रशिया-युक्रेन युद्ध के कारण अनाज और ऊर्जा क्षेत्र पर जागतिक संकट – ‘जी7′ गुट की चेतावनी

बर्लिन – रशिया-युक्रेन युद्ध के कारण जागतिक स्तर पर अनाज और ऊर्जा क्षेत्र पर भयानक संकट आया है, ऐसी चेतावनी ‘जी7′ गुट ने दी। शनिवार को बर्लिन में हुई बैठक में यह चेतावनी देते समय, इस संकट का सबसे बड़ा झटका गरीब देशों को लग रहा है, यह भी ‘जी7′ गुट के सदस्य देशों ने जताया। रशिया ने युक्रेन से निर्यात होनेवाला लाखो टन अनाज रोककर रखा होने के कारण ‘ग्लोबल फूड क्रायसिस’ निर्माण हुआ होने का दावा जर्मनी की विदेशमंत्री ऍनालेना बेअरबॉक ने इस समय किया।

रशिया-युक्रेन युद्ध के कारण अनाज और ऊर्जा क्षेत्र पर जागतिक संकट - ‘जी7' गुट की चेतावनीरशिया और युक्रेन इन देशों का उल्लेख ‘दुनिया का ब्रेडबास्केट’ ऐसा किया जाता है। गेहूँ, दलहन, कॉर्न, सूरजमुखी इनके उत्पादन में ये देश अग्रसर हैं। जागतिक दलहन की कुल निर्यात में से लगभग 14 प्रतिशत निर्यात रशिया और युक्रेन से की जाती है। रशिया-युक्रेन युद्ध के कारण दोनों देशों के कृषि उत्पादनों पर बड़ा असर हुआ है। रशिया पर थोंपे गये प्रतिबंधों के चलते इस देश से होनेवाली अनाज की निर्यात पर असर हुआ है। वहीं, युक्रेन पर किये हमलों के कारण इस देश की ख़ेतज़मीनों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। उसी समय, युक्रेन के कुछ इलाक़े रशिया के कब्ज़े में होने के कारण उनमें से होनेवाली अनाज की निर्यात भी रोक दी गयी है।

रशिया-युक्रेन युद्ध के कारण अनाज और ऊर्जा क्षेत्र पर जागतिक संकट - ‘जी7' गुट की चेतावनीरशिया ने युक्रेन के बंदरगाहों पर कब्ज़ा करने के कारण, उनके माध्यम से होनेवाली नौं करोड़ टन अनाज की निर्यात रुकी होने का दावा युक्रेन सरकार ने किया है। उसका हवाला देकर ‘जी7′ गुट ने, अनाज के संकट का ठिकरा रशिया पर फोड़ा है। ‘रशिया ने छेड़े हुए आक्रामक युद्ध के कारण अनाज तथा ऊर्जा क्षेत्र में ऐतिहासिक क़िस्म के संकट का सामना करना पड़ रहा है। दुनियाभर के गरीब देशों को इसका बड़ा झटका लगा है’, ऐसा ‘जी7′ देशों ने जताया। रशिया-युक्रेन युद्ध के चलते खाड़ीक्षेत्र के और अफ़्रीकी देशों पर अनाज की किल्लत तथा भूख़मरी का संकट आया होने का दावा भी ‘जी7′ द्वारा किया गया।

इस समय जी7 देशों ने चीन को भी चेतावनी दी होकर, रशिया पर लगाये गये प्रतिबंधों का प्रभाव कम करने के लिए सहायता ना करें, ऐसा जताया है।

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