पाकिस्तान में भारतीय गृहमंत्री के भाषण पर सेन्सॉरशिप

इस्लामाबाद, दि. ४ (पीटीआय)- भारत के गृहमंत्री ने ‘सार्क’ बैठक में किये भाषण पर सेन्सॉरशिप लगाकर पाकिस्तान ने अपनी असुरक्षिता दुनियाभर में ज़ाहिर की है| पाकिस्तान की राजधानी में हुई ‘सार्क’ देशों के गृहमंत्रियों की बैठक में, सिर्फ़ प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ और पाकिस्तान के गृहमंत्री निसार अली खान चौधरी के भाषण मीड़िया में प्रसारित किये गए|

rajnaths- भारत के गृहमंत्री

लेकिन राजनाथ सिंग का भाषण मीडिया तक न पहुँच पायें, इसके एहतियात पाकिस्तान ने बरते थे। फिर भी राजनाथ सिंग का, ‘आतंकवादियों को आसरा देनेवाले पाकिस्तान को अपमानित करनेवाला’ भाषण भारतीय मीड़िया तक पहुँच ही गया| पाकिस्तान की अघोषित सेन्सॉरशिप पर भारत से कड़ी प्रतिक्रिया आ रही है|

गुरुवार को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में ‘सार्क’ देशों के गृहमंत्रियों की बैठक संपन्न हुई| इस बैठक के लिए पाकिस्तान की राजधानी में दाखिल हुए राजनाथ सिंग के खिलाफ़ पाकिस्तान में हर जगह प्रदर्शन शुरू थे| इस प्रदर्शन में सय्यद सलाहुद्दीन और हफीज सईद ये आतंकवादी नेता खुलेआम घूम रहे थे| इस्लामाबाद के हवाईअड्डे से लेकर हॉटेल तक की यात्रा में ख़तरा था, इसी कारण राजनाथ सिंग को हेलिकॉप्टर से हॉटेल तक ले जाया गया| अपने भाषण के शुरू में ही इस ‘आदरसम्मान’ का केंद्रीय गृहमंत्री ने विशेष तौर पर उल्लेख किया और पाकिस्तान पर टिपणी की|

इस बैठक में, ‘आतंकवाद और संगठित अपराधों के खिलाफ़ कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान वचनबद्ध है’ ऐसा हास्यास्पद दावा प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ ने किया| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यह दावा कर रहे थे; वहीं, सलाहुद्दीन और हफीज सईद जैसे आतंकी नेता भारत के खिलाफ़ ज़हर उगल रहे थे, यह बात सामने आयी है| इसके बाद, पाकिस्तान के अंतर्गत रक्षामंत्री निसार अली चौधरी खान का भाषण हुआ| इस भाषण का प्रसारण हुआ, लेकिन राजनाथ सिंग के भाषण के प्रसारण पर रोक लगा दी गयी| साथ ही, इस परिषद का वृत्तांत देने के लिए मीडिया के प्रतिनिधियों को इजाज़त नहीं दी गयी थी|

इसी कारण भारतीय मीड़िया को राजनाथ सिंग का मुद्रित भाषण मिलने तक रुकना पड़ा| इस भाषण में राजनाथ सिंग ने, ‘भारत पड़ोसी देशों के साथ सहयोग करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है’ यह स्पष्ट किया| ‘लेकिन दक्षिण एशिया का माहौल अधिक अस्थिर बन रहा है और इससे यहाँ का ख़तरा बढ़ रहा है| आतंकवाद यह इस क्षेत्र की बड़ी समस्या है और पठानकोट, ढाका, काबूल के आतंकी हमले इस क्षेत्र के सामने चुनौती बनकर खड़े हैं’ ऐसे राजनाथ सिंग ने कहा|

सिर्फ़ इस आतंकी हमले का विरोध करना काफ़ी नहीं है| आतंकवाद के खिलाफ़ कठोर भूमिका लेते हुए कड़ी कार्रवाई करना यही एकमात्र विकल्प है, ऐसे राजनाथ सिंग ने कहा|

साथ ही, आतंकवादियो को ‘शहीद’ कहकर उनका समर्थन करने की अपप्रवृत्ती पर केंद्रीय गृहमंत्री ने कड़ा प्रहार किया| आतंकवादी बुर्‍हान वानी को ‘शहीद’ बनाकर उसका सम्मान करनेवाले पाकिस्तान को राजनाथ सिंग ने मारा चाँटा महत्त्वपूर्ण है| ‘आतंकवाद को ख़त्म करना है, तो पहले आतंकवाद में ‘अच्छा’ और ‘बुरा’ ऐसा फ़र्क़ करना छोड़ देना चाहिए| साथ ही, ‘स्टेट ऍक्टर्स’ और ‘नॉन स्टेट ऍक्टर्स’ ऐसे आतकंवादियों में भी फ़र्क़ करना बंद कर देना चाहिए’ ऐसे कहते हुए राजनाथ सिंग ने पाकिस्तान की आतंकी नीति का विरोध किया|

केंद्रीय गृहमंत्री की पाकिस्तान के अंतर्गत रक्षामंत्री से मुलाक़ात नहीं हुई| साथ ही, राजनाथ सिंग ने निसार अली खान से हाथ नही मिलाया| केंद्रीय गृहमंत्री और उसके साथ गया पथक पाकिस्तान ने आयोजित किये लंच पर उपस्थित नहीं रहे| पाकिस्तान की नीति पर भारत ने सख़्त ऐतराज़ जताया है| ‘पाकिस्तान ने यदि आतंकी नीति को छोड़ नहीं दिया, तो द्विपक्षीय संबंध नही सुधरेंगे’ ऐसा स्पष्ट संदेश केंद्रीय गृहमंत्री ने पाकिस्तान को दिया|

One Response to "पाकिस्तान में भारतीय गृहमंत्री के भाषण पर सेन्सॉरशिप"

  1. Nikhil Bhalwankar   August 6, 2016 at 5:48 pm

    This clearly proves that Pakistan is afraid of India. Yes. It should be !!!

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