अमरीका से भारत को मिलनेवाले गार्डियन ‘ड्रोन्स’ पर पाकिस्तान की चिंता

इस्लामाबाद: अमरीका से भारत को प्रदान होने वाले ‘गार्डियन ड्रोन्स’ पर पाकिस्तानने चिंता व्यक्त की है। भारत को ‘गार्डियन ड्रोन्स’ मिलने पर दक्षिण आशियाई क्षेत्र में लष्करी एवं नीति विषयक असमतोल निर्माण होगा और इसकी वजह से अस्थिरता बढ़ेगी, यह दावा पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने किया है। तथा भारत अफगानिस्तान का उपयोग करके पाकिस्तान में हमला कर रहा है यह आरोप भी पाकिस्तान ने किया है।

जून महीने में भारत के प्रधानमंत्री अमरीका के दौरे पर होते समय अमरीका ने भारत को २२ गार्डियन प्रिडेटर ड्रोन्स प्रदान करने का निर्णय लिया था। करीब ३ अब्ज डॉलर्स का यह करार अमरीका एवं भारत के बीच संबंधों में ‘गेमचेंजर’ होने का दावा किया गया था। साथ ही अमरीका के विदेश मंत्रालय ने हालही में अमरीकन कांग्रेस में भारत को एफ-१६ और एफ-१८ यह प्रगत लड़ाकू विमान प्रदान करने के प्रस्ताव को झोरदार समर्थन दिया था। इस पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से यह प्रतिक्रिया आयी है।

गार्डियन ‘ड्रोन्स’पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस झकरिया ने भारत को ‘गार्डियन ड्रोन्स’ की बिक्री करने के अमरीका के निर्णय पर चिंता व्यक्त की है। यह निर्णय दक्षिण आशियाई क्षेत्र में अस्थिरता के लिए जिम्मेदार हो सकता है, यह दावा झकरिया ने किया है। भारत को गार्डियन ड्रोन्स मिलने पर इस क्षेत्र में लश्कर और नीति विषयक असमतोल निर्माण होगा, जिसकी वजह से इस क्षेत्र में अस्थिरता निर्माण होने की आशंका झकरिया ने व्यक्त की है।

अगर अमरीका से भारत को प्रीडेटर ड्रोन्स मिलते है और भारत में उसका जम्मू- कश्मीर में उपयोग शुरू करता है, तो पाकिस्तान के लिए भयंकर परिस्थिति निर्माण होगी ऐसी चिंता पाकिस्तान के कई भूतपूर्व राजनैतिक अधिकारियोंने व्यक्त की है। जम्मू-कश्मीर के नियंत्रण रेखा पर भारत ने यह ड्रोन्स तैनात किए, तो इन ड्रोन्स के द्वारा नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ रोकना आसान हो जाएगा, यह चिंता पाकिस्तान के भूतपूर्व लष्करी अधिकारी व्यक्त कर रहे हैं। इसीलिए अमरीका भारत को यह ड्रोन्स नहीं दे ऐसा आवाहन पाकिस्तान से किया जा रहा था पर पाकिस्तान के इस आवाहन का अमरीका पर कोई परिणाम नहीं हो सकता है।

प्रीडेटर ड्रोन्स के बारे में इस व्यवहार पर आक्षेप लेते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत अफगानिस्तान का उपयोग करके पाकिस्तान में हमले कर रहा है यह आरोप किया है। इसके लिए नफीस झकरिया ने अमरीका के भूतपूर्व विदेशमंत्री ‘चक हेगल’ ने कुछ वर्षों पहले किए विधानों का दाखिला दिया है। भारत अफगानिस्तान का पाकिस्तान के विरोध में उपयोग रहा है, ऐसा ओबामा प्रशासन के रक्षामंत्री रहे हेगल ने कहा था। पर हेगल को इस विधान को लेकर उस समय ओबामा प्रशासन से झोरदार विरोध सहना पड़ा था इस पर झकरिया ने ध्यान नहीं दिया है।

पाकिस्तान ने अनेक बार प्रयत्न करके भी भारत, पाकिस्तान के साथ शांति स्थापित करने के लिए उत्सुक न होने की बात पर झकरिया ने शिकायत के तौर पर कही। भारत बहुत बार चर्चा रद्द करके पाकिस्तान से समझौते के प्रयत्न असफल करता है, ऐसा झकरिया ने कहा है। झकरिया से भारत चर्चा के लिए उत्सुक ना होने का आरोप करते समय संयुक्त राष्ट्र संघ में पाकिस्तान के राजदूत मलिहा लोधी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राष्ट्रसंघ के में कश्मीर का प्रश्न उपस्थित करने की घोषणा की है। इस पर भारत से प्रतिक्रिया आकर पाकिस्तान बिना किसी दिक्कत कि यह प्रयत्न करें, ऐसा भारत ने कहा है। कश्मीर समस्या पर पाकिस्तान का कोई नहीं सुनेगा, यह विश्वास भारत के संयुक्त राष्ट्रसंघ की प्रतिनिधि ने व्यक्त किया है।

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