ईरान के परमाणु कार्यक्रम को क्लीनचीट देकर परमाणुऊर्जा आयोग ने ईरान के सामने घुटने टेके हैं – इस्रायल के प्रधानमंत्री की कड़ी आलोचना

जेरूसलेम – आन्तर्राष्ट्रीय परमाणुऊर्जा आयोग से निष्पक्ष फ़ैसले की उम्मीद थी। लेकिन ईरान की परमाणु गतिविधियों के सन्दर्भ में आयोग ने सार्वजनिक की रिपोर्ट, इस संगठन की निष्पक्षता पर प्रश्न उपस्थित करनेवाली है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम को क्लीनचीट देकर परमाणुऊर्जा आयोग ने ईरान के सामने घुटने टेके दिख रहे हैं। इससे यही साब्बित होता है कि परमाणुऊर्जा आयोग राजकीय हेतु से प्रेरित और अप्रासंगिक बनता चला जा रहा है, ऐसी तीख़ी आलोचना इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने की। वहीं, ईरान का परमाणुकार्यक्रम रोकने के लिए इस्रायल निर्णायक मोड़ पर आकर ठहरा है, ऐसी चेतावनी इस्रायल के नेता देने लगे हैं। 

परमाणु कार्यक्रम को क्लीनचीटपिछले हफ़्ते आन्तर्राष्ट्रीय परमाणुऊर्जा आयोग की रिपोर्ट माध्यमों में जारी हुई थी। उसमें आयोग ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम  को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी थी। नातांझ, फोर्दो तथा अन्य न्युक्लिअर प्लांट्स के सन्दर्भ में परमाणुऊर्जा आयोग के निरीक्षकों को होनेवाले सवालों के ईरान ने सन्तोषजनक जवाब दिये, ऐसा उसमें कहा गया था। साथ ही, प्लांट में युरेनियम के पार्टिकल्स पाये जाने के शक़ का भी ईरान ने समाधान किया, ऐसा आयोग ने स्पष्ट किया था।

इस प्लांट के स्थान पर सोवियत रशिया ने इस्तेमाल की खदान और लैब थी। इस कारण, युरेनियम के पार्टिकल्स इस सोवियतकालीन खदान से संबंधित होने का दावा ईरान ने किया था। हमारी आशंकाओं का निवारण हुआ है और ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अधिक तहकिक़ात की ज़रूरत नहीं है, ऐसा आयोग ने बताया।

इसी रिपोर्ट में, ईरान ने अपने न्युक्लिअर प्लांट में युरेनियम का संवर्धन 2015 साल के समझौते में निर्धारित किये स्तर की तुलना में 25 प्रतिशत बढ़ाया होने का दावा आन्तर्राष्ट्रीय परमाणुऊर्जा आयोग ने किया था। साथ ही, ईरान के पास होनेवाले युरेनियम की राशि में से दो परमाणु बमों का निर्माण किया जा सकता है, यह भी कहा था। ऐसा होने के बावजूद, ईरान के परमाणुकार्यक्रम को लेकर जाँच की आवश्यकता नहीं है, ऐसा आयोग ने इस रिपोर्ट में कहा है। इसलिए, आयोग ने ईरान का पक्ष लिया, ऐसा आरोप इस्रायल कर रहा होकर, आयोग की निष्पक्षता पर इस्रायल के प्रधानमंत्री ने सवाल उपस्थित किया है। 

परमाणु कार्यक्रम को क्लीनचीटईरान ने परमाणुऊर्जा आयोग को धोका दिया है, ऐसी आलोचना इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दी। ‘प्रतिबंधित स्थान पर परमाणु सामग्री पायी जाने के बारे में ईरान ने दी सफ़ाई का भरोसा नहीं किया जा सकता। तांत्रिक दृष्टि से भी वह नामुमक़िन है’, ऐसा नेतान्याहू ने कहा। साथ ही, ‘ईरान ने परमाणुऊर्जा आयोग के साथ झूठ बोलना जारी ही रखा है। ईरान को मोहलत देकर, परमाणुऊर्जा आयोग ने इस देश के सामने शरणागति का स्वीकार किया है। आयोग की अब तक की छवि मलीन करनेवाली यह रिपोर्ट है, ऐसा दावा इस्रायल के प्रधानमंत्री ने किया।

यदि आयोग ने इस संदर्भ में राजकीय भूमिका अपनाई है, तो फिर इस संगठन ने दर्ज़ किये, ईरान के परमाणुकार्यक्रम विषयक निष्कर्षों का गंभीरता से विचार नहीं किया जा सकता। क्योंकि फिर ये निष्कर्ष कुछ मायने ही नहीं रखते’, इन शब्दों में नेतान्याहू ने आयोग को खरी-खरी सुनाई।

इस रिपोर्ट के बाद नेतान्याहू के मंत्रिमंडल के ऊर्जामंत्री इस्रायल कात्झ ने ईरान को चेतावनी दी। ‘इसके बाद हम केवल निर्णय के पड़ाव पर पहुँचते हैं, जहाँ या तो ईरान परमाणुबम के निर्माण तक पहुँचेगा, या फिर इस्रायल ईरान पर कार्रवाई करेगा। इन दोनों विकल्पों में से, इस्रायल ईरान के परमाणुकार्यक्रम पर कार्रवाई करेगा यह तो निश्चित है। उसके लिए सारी आवश्यक तैयारी हो चुकी है’, ऐसी चेतावनी कात्झ ने दी।

इसी बीच, आयोग ने जारी की रिपोर्ट पर अभी अमरीका के बायडेन प्रशासन से प्रतिक्रिया नहीं आयी है। उल्टे, बायडेन प्रशासन ईरान के साथ परमाणुकार्यक्रम करने के लिए प्रयासशील होने की ख़बरें आ रहीं हैं।

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