स्वतंत्र ताइवान के लिए शुरू कोशिशों का अन्त बुरा होगा – चीन के रक्षामंत्री की चेतावनी

बीजिंग – ताइवान के मुद्दे पर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर जोरदार बयान प्राप्त हो रहे हैं और इसी बीच, चीन ने ताइवान और ताइवान समर्थक देशों को कड़ी चेतावनी दी। ‘ताइवान की आज़ादी के लिए अलगाववादी गुटों की जारी कोशिशें और उन्हें विदेशों से प्राप्त हो रही सहायता का अन्त काफी बुरा होगा। चीन की ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी’ किसी भी शत्रु से नहीं ड़रती। चीन की दिशा में कदम बढ़ा रहें हर एक शत्रु को परास्त करने की हिम्मत और विश्वास हमारी सेना रखती है’, ऐसी चेतावनी चीन के रक्षामंत्री वेई फेंघे ने दी। लेकिन, चीन की इन धमकियों को ताइवान ने भी ज़ोरदार जवाब दिया है। बुधवार को ताइवान ने मिसाइलों से लैस काफी प्रगत लड़ाकू विमानों का युद्धाभ्यास किया।

दो दिन पहलें अमरिकी जनप्रतिनिधियों का प्रतिनिधिमंड़ल ताइवान में दाखिल हुआ था। अमरिकी प्रतिनिधि सदन की सभापति नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के मात्र १२ दिन बाद अमरीका का यह प्रतिनिधिमंड़ल ताइवान पहुँचने से चीन का गुस्सा अधिक बढ़ा है। रशिया में आयोजित ‘मास्को कान्फरन्स ऑन इंटरनैशनल सिक्युरिटी’ की बैठक को ऑनलाईन संबोधित करते हुए चीन के रक्षामंत्री फेंघे ने, ताइवान एवं ताइवान के समर्थन में खड़े अमरीका एवं युरोपीय देशों को चेतावनी दी।

‘अमरिकी नेताओं की ताइवान यात्रा चीन की नीति का गंभीर उल्लंघन है। इस वजह से ताइवान में स्वतंत्रता की माँग कर रहें अलगाववादी गुटों को गलत संदेश प्राप्त हो रहा है। चीन के अंदरुनी कारोबार में जारी दखलअंदाज़ी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जायेगी’, ऐसी चेतावनी चीन के रक्षामंत्री ने दी। साथ ही, ताइवान की आज़ादी के लिए अलगाववादियों ने शुरू की हुई कोशिशों का अन्त बिल्कुल ही अच्छा नहीं होगा और इन अलगाववादियों के लिए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर से हो रही सहायता सफल नहीं होगी, ऐसा दावा रक्षामंत्री फेंघे ने किया।

ऐसें में ‘पेलोसी और अन्य अमरिकी नेताओं की ताइवान यात्रा का आयोजन करके, अमरीका काफी घटिया दर्ज़े की राजनीति कर रही है। इससे ताइवान की खाड़ी की शांति और स्थिरता बाधित होगी। चीन की सेना युद्ध की तैयारी जुटा रही है और हमारी कार्रवाई में ताइवान की आज़ादी के नारे दे रहें अलगाववादी और  विदेशी हस्तक कुचलें जाएँगे’, ऐसी धमकी भी रक्षामंत्री फेंघे ने मास्को बैठक के माध्यम से दी।

सैनिकी कार्रवाई के साथ ही, चीन ने ताइवान पर आर्थिक कार्रवाई का डंड़ा भी चलाया है। कुछ ही घंटे पहले चीन ने ताइवान की आज़ादी की माँग कर रहें ताइवानी नेताओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर रहें सात ताइवानी नागरिकों पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की।

ऐसें में ताइवान ने, चीन के उकसाऊ युद्धाभ्यास के जवाब में युद्धाभ्यास का आयोजन किया। कुछ महीनें पहले ही अमरीका की सहायता से नवीनतम तकनीक से लैस किए गए ताइवानी वायुसेना के ‘एफ-१६ वी’ लड़ाकू विमानों ने बुधवार से नया युद्धाभ्यास शुरू किया। विध्वंसकविरोधी मिसाइलों से लैस ये विमान, चीन के सैनिकी युद्धाभ्यास का जवाब होने का दावा ताइवान के माध्यम कर रहे हैं। पिछले दस दिनों में ताइवान ने दूसरीं बार चीन के टक्कर के युद्धाभ्यास का आयोजन करके, हम चीन की धमकियों की परवाह नहीं करते, यह दिखाया। इस वजह से चीन की बेचैनी अधिक बढ़ती दिख रही है।

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