युक्रैन में युद्ध के दौरान हौथी विद्रोहियों ने सौदी पर हमलों की तीव्रता बढाई

तेहरान/रियाध – येमन के हौथी विद्रोहियों ने सौदी अरेबिया के दक्षिण में जज़ान बंदरशहर पर हमले करके उस पर कब्ज़ा कर लिया है, यह बात ईरान के समाचार संस्था ने कही है। हौथी विद्रोहियों और सौदी की सेना में छिडे संघर्ष में बडी जीवन हानी होने का दावा इस ईरानी समाचार संस्था ने किया। मगर इस दावे को समर्थन नहीं मिला है। पर, पिछले २४ घंटों में सौदी ने हौथी विद्रोहियों के ठिकानों पर १७ हवाई हमले किए हैं, यह समाचार मिल रहे हैं।

houthi-saudi-attacks-intensified-2दो दिन पहले सौदी अरेबिया के दक्षिण में स्थित ’जिज़ान’ प्रांत की राजधानी जज़ान पर हौथी विद्रोहियों हमले किए थे। इन हमलों की वजह से हौथी विद्रोहियों ने जज़ान के ’अल-हथिरा’ भाग का कब्ज़ा पाने में सफलता मिलने का दावा ईरान के समाचार संस्था ने किया है। इसके अलावा, सौदी के ’अल तुवाल’ प्रांत की सेना के ठिकानों पर भी हौथी विद्रोहियों ने हमले किए, यह इस समाचार संस्था ने कहा है।

जज़ान सौदी का बंदर शहर है और यहां पर परदेसी जहाज़ मालवहन के लिए आते हैं। इसलिए जज़ान शहर के बारे में ईरान की समाचार संस्था द्वारा दिए गए इस समाचार का महत्व बढ गया है। पर इस पर सौदी से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। 

शनिवार को सौदी अरेबिया पुरस्कृत अरब देशों की लश्करी आघाडी ने येमन में हौथी विद्रोहियों के ठिकानों पर हमले किए। मरिब, अल-बायदा और ताईज़ प्रांतों के हौथी ठिकानों पर अरब देशों की लश्करी आघाडी ने १७ हवाई हमले किए। इस कार्यवाई में हौथी विद्रोहियों के ताबे के ११ लश्करी वाहन नष्ट किए जाने की बात सौदी के समाचार चैनल ने कही है। येमन के अबेस और हराध ज़िलों में भी हौथी विद्रोही तथा येमन की सेना में ज़ोरदार संघर्ष हुआ था। इस पृष्ठभूमि पर सोमवार के दिन तडके ही हौथी विद्रोहियों ने सौदी अरेबिया परप विस्फोटों से सज्जित ड्रोन हमला किया।

houthi-saudi-attacks-intensified-1नागरी बस्तियों पर किए हुए इस ड्रोन हमले की वजह से सौदी को बडी जीवन हानी सहनी पडती, मगर सौदी की सुरक्षा यंत्रणाओं ने समह के रहते कार्यवाई करके हौथी विद्रोहियों के ड्रोन्स गिराए। इसकी वजह से अनर्थ टलने का दावा सौदी की यंत्रणाएं कह रही हैं। युक्रैन-रशिया के संघर्ष के कारण अंतरराष्ट्रीय तनाव बढा है। इस लाभ उठाकर हौथी विद्रोहियों ने सौदी पर हमले किए, ऐसा सौदी के माध्यमों का कहना है।

पिछले वर्ष बायडेन प्रशासन ने हौथी विद्रोहियों को आतंकियों की सूचि से निकाला था। सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात सहित अरब राज्यों की सुरक्षा, जो खाड़ी में अमेरिका के रणनीतिक सहयोगी हैं, इन हौथी विद्रोहियों की वजह से खतरे में हैं। इस हमले में परदेसी मालवाहक जहाज़ों की नुकसान हुआ था। इसके बावजूद बायडेन प्रशासन ने हौथी विद्रोहियों आतंकी सूचि से निकालने के कारण अरब देशों ने तीव्र नाराज़गे व्यक्त की थी।

फरवरी में हौथी विद्रोहियों ने युएई की राजधानी अबु धाबी पर मिसाईल हमले किए थे। तत्पश्चात बायडेन प्रशासन ने हौथी विद्रोहियों  को फिर से आतंकीयों की सूचि में शामिल करने के बारे सोचा जा रहा है, ऐसा घोषित किया था। पर अब तक बायडेन प्रशासन ने यह निर्णय नहीं लिया है, खाडी के माध्यम इस बात की ओर ध्यान दिला रहे हैं।

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