नाटो की नौसेना युद्धाभ्यास के बार रशिया ने ‘ब्लैक सी’ में किया बडा युद्धाभ्यास – पनडुब्बीयां, ‘एस-४००’ एवं प्रगत लडाकू विमान युद्धाभ्यास में शामिल

Third World Warमास्को: रशिया ने प्रगत विध्वंसक, एस-४०० मिसाइल डिफेंस यंत्रणा, पनडुब्बियॉं एवं अत्याधुनिक लड़ाकू तथा बॉम्बर विमानों की सहायता से ब्लैक सी में भव्य युद्धाभ्यास शुरू किया है| नाटो ने पिछले हफ्ते में किया नौसेना अभ्यास एवं अमरिका से ब्लैक सी में अतिरिक्त सेना तैनाती के बारे में दिए गए संकेत को कडा प्रत्युत्तर देने के लिए यह अभ्यास होने की बात कही जा रही है| रशिया का भव्य युद्धाभ्यास शुरू होते समय अमरिका के विध्वंसक यूएसएस रौस भी ब्लैक सी में दाखिल हुई है|

नाटो, नौसेना युद्धाभ्यास, बार, रशिया, ब्लैक सी, बडा युद्धाभ्यास, पनडुब्बीयां, एस-४००, प्रगत, लडाकू विमान युद्धाभ्यास, शामिलपिछले हफ्ते में नाटो ने ब्लैक सी में ‘सी फील्ड २०१९’ इस नौसेना अभ्यास का आयोजन किया था| इस अभ्यास में नाटो के ‘मैरिटाइम ग्रुप टू’ के साथ ६ देशों के २५ युद्धपोत एवं लड़ाकू विमान शामिल हुए थे| नाटो का यह अभ्यास रशिया को संदेश देने के लिए होने की बात मानी जा रही थी| रशिया ने पिछले वर्ष युक्रैन के पास ब्लैक सी के क्षेत्र में युक्रैन के जहाजों को रोककर उन जहाजों के साथ उनपर होनेवाले नौसैनिकों को कब्जे में लिया था| रशिया का यह कृत्य अक्षमापात्र होने का दावा करके युक्रैन ने नाटो को हस्तक्षेप करने की बिनती की थी|

नाटो, नौसेना युद्धाभ्यास, बार, रशिया, ब्लैक सी, बडा युद्धाभ्यास, पनडुब्बीयां, एस-४००, प्रगत, लडाकू विमान युद्धाभ्यास, शामिलनवंबर महीने में हुई घटना के बाद नाटो ने ब्लैक सी के क्षेत्र में नौसेना तैनाती लगातार बढ़ाने की धारणा कार्यान्वित की है और बड़े तादाद में अभ्यास का आयोजन उसी का भाग माना जा रहा है| उस समय हुए सी फील्ड अभ्यास रोमानिया एवं सहयोगी देशों के आयोजन का भाग है| फिर भी उनमें बढ़ते युद्ध नौकाओं की तैनाती ध्यान केंद्र करने वाली ठहरी है| नाटो ने दिखाई आक्रामकता को रशिया ने तत्काल प्रत्युत्तर देने की बात नए अभ्यास से दिखाई दे रही है|

रशियन नौसेना ने ब्लैक सी फ्लीट एवं साउथ मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट ने नाटो के अभ्यास के बाद तत्काल व्यापक युद्धाभ्यास करने का निर्णय लिया| नाटो के इस तैनाती को प्रत्युत्तर देने के लिए रशिया ने इस अभ्यास में युद्धनौकाओं के साथ पनडुब्बियॉं, मिसाइल डिफेंस सिस्टम, कोस्टल डिफेंस सिस्टम, लड़ाकू विमान इनका समावेश किया| जिसकी वजह से रशिया का यह युद्धाभ्यास नाटो एवं रशिया में तनाव अधिक बढ़ाने वाला होगा ऐसा कहा जा रहा था|

दौरान रशिया का युद्ध अभ्यास शुरू होते समय अमरिका की प्रगत विध्वंसक यूएसएस रौस ब्लैक सी सागर क्षेत्र में दाखिल होने की बात उजागर हुई है|

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