हमास के  हमले यानी इस्रायल से सहयोग करने की तैयारी में बैठे देशों के लिए संदेश – लेबनान की हिजबुल्लाह की सौदी और अरब देशों को चेतावनी

हिजबुल्लाहबैरूत – गाजा पट्टी की हमास के आतंकवादियों ने इस्रायल पर किए भीषण रॉकेट हमलों का लेबनान की आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह ने स्वागत किया है। इस्रायल के साथ सहयोग करने की तैयारी में बैठे अरब देशों के लिए हमास के यह हमले यानी संदेश होने की चेतावनी हिजबुल्लाह ने दी है। साथ ही हमास ने इस्रायल के खिलाफ शुरू किए संघर्ष का विश्व के अरब-इस्लामी देश समर्थन करें, ऐसा आवाहन हिजबुल्लाह ने किया है। इस्रायल पर हुए हमलों के लिए हमास की सहायता कर रही गाजा की आतंकवादी संगठन इस्लामिक जिहाद ने भी इस्रायल से सहयोग करने के इरादे रखने वाले अरब देशों की आलोचना की है।

शनिवार की सुबह करीबन ६.३० बजे हमास के आतंकवादियों ने इस्रायल पर जोरदार हमले किए। इससे कम से कम १०० इस्रायली नागरिक मारे गए हैं और इनमें वरिष्ठ प्रशासकीय अधिकारियों का समावेश है। इसी बीच हमास ने इस्रायली सेना के वरिष्ठ अधिकारी का अपहरण करने की खबरें भी प्राप्त हो रही हैं। हमास के इन हमलों की दुनियाभर में आलोचना हो रही हैं। लेकिन, लेबनान की हिजबुल्लाह और ईरान ने इस्रायल पर हुए इन हमलों का स्वागत किया है।  

हिजबुल्लाह का प्रमुख हसन नसरल्ला ने इस्रायल पर धांवा बोलने वाली ‘अल-कासम ब्रिगेड’ और ‘इस्लामिक रेज़िस्टसन्स मुव्हमेंट’ जैसी हमास से जुड़ी संगठनों का समर्थन किया है। ‘पैलेस्टिनियों के अधिकारों को छिनने के इरादे रखने वाले इस्रायल पर हुए यह हमले सही हैं’, यह कहकर हिजबुल्लाह के प्रमुख ने हमास के हमलों को समर्थन घोषित किया  है। साथ ही ‘पैलेस्टिन के लिए हो रहा संघर्ष अभी भी बरकरार हैं और आगे भी जारी रहेगा। इस्रायल सहयोग स्थापित करने के इरादे में बैठे अरब और इस्लामी  देशों के लिए हमास के यह हमले यानी चेतावनी  हैं’, ऐसा नसरल्ला ने धमकाया है।

हमास ने इस्रायल के विरोध में शुरू किए इस युद्ध के लिए दुनियाभर के अरब-इस्लामी देशों का समर्थन आवश्यक होने का दावा नसरल्ला ने किया। यह देश पैलेस्टिन और पैलेस्टिनियों के अधिकारों के लिए हमास के इन हमलों के लिए पुरी सहायता करें, ऐसी चेतावनी भी हिजबुल्लाह के प्रमुख ने दी है। गाजा पट्टी की आतंकवादी संगठन ‘इस्लामिक जिहाद’ के प्रमुख ने भी नसरल्ला की तरह अरब-इस्लामी देशों को धमकाया है। कोई भी अरब-इस्लामी देश इस्रायल से सहयोग स्थापित न करें, ऐसा आवाहन इस्लामिक जिहाद के नेता ने किया है।  

इस्रायल और सौदी अरब का सहयोग स्थापित करने के लिए अमरीका के बायडेन प्रशासन ने जोरदार कोशिश शुरू करने का दावा किया जा रहा है। इस्रायल की तरह सौदी भी इस सहयोग के लिए उत्सुक होने की बात हाल ही के दिनों में सामने आयी थी। सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने इस्रायल से सहयोग करने के लिए तैयार होने के संकेत दिए थए। इसके लिए ईंधन का उत्पादन बढ़ाने की तैयारी भी सौदी ने दर्शायी है। लेकिन, उससे पहले अमरीका हमारी मांगे पुरी करें, इसपर सौदी ध्यान आकर्षित कर रहा हैं।

इस्रायल और सौदी का सहयोग स्थापित करने के लिए शुरू इन गतिविधियों के कारण ईरान काफी बेचैन हुआ है। ‘इस्रायल एक प्रतियोगिता में हारने वाला घोडा हैं और इसपर कोई भी अरब देश दांव न लगाए’, ऐसी चेतावनी ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी ने दी थी। इस वजह से अरब देशों का ही नुकसान होगा, यह कहकर खामेनी ने सौदी को धमकाया था।
इसके दो दिन बाद ही ईरान से जुड़ी हमास ने इस्रायल पर हमला करके रॉकेट की बौछार की है। इसके अलावा ईरान से ही जुडे आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह और इस्लामिक जिहाद ने भी इसी मुद्दे पर अरब देशों को धमकाया है।

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