भारत शांति के लिए उत्सुक न होने का पाकिस्तान का ढिंढोरा

लंडन: दक्षिण आशिया में शांति रखनी हो तो दोनों तरफ से सहयोग करना आवश्यक होकर, केवल एक ही तरफ के प्रयत्नों से शांति प्रस्थापित नहीं होगी, ऐसे शब्दों में पाकिस्तान ने भारत पर शांति प्रक्रिया में बाधा लाने का आरोप किया है। एक तरफ भारत पर आरोप शुरू होते हुए शुक्रवार को पाकिस्तान के लष्कर ने पांच भारतीय सैनिकों को मारने का दावा किया है। भारत ने यह दावा स्पष्ट शब्दों में झूठलाया है। जम्मू कश्मीर की सीमा पर हुए मुठभेड़ में पाकिस्तान के २० जवान ढेर होने की जानकारी भारतीय लष्करी सूत्रों से मिली है।

शांति

‘इंटरनॅशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज’ ने लंडन में आयोजित किए एक परिषद में पाकिस्तान के अंतर्गत रक्षामंत्री एहसान इकबाल ने भारत पर आरोप किए हैं। भारत की तत्कालीन सरकार पाकिस्तान विरोधी है। पाकिस्तान पर दबाव लाया जाए ऐसा इस सरकार का अंदाजा है। पर यह बात संभव नहीं है। दोनों देशों ने परिपक्वता दिखाना आवश्यक होकर उसपर दक्षिण आशिया में १०० करोड़ से अधिक नागरिकों का भविष्य इस पर निर्भर है। इसका एहसास रखना होगा, ऐसा इकबाल का कहना है।

भारत ने २ वर्षों पहले पाकिस्तान में होने वाले सार्क परिषद पर बहिष्कार करने का निर्णय लेकर दोनों देशों में शुरू होनेवाली शांति प्रक्रिया का विरोध किया था, ऐसा आरोप भी पाकिस्तान के मंत्रियों ने किया है।

उस समय पाकिस्तान के भूतपूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत के साथ दोस्ती की कीमत चुकानी होगी, ऐसा दावा करके भारत ने उन्हें प्रतिसाद नहीं दिया है। ऐसी टीका इकबाल ने की है। कश्मीर मुद्दे पर बोलते हुए यह प्रश्न अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता का विषय होने की बात कहकर उसे हर बार की तरह जागतीक स्वरूप देने का प्रयत्न भी इकबाल ने कर के देखा है।

पाकिस्तान के अंतर्गत रक्षामंत्री भारत पर शांति के लिए सहयोग न करने का आरोप करते हुए पाकिस्तान के लष्कर ने अपना रंग दिखाया है। शुक्रवार को पाकिस्तानी लष्कर ने जम्मू-कश्मीर में तट्टापानी गांव के पास भारतीय लष्कर के चौकियां तबाह करने का दावा किया है। इस हमले में भारत के ५ जवान मारने की जानकारी पाकिस्तानी लष्कर के प्रवक्ता ने दी है।

भारतीय लष्कर ने पाकिस्तान का यह दावा स्पष्ट शब्दों में झुठलाया है। पाकिस्तान लष्कर के दावे पूर्णरुप से अर्थहीन होकर भारत ने संघर्ष बंदी का उल्लंघन नहीं किया, ऐसी गवाही लष्कर के अधिकारी ने दी है। उस समय पिछले डेढ़ महीने के कालखंड में कश्मीर में विविध कार्यवाहियों में पाकिस्तान के २० जवान मारने की जानकारी भारतीय लष्कर से संबंधित सूत्रों ने दी है। इन कारवाइ में पाकिस्तान के ७ सैनिक जख्मी होने का वृत्त सूत्रों ने दिया है।

जम्मू-कश्मीर में पीरपांजाल भाग में कारवाइ कि गयी हैं। नियंत्रण रेखा के पास लगभग १८० से २०० आतंकवादी भारत में घुसने की तैयारी में है, ऐसी जानकारी मिलने के बाद लष्कर ने अपनी कारवाइ अधिक तीव्र करने की जानकारी सूत्रों से मिली है।

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