‘पबजी’ के साथ ११८ ‘ऐप्स’ पर पाबंदी लगाकर भारत ने दिया चीन को झटका

नई दिल्ली – लद्दाख की सीमा पर चीन के साथ तनाव में बढ़ोतरी हो रही है, तभी केंद्र सरकार ने बुधवार के दिन बड़ा निर्णय किया। देश के छात्रों और युवकों में बड़ी पसंदी वाले ‘पबजी ऐप’ के साथ नए ११८ ‘ऐप्स’ पर पाबंदी लगाने का निर्णय भारत ने लिया है। इसके तहत पाबंदी लगाए गए ‘ऐप्स’ में चीन के ‘ऐप्स’ की संख्या सबसे अधिक है। इन मोबाईल ऐप्स की वजह से देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए खतरा होने का कारण देकर सरकार ने यह कार्रवाई की है। इन ‘ऐप्स’ पर लगाई गई पाबंदी की वजह से चीन को करोड़ो डॉलर्स का नुकसान होगा, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। इससे पहले बीते दो महीनों में भारत ने चीन के १०६ ‘ऐप्स’ पर पाबंदी लगाई है।

‘पबजी’

भारतीय सैनिकों ने चीन की घुसपैठी सेना को पैन्गॉन्ग त्सो के इलाके में बड़ा झटका देने के बाद बुधवार की शाम भारत ने चीन को आर्थिक स्तर पर भी झटका दिया। भारत में करोड़ों युज़र्स प्राप्त करनेवाले चीन के लोकप्रिय मोबाईल ऐप्स पर पाबंदी लगाई गई है। ‘बैन’ की मुहर लगी इन ‘ऐप्स’ में से ‘पबजी’ पर लगाई गई पाबंदी सबसे बड़ी गतिविधि साबित हुई है। स्कूल-कॉलेज के बच्चों के साथ नौकरीपेशा वर्ग में भी सबसे अधिक ‘क्रेज़’ वाले चीन के इस ‘ऐप’ के भारत में ३.३ करोड़ ‘एक्टिव युज़र्स’ हैं। यह ’ऐप’ अब तक ५ करोड़ लोगों ने डाउनलोड किया है। केंद्र सरकार ने जारी किए आँकड़ों के अनुसार प्रतिदिन सवा करोड़ से अधिक लोग इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे है।

इस ऐप के इस्तेमाल से चीनी कंपनी को कितना मुनाफा हुआ, इसकी जानकारी स्पष्ट नहीं हुई है। लेकिन, इस ऐप के इस्तेमाल से देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए खतरा बना हुआ था, इसी कारण यह कार्रवाई करने की बात सरकार ने कही है। भारत के सायबर स्पेस सुरक्षा के नज़रिए से यह निर्णय लेने की आवश्‍यकता थी, यह भी स्पष्ट किया गया है। इन सभी चीनी ऐप्स के कर्मचारी, कंपनियां भारत में नहीं, चीन में थे और इसी वजह से भारतीय ग्राहकों के डाटा चोरी किए जा रहे थे, यह कहकर पबजी और अन्य ‘ऐप्स’ के खिलाफ़ कार्रवाई करने का कारण दिया गया है।

                                                                       ‘पबजी’‘पबजी’

इससे पहले बीते महीने में और जून महीने में केंद्र सरकार ने कुल १०६ ‘ऐप्स’ पर पाबंदी लगाई थी। इनमें टिकटॉक, यूसी ब्राउज़र, हेलो और शेअर इट जैसे ऐप्स पर कार्रवाई की गई थी। भारत की इस कार्रवाई पर अमरीका और ऑस्ट्रेलिया ने भी अमल किया है। इसी बीच इन चीनी ऐप्स की भारत में बड़ी इंडस्ट्री तैयार हुई है। भारत में मोबाईल युज़र्स की संख्या करोड़ों में है और इन ऐप्स के माध्यम से चीन करोड़ों डॉलर्स प्राप्त कर रहा है, यह बात कही जा रही थी। इसी वजह से जून महीने में भारत ने की हुई कार्रवाई पर चीन ने चिंता व्यक्त की थी।

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