भारत और ब्रिटेन ‘ग्रीन ग्रिड्स इनिशिएटिव्ह’ की घोषणा करेंगे

ग्लास्गो – ब्रिटेन में होनेवाले संयुक्त राष्ट्र के ‘सीओपी26 समिट’ की पृष्ठभूमि पर भारत और ब्रिटेन ‘ग्रीन ग्रिड्स इनिशिएटिव्ह’ की घोषणा करने वाले हैं। यह योजना भारत ने पहल किए ‘ इंटरनेशनल सोलर अलायन्स’ का अहम पड़ाव होगा, ऐसा बताया जाता है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ब्रिटेन में दाखिल हो रहे होकर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन के साथ होनेवाली बैठक में, ‘ग्रीन ग्रिड्स इनिशिएटिव्ह’ घोषित किया जाएगा, ऐसी जानकारी ब्रिटेन ने दी। इसी बीच, प्रधानमंत्री मोदी की ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ होनेवाली बैठक में ‘रोडमैप 2030’ समेत सागरी सुरक्षा, अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग इन जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी, ऐसी जानकारी भारत की ब्रिटेन में नियुक्त उच्चायुक्त गायत्री कुमार ने दी।

‘ग्रीन ग्रिड्स इनिशिएटिव्ह’युरोपीय महासंघ से बाहर निकलने के बाद ब्रिटेन ने भारत के साथ अपने व्यापारिक संबंध अधिक ही दृढ़ बनाने का रणनीतिक फैसला किया था। इस पृष्ठभूमि पर, पिछले साल भर में कोरोना की महामारी के साथ अन्य कई मुद्दों पर भारत और ब्रिटेन के बीच आपसी सहयोग बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इस साल मई महीने में भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्रियों की वर्चुअल परिषद संपन्न हुई थी। उसके बाद ब्रिटेन के वरिष्ठ मंत्री तथा अधिकारियों ने भारत का दौरा भी किया था। इन मुलाकातों में दो देशों के सहयोग को अधिक से अधिक दृढ़ और व्यापक बनाने के लिए आगे कदम उठाने की शुरुआत हुई थी।

ग्लास्गो में होनेवाले ‘सीओपी26 समिट’ की पृष्ठभूमि पर घोषित किया जानेवाला ‘ग्रीन ग्रिड्स इनिशिएटिव्ह’ भी उसी का भाग माना जाता है। अगस्त महीने में ‘सीओपी26 समिट’ की जिम्मेदारी संभालने वाले ब्रिटेन के मंत्री आलोक शर्मा ने भारत का दौरा किया था। इस मुलाकात में ‘ग्रीन एनर्जी’ के लिए स्वतंत्र जागतिक बैंक स्थापन करने के प्रस्ताव के साथ दोनों देशों में ऊर्जा सहयोग पर विस्तृत चर्चा हुई थी। इस पृष्ठभूमि पर, ‘ग्रीन ग्रिड्स इनिशिएटिव्ह’ की घोषणा अहम घटना साबित होती है।

यह उपक्रम भारत ने पहल किए ‘ इंटरनेशनल सोलर अलायन्स’ का भाग है। भारत और ब्रिटेन ‘वन सन, वन वर्ल्ड वन ग्रीड’ इस उपक्रम के तहत अपने प्रोजेक्ट्स एक ही मध्यवर्ती छत्र के तले लानेवाले हैं। ‘इंटरनॅशनल सोलर अलायन्स’ यह भारत ने पहल करके स्थापन किया हुआ अन्तर्राष्ट्रीय संगठन है। विकसित देश भी इस संगठन के सदस्य बने होकर, हाल ही में संयुक्त राष्ट्र संगठन को भी इस संगठन के निरीक्षक के रूप में स्थान दिया गया है। ग्लोबल सोलर अलायन्स में कुल ९८ देशों ने सहभाग लिया होकर, यह बात भारत का अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ा महत्व सिद्ध करनेवाली साबित होती है। ब्रिटेन ने भी इस संगठन के तहत भारत के साथ सहयोग करने के लिए उत्सुकता दर्शाई होकर, उससे यह संगठन अधिक ही मज़बूत बनने के संकेत मिल रहे हैं।

भारत और ब्रिटेन की साझेदारी उचित दिशा में और गति से आगे बढ़ रही होकर, यह नए पर्व की शुरुआत साबित हो सकती है, ऐसा ब्रिटेन में नियुक्त भारत की उच्चायुक्त गायत्री कुमार ने कहा है।

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