‘युनिकॉर्न’ के मोरचे पर भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ा

नवी दिल्ली – ‘युनिकॉर्न’ कंपनियों के मोरचे पर भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ा होकर, सर्वाधिक ‘युनिकॉर्न’ कंपनियाँ होनेवाले देशों की सूची में भारत अमरीका, चीन के बाद तीसरे स्थान पर पहुँचा है। आनेवाले समय में भारत में युनिकॉर्न यानी एक अरब से अधिक मूल्य के प्राइवेट स्टार्टअप्स की संख्या और बढ़ेगी, ऐसा भी दावा किया जाता है।

‘युनिकॉर्न’हुरून रिसर्च संस्थान ने जारी की रिपोर्ट के अनुसार भारत में युनिकॉर्न कंपनियों की संख्या ५४ पर पहुँची है। सन २०२० की तुलना में भारत में युनिकॉर्न कंपनियों की संख्या ३३ से बढ़ी है। वहीं, ब्रिटेन में पिछले साल भर में युनिकॉर्न कंपनियों की संख्या १५ से बढ़कर ३९ हुई है। फिलहाल बोस्टन, पालोअल्टो, पॅरिस, बर्लिन, शिकागो ऐसे जागतिक बड़े शहरों की अपेक्षा सर्वाधिक युनिकॉर्न भारत के केवल बंगलुरु शहर में कार्यरत हैं। बंगलुरु में फिलहाल ऐसी २८ युनिकॉर्न कंपनियाँ होने की बात रिपोर्ट में कही गई है।

इसके अलावा, विदेशस्थ भारतीयों ने देश के बाहर स्थापित किए युनिकॉर्न की संख्या ६५ पर पहुँची है। इनमें पोस्टमन, मोगलिक्स, इनोव्हॅसर जैसी कंपनियों का समावेश है। चीन, इस्रायल और रशिया के बाद, युनिकॉर्न कंपनियों के संस्थापक सर्वाधिक मात्रा में भारतीय हैं, ऐसा हुरून ने अपनी रिपोर्ट में कहा है। विदेशस्थ भारतीयों ने स्थापित किए युनिकॉर्न प्रायः सिलिकॉन वैली में होने की बात भी हुरून ने अधोरेखांकित की है।

भारत सरकार स्टार्टअप स्थापन करने के लिए प्रोत्साहन दे रही है। इसके लिए बनाई गई नीति के परिणाम दिखाई दे रहे होकर, भारत में बड़े पैमाने पर स्टार्टअप्स बढ़ रहे हैं। ये स्टार्टअप्स अब करोड़ों के व्यवहार कर रहे हैं। एक अरब से अधिक मूल्य की और शेयर मार्केट में पंजीकृत ना होनेवाले स्टार्टअप्स को ‘युनिकॉर्न स्टार्टअप्स’ अथवा ‘युनिकॉर्न कंपनियाँ’ कहा जाता है। भारत में ऐसी कंपनियों की संख्या बढ़ रही है।

पिछले साल भर में एक अरब मूल्य की हुई स्टार्टअप कंपनियों की संख्या ३३ से बढ़ने के कारण भारत में अब स्टार्टअप का इकोसिस्टम तैयार होता दिख रहा है। इनमें से कुछ भारतीय स्टार्टअप्स की गणना, दुनिया के सर्वाधिक मूल्य की युनिकॉर्न कंपनियों में की जा रही है। भारत की १५ युनिकॉर्न कंपनियाँ ये ई-कॉमर्स क्षेत्र से हैं।

युनिकॉर्न कंपनियों की इतिहास में २०२१ से सर्वाधिक सफल वर्ष साबित हुआ है। क्योंकि इस वर्ष में दुनिया भर की युनिकॉर्न कंपनियों की संख्या लगभग दोगुनी होकर १०३८ पर पहुँची है । सन २०२० में दुनिया भर में केवल ५६८ युनिकॉर्न कंपनियाँ थीं। सर्वाधिक युनिकॉर्न कंपनियाँ ये अमरीका और उसके बाद चीन से हैं। लेकिन इन दोनों देशों की युनिकॉर्न कंपनियों के मूल्य में सन २०२० में गिरावट हुई दिख रही है।

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