इस्रायल और सौदी का सहयोग रोकने के लिए हमास ने इस्रायल पर हमलें किए – अमरिका के विदेश मंत्री ब्लिंकन का दावा

वॉशिंग्टन – ईरान ने अपना समर्थन हमास को ही होगा, यह ऐलान किया है। तभी कतर और कुवैत इन देशों ने भी हमास के पक्ष में समर्थन दर्शाया है। शनिवार से शुरू हुए इस युद्ध के लिए वास्तव में इस्रायल ही ज़िम्मेदार होने के दावे यह देश कर रहे हैं। लेकिन, सौदी अरब और सौदी के प्रभाव में होने वाले खाड़ी के अन्य देशों ने किसी के भी पक्ष में खड़े हुए बिना यह युद्ध तुरंत रोकने का आवाहन किया है। लेकिन, सौदी ने इस्रायल के साथ राजनीतिक सहयोग स्थापित करने के लिए कदम बढ़ाने की वजह से ही हमास ने इस्रायल के खिलाफ युद्ध शुरू किया है, ऐसे दावे कुछ निरिक्षकों ने किए थे। रविवार को अमरिका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने इस दावे का समर्थन किया।

इस्रायल के साथ सहयोग करने के लिए सौदी अरब ने पहल की है। इसी वजह से हमास ने इस्रायल पर यह हमला किया होगा, ऐसा दावा अमरिका के विदेश मंत्री ने किया। अमरिका के उप-सुरक्षा सलाहकार जॉन फिनर ने भी अमरिकी समाचार चैनल से बात करते हुए हमास के इस हमले के पीछे सौदी-इस्रायल का स्थापित हो रहा राजनीतिक सहयोग ही होगा, ऐसी संभावना जताई है। साथ ही इस हमले के पीछे ईरान का हाथ होने की कड़ी आशंका भी फिनर ने व्यक्त की है और इसकी जानकारी कुछ समय बाद सामने आ सकती है, ऐसा फिनर ने कहा है।

हमास ने इस्रायल में किए इस हमले में अमेरिकी नागरिक भी मारे गए हैं। अमरिका ने इसका बड़ी गंभीरता से संज्ञान लिया है, ऐसा विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा है। साथ ही हम इस्रायल के लिए जल्स ही अमरिका की ओर से सैन्य सहायता का ऐलान करेंगे, यह जानकारी भी ब्लिंकन ने साझा की। इसके ज़रिये इस युद्ध में अमरिका इस्रायल के पक्ष में ड़टकर खड़ी रहेगी, ऐसे संकेत भी अमरिका दे रही हैं। ईरान का परमाणु कार्यक्रम एवं अन्य कई मुद्दों पर अमरिका और इस्रायल की सरकार के बीच गंभीर मतभेद हैं। लेकिन, इस्रायल के अस्तित्व को खतरा होते हुए अमरिका यह विवाद दूर रखकर इस्रायल को पूरा सहयोग करेगी, यह संदेश बायडेन प्रशासन दे रहा हैं।

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