सऊदी के जंगी जहाज और ऑइल टैंकर्स को जलसमाधि देंगे- येमेन के हौथी बागियों का इशारा

सना: ‘सऊदी अरेबिया और अरब मित्र देशों ने येमेन के बंदरगाह पर लगाई हुई पाबन्दी हटाई नहीं तो एडन की खाड़ी से सफ़र करने वाले सऊदी के जंगी जहाज और ऑइल टैंकर्स को जलसमाधि देंगे’, ऐसा इशारा येमेन के हौथी बागियों ने दिया है। इन बागियों को ईरान की ओर से किसी भी प्रकार की रसद न मिले, इस लिए सऊदी अरेबिया ने पिछले हफ्ते येमेन की सीमारेखा और समुद्री सीमा पर पहरा लगाया। इस पहरे की वजह से येमेनी जनता पर भूखे रहने का वक्त आएगा, ऐसा संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इशारा दिया था। इसी लिए इस पहरे को हटाने के लिए हौथी बागियों ने सऊदी को दी हुई धमकी वास्तव में उतारने की कड़ी संभावना है।

जलसमाधि

हफ्ते भर पहले येमेन से सऊदी की राजधानी रियाध पर बॅलेस्टिक मिसाइल प्रक्षेपित किया गया था। सऊदी की सुरक्षा यंत्रणा ने ‘पैट्रियट’ इस मिसाइल भेदी यंत्रणा का इस्तेमाल करके इस मिसाइल को नष्ट किया था। येमेन के हौथी बागियों ने यह मिसाइल हमला किया और ईरान ने इन बागियों को हथियारों की आपूर्ति करने का आरोप सऊदी ने लगाया है। उसके बाद ईरान से इन बागियों को रसद न मिले, इसलिए सऊदी और अरब मित्र देशों ने येमेन को घेर लिया। साथ ही येमेन की समुद्री सीमा में कोई भी जहाज न घुसे, इसके लिए सऊदी और मित्र देशों ने गश्त लगाना शुरू किया।

पिछले सात दिनों से येमेन की सभी सीमाएं बंद होने की वजह से येमेन के जनता दुविधा में पड़ने की चिंता संयुक्त राष्ट्रसंघ ने व्यक्त की थी। इस दुविधा की वजह से येमेन की करीब ७० लाख जनता पर भुखमरी का संकट छा गया है। सऊदी की सीमा के पास अंतरराष्ट्रीय सहायता फंसने की वजह से येमेन के अस्पताल में दाखिल हुए मरीज भी फंस गए हैं, संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इशारा दिया था। सऊदी येमेन की सीमारेखाओं को खोलदे, ऐसी मांग भी राष्ट्रसंघ ने की थी। लेकिन सऊदी ने उसे इन्कार किया था।

उसके बाद रविवार रात को हौथी बागियों ने सऊदी और मित्र देशों को संबोधित करते हुए धमकी दी है। ‘हौथी प्रमुख ने आदेश दिए तो हमारी नौसेना के मिसाइल हमले से तुम्हारी विनाशिका, ऑइल टैंकर्स को कोई नहीं बचा सकता। सऊदी और अमरिका की आक्रामकता को तुरंत जवाब देने के लिए हम तैयार हैं’, ऐसी धमकी हौथी बागियों ने दी है।

उसीके साथ ही रियाध पर प्रक्षेपित किया हुआ मिसाइल येमेन में ही निर्माण किया गया था, ऐसा भी हौथी बागियों ने घोषित किया है। दौरान, येमेन की दक्षिण में स्थित एडन की खाड़ी यह महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय समुद्री यातायात का मार्ग माना जाता है। पर्शियन खाड़ी से इंधन, गैस और अन्य कच्चा माल लेकर यूरोपीय देशों की ओर सफ़र करने वाले व्यापारी जहाज, ऑइल टैंकर्स को एडन की खाड़ी से रास्ता निकालना पड़ता है। इस वजह से इस समुद्री रास्ते से जाने वाले ऑइल टैंकर्स पर हौथी बागियों ने हमला किया तो उसका बहुत बड़ा परिणाम हो सकता है।

हौथी बागियों ने सऊदी और मित्र देशों के ऑइल टैंकर्स पर हमला किया तो सऊदी और मित्र देश येमेन पर हमला अधिक तीव्र करेंगे। इस वजह से भयंकर युद्ध भड़कने की संभावना है और इस युद्ध में ईरान भी हिस्सा ले सकता है।

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