँ उत्तर में स्थित आफ्रिन में दाखिल होने लगीं। इस सीरियन लष्कर की निश्चित संख्या स्पष्ट नहीं हो सकीं हैं। सीरियन लष्कर के साथ साथ ‘नॅशनल डिफेन्स फोर्सेस’ (एनडीएफ) इस अस्साद समर्थक समूह के जवान भी इसमें शामिल हैं। सीरियन सरकार ने इस बारे में जानकारी नहीं दी है। लेकिन सीरियन जवान आफ्रिन में तैनात होने का दावा स्थानीय लोगों ने किया है।

सीरियन लष्कर आफ्रिन में दाखिल होते समय तुर्की के टैंक ने इस इलाके के कुर्दों के ठिकानों पर हमले शुरू किए। सीरिया में तुर्की के हमले ‘एनडीएफ’ इस अस्साद समर्थक समूह के ठिकानों पर हमले कर रहे थे। बुधवार सुबह तक तुर्की के यह हमले जारी थे, यह जानकारी ‘सना’ इस वृत्तसंस्था ने दी है। तुर्की के इन हमलों में ‘आफ्रिन’ में सीरियन लष्कर और समर्थकों की निश्चित रूपसे कितनी हानि हुयी है, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।

पिछले महीने से तुर्की ने ‘आफ्रिन’ के कुर्द बागियों के खिलाफ संघर्ष पुकारा है। सीरिया स्थित  ‘कुर्द’ तुर्की के ‘पीकेके’ इस कुर्द आतंकवादी संगठन को मदद कर रहे हैं, ऐसा आरोप करके तुर्की ने यह कारवाइ शुरू की थी। सीरिया के कुर्दों ने तुर्की के इन आरोपों को ख़ारिज किया था। उसी दौरान तुर्की के आफ्रिन पर होने वाले हमलों को वापस लौटाने के  लिए कुर्दों ने अस्साद सरकार के साथ सहकार्य प्रस्थापित किया है। तुर्की विरोधी संघर्ष में सीरियन लष्कर हमारी सहायता करनेवाला  है यह घोषणा कुर्द नेता ने हाल ही में की थी। इस पर तुर्की की तरफ से तीव्र प्रतिक्रिया आयी है।

रशिया सीरियन लष्कर को ‘आफ्रिन’ में दाखिल होने से रोके, अन्यथा उसके परिणाम सामने आएगे, ऐसा इशारा कुछ घंटों पहले ही तुर्की ने दिया था। तुर्की के राष्ट्राधयक्ष एर्दोगन ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के साथ फोन पर चर्चा करके सदर इशारा दिया था। उसके बाद अगले कुछ ही घंटों में तुर्की ने ‘आफ्रिन’ के सीरियन लष्कर और समर्थकों के ठिकानों पर हमले शुरू किए हैं।

इराक, सीरिया और आर्मेनिया के कुर्द एक होकर कुर्दिस्तान निर्माण करने की तैयारी में हैं। तुर्की के कुर्द वंशीय भी इस संघर्ष में शामिल हो रहे हैं और इस वजह से अपना बड़ा भूभाग हाथों से निकल जाएगा, ऐसी तुर्की की चिंता है। अमरिका और इस्रायल यह देश कुर्दों को मदद कर रहे हैं, यह आरोप तुर्की के नेता कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर कुर्दों को रोकने के लिए तुर्की सीधे सीरिया में घुसकर हमले कर रहा है।

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