चीन के पैसो के पीछे भागनेवाले हॉलिवूड, एनबीए और अमरिकी कंपनियों के हाथ खून से रंगे हैं – अमरिकी पत्रकार जेक टॅपर का आरोप

हॉलिवूडवॉशिंग्टन/बीजिंग – ‘अमरीका की सिनेमा सृष्टि ‘हॉलिवूड’, क्रीडा संगठन ‘एनबीए’ और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को चीन से मिलनेवाले आर्थिक फायदे ने अंधा किया होकर, कम्युनिस्ट हुकूमत द्वारा किए जानेवाले अत्याचार उन्हें दिख नहीं रहे हैं। कितना भी महँगा साबुन क्यों ना लिया जाए, फिर भी उनके हाथ को लगा खून कभी भी साफ नहीं होगा’ ऐसी करारी फटकार अमरिकी पत्रकार और न्यूज़ एंकर जेक टॅपर ने लगाई है। इस समय टॅपर ने झिंजिआंग में उइगरवंशियों पर होनेवाले अत्याचार और टेनिस खिलाड़ी पेंग शुई का ज़िक्र करके हॉलिवूड, एनबीए तथा अमरिकी कंपनियों को आड़े हाथ लिया।

हॉलिवूडपिछले कई सालों से ‘सीएनएन’ इस न्यूज़ चैनल में कार्यरत रहने वाले टॅपर ने रविवार को हॉलीवुड समेत अन्य लोगों की आलोचना की। ‘स्टेट ऑफ द युनियन’ नामक कार्यक्रम में टॅपर ने चिनी टेनिस खिलाड़ी पेंग शुई, उइगरवंशिय और चीन के मानवाधिकारों का मुद्दा उपस्थित किया। ‘हॉलिवूड, एनबीए, आयओसी और वॉल स्ट्रीट के लखपति तथा अरबपति चीन के पैसों के लालच में डूबे हुए हैं। उन्हें चीन की हुकूमत द्वारा किए जानेवाले अत्याचार और मानवाधिकारों का उल्लंघन दिख नहीं रहा है’, ऐसा तीखा आरोप सीएनएन के निवेदक ने किया।

‘ओलंपिक गेम्स राजनीति से मुक्त होने चाहिए, यह मुद्दा बराबर है। लेकिन चीन का मुद्दा राजनीति से जुड़ा नहीं है। चीन की सत्ताधारी हुकूमत पर होनेवाले आरोप, पेंग शुई के साथ किए गए बर्ताव की तुलना में अधिक गंभीर हैं’, इस पर टॅपर ने गौर फ़रमाया। इस समय उन्होंने ‘वुमन्स टेनिस असोसिएशन’ (डब्ल्यूटीए) ने किए फ़ैसले का स्वागत किया। डब्ल्यूटीए के अध्यक्ष स्टीव्ह सिमॉन ने, पेंग शुई की सुरक्षा पर सवाल उपस्थित करनेवाला बड़ा पत्रक जारी करके चीन का निषेध किया था। साथ ही, आनेवाले साल में चीन तथा हांगकांग में आयोजित होनेवालीं महिलाओं की टेनिस प्रतियोगिताएँ रद्द करने की घोषणा करके चीन को ज़बरदस्त झटका दिया था। लेकिन अन्य संगठन तथा अन्य क्षेत्रों से इस प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई, इस पर टॅपर ने नाराज़गी ज़ाहिर की।

हॉलिवूडअमरीका की ‘अ‍ॅपल’, ‘नाईके’ तथा कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां झिंजिआंग में बनाए गए उइगरवंशियों के कंसंट्रेशन कैंप में तैयार हुए उत्पादन अमरिकी जनता को बेच रहे हैं। सार्वजनिक रूप में वे हालांकि ‘गुलाम कामगारों’ के विरोध में बात करते हैं, फिर भी प्रत्यक्ष रूप में उन्होंने ही तैयार किए उत्पादनों में से लाखों डॉलर्स का फायदा कमा रहे हैं, ऐसी आलोचना पत्रकार जेक टॅपर ने की। अपने कार्यक्रम के अंत में हॉलीवुड को लक्ष्य करते समय उन्होंने, यह उद्योग चीन की सत्ताधारी हुकूमत के आदेशों के सामने घुटने टेक रहा है, ऐसा आरोप भी किया।

अमरीका की संसद ने भी इससे पहले बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ तथा ‘एनबीए’ को पत्र लिखकर फटकार लगाई थी। लेकिन उसके बावजूद भी हॉलीवुड समेत अमरीका के क्रीड़ा संगठन तथा कंपनियाँ चीन परस्त नीति अपना रही हैं, यह बात सामने आई है।

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