ईरान की वजह से बड़ी आपत्ति लानेवाला ईंधन संकट उभर सकता है – फ्रेंच-ब्रिटीश विश्लेषिका का इशारा

लंदन – ईरन का परमाणु बम नहीं, बल्कि भौगोलिक ठिकाना इसका सबसे बड़ा हथियार है। परमाणु बम ईरान के लिए ढ़ाल का काम करेगा। लेकिन, होर्मुझ की खाड़ी और बाब-अलमंदाब पर बना ईरान के नियंत्रण ईंधन की वैश्विक यातायात को घेर सकता है। ऐसा हुआ तो रशिया-यूक्रेन युद्ध के कारण उभरे ईंधन संकट से अधिक आपत्तियों से भरा ईंधन संकट ईरान के कारण निर्माण हो सकता है, ऐसा इशारा कैथरिन शकमद नामक फ्रेंच-ब्रिटीश विश्लेषिका ने दिया। साथ ही ईरान के मसले का हल युद्ध से नहीं बल्कि बातचीत से निकालने की आवश्यकता होने का निवेदन भी कैथरिन ने किया।

ईंधन संकटईरान और अमरीका की पिछले दस महीनों से हो रही परमाणु समझौते की बातचीत नाकाम होने का दावा किया है। परमाणु समझौता कामयाब होने के लिए अमरीका के सामने ईरान ने अपनी माँगे रखी है। इनमें ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध पूरी तरह से हटाने के साथ ही रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ को आतंकी सूचि से हटाने का मुद्दा भी शामिल है। बायडेन प्रशासन ने ईरान के इन माँगों को पीठ दिखाई है, ऐसा अमरिकी माध्यमों का कहना है। साथ ही ईरान पर हमला करने के लिए अमरीका इस्रायल की सहायता कर रही है, ऐसी खबरें भी प्राप्त हो रही हैं।

इस पृष्ठभूमि पर पिछले कुछ सालों से ईरान में पत्रकार रही फ्रेंच-ब्रिटीश विश्लेषिका कैथरिन शकदम ने अध्ययन मंडल के लिए लिखे लेख में नए ईंधन संकट से संबंदित चेतावनी दी। यूक्रेन युद्ध की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ईंधन संकट निर्माण हुआ है। इसके लिए रशिया को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है। लेकिन, पश्चिमी देशों ने ईरान को धमकाने की कोशिश की तो ईरान वैश्विक ईंधन की यातायात के दो बड़े समुद्री मार्ग को घेरेगा, ऐसी चेतावनी कैथरीन ने दी। इसके लिए ईरान के भौगोलिक स्थान पर कैथरिन ने ध्यान आकर्षित किया।

ईंधन संकटपर्शियन खाड़ी को हिंद महासागर से जोड़ रहे ‘होर्मुझ’ की खाड़ी पर ईरान का पूरा वर्चस्व है। हिंद महासागर से रेड सी को जोड़नेवाले ‘बाब अल-मंदाब’ की खाड़ी पर येमान के ईरान से जुड़े हौथी विद्रोहियों का नियंत्रण है। इस वजह से ईंधन और व्यापारी सामान की सबसे अधिक यातायात कर रहे यह दोनों समुद्री मार्ग ईरान के नियंत्रण में होने का अहसास कैथरिन ने कराया। यह दोनों समुद्री मार्ग ‘चोकपॉईंट्स’ होने का दावा कैथरिन ने किया।

ऐसी स्थिति में पश्चिमी देश ईरान को घेरकर की कोशिश ना करें। वरना ईरान इन दोनों ‘चोकपॉईंटस्‌’ को घेरकर आपत्तिजनक ईंधन संकट निर्माण कर सकता है, ऐसा इशारा कैथरिन ने दिया। परमाणु बम से भी ईंधन का संकट अधिक आपत्तिजनक साबित होगा क्योंकि, यूक्रेन युद्ध के बाद विश्व और एक ईंधन संकट का सामना नहीं कर पाएगा, ऐसा इशारा कैथरिन ने दिया।

इसी बीच कैथरिन शकदम पिछले कई सालों से ईरानी समाचार चैनल के लिए काम कर रही थीं। उन पर इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा मोसाद की एजेंट होने का आरोप लगाया गया था। साथ ही ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी की वेबसाईट हैक करने का आरोप भी उन पर लगाया गया था।

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