चीन को पीछे छोडकर भारत अफ्रीका में अपना स्थान दुबारा प्राप्त करे – युगांडा के विदेश मंत्री

गांधीनगर: भारत अफ्रीका में चीन से भी पहले पहुंचा था| लेकिन, अगले समय में भारत ने अफ्रीका की ओर अनदेखी की| अब अफ्रीका को लेकर चीन ने बढत बनाई है| लेकिन इस परिस्थिति पर तकरार किए बिना भारत अफ्रीका में नए जोर से काम शुरू करे और अपना पुराना स्थान प्राप्त कर’, यह सुझाव युगांडा के विदेश मंत्री ‘हेन्री ओरायेम ओकेल्लो’ इन्होंने दिया है| ‘व्हायब्रंट गुजरात’ परिषद में शामिल हुए युगांडा के विदेश मंत्री ने भारत को दी हुई सलाह काफी अहम साबित हो रही है|

अफ्रीका महाद्विप में चीन का निवेश और प्रभाव बडी मात्रा में बढ रहा है| अमरिका जैसे देश ने भी इस स्थिति पर गंभीरता से ध्यान दिया है| लेकिन, चीन जिस मात्रा में अफ्रीका में आगे बढ रहा है, उतनी मात्रा में भारत अफ्रीका की ओर नजरअंदाजी कर रहा है, यह चित्र कुछ वर्ष पहले दिख रहा था| लेकिन, अब इस चुनौती की ओर भारत सरकार ने ध्यान आकर्षित किया है और अफ्रीका में निवेश और अफ्रीकी देशों के साथ सहयोग बढाने के लिए कदम उठाए है|

चीन, पीछे छोडकर, भारत, अफ्रीका, अपना स्थान, दुबारा प्राप्त, युगांडा, विदेश मंत्रीइस संबंध में जापान भारत की सहायता कर रहा है और भारत एवं जापान ने एक होकर ‘एशिया अफ्रीका ग्रोथ कॉरिडॉर’ (एएजीसी) का गठन किया है| ‘एएजीसी’ की सहायता से भारत एवं जापान ने अफ्रीका में चीन की ‘बेल्ट ऍण्ड रोड इनिशिएटिव्ह’ (बीआरआई) परियोजना को प्रत्युत्तर देने की तैयारी की है| इस पृष्ठभुमि पर युगांडा के विदेश मंत्री ने भारत के सामने रखे सुझाव की अहमियत बढी है|

भारत सबसे पहले अफ्रीका में दाखिल हुआ था| लेकिन, अगले समय में चीन ने वहां पर बढत बनाई| अब इस परिस्थिति को लेकर चिल्लाने के बजाए भारत जलद गति से कदम बढाए और अफ्रीका में अपना पहले का स्थान प्राप्त करने के लिए कोशिश शुरू करे| इसके लिए अबतक काफी विलंब नही हुआ है, इन शब्दों में युगांडा के विदेश मंत्री ने भारत को दिलासा भी दिया| इस परिषद में बोलते समय भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इन्होंने अफ्रीका की ओर भारत का ध्यान केंद्रीत होने के दाखिले दिए| भारत एवं अफ्रीकी देशों में व्यापार २०१७ के वित्तीय वर्ष में २२ प्रतिशत बढकर ६२.६६ अरब डॉलर्स तक बढने की जानकारी स्वराज इन्होंने दी|

फिलहाल ४२ अफ्रीकी देशों में भारत १८९ योजनाओं को अंजाम दे रहा है, इस ओर भी स्वराज इन्होंने ध्यान केंद्रीत किया| इससे अफ्रीका की जनता के जीवनमान में सुधार होगा, यह विश्‍वास भी उन्होंने व्यक्त किया| साथ ही अफ्रीका में निवेश करने वाला भारत यह पाचवे पायदान पर होनेवाला देश है और अफ्रीकी देशों में अबतक भारत ने ५४ अरब डॉलर्स का निवेश किया है, यह जानकारी भी विदेश मंत्री स्वराज इन्होंने दी|

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