ओपेक और रशिया के बीच हुई सहमति के बाद ईंधन दाम बढ़ने के संकेत

वॉशिंग्टन/रियाध – ईंधन के उत्पादन में ऐतिहासिक कटौती करने के बारे में ओपेक और रशिया के बीच हुई सहमति के बाद आंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में ईंधन के दाम बढ़ने के संकेत मिलने लगे हैं। सोमवार को अमरीका के कच्चे तेल की क़ीमतों में २.६ प्रतिशत की वृद्धि हुई होकर, आनेवाले समय में इसमें और सुधार होगा, ऐसा दावा किया जा रहा है। इसी दौरान, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ओपेक के निर्णय का स्वागत किया। साथ ही, इस निर्णय से ईंधनक्षेत्र और भी मज़बूत हो जायेगा, ऐसा विश्वास ट्रम्प ने व्यक्त किया।

पिछले कुछ हफ़्तों से ईंधन की क़ीमतों में भारी गिरावट दर्ज़ हुई थी। इसके पीछ, ईंधन उत्पादक देशों का संगठन ओपेक का नेतृत्व करनेवाला सौदी अरेबिया और रशिया के बीच के मतभेद होने की बात स्पष्ट हुई थी। ईंधन का उत्पादन कम करने की माँग सौदी ने की थी और रशिया ने उसे ठुकरा दिया था। इसी कारण, कोरोनावायरस की महामारी शुरू होने के बाद ईंधन की माँग में भारी मात्रा में गिरावट आने के बावजूद भी, ईंधन का उत्पादन कम करने के बजाय बढ़ा दिया गया था। ऐसी ही हालात क़ायम रहे, तो ईंधन के दाम प्रतिबॅरल १० डॉलर्स तक नीचे आ जायेंगे, ऐसी चिंता ज़ाहिर की जा रही थी।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने, ओपेक सदस्य और रशिया तथा अन्य ईंधन उत्पादक देशों को चर्चा करके इसका हल निकालने का आवाहन किया था। इस पार्श्वभूमि पर, गत कुछ दिनों से ओपेक और रशिया के बीच चर्चा शुरू थी। सौदी अरेबिया और रशिया ये दो प्रमुख देश इस चर्चा में मुख्य भूमिका निभा रहे थे। ईंधन का उत्पादन कम किये बग़ैर ईधन दामों में हो रही गिरावट को रोक नहीं सकते, यह इस बैठक में निश्चित हुआ था। लेकिन ईंधन के उत्पादन में कटौती कितनी होनी चाहिए, इसपर सौदी और रशिया में तीव्र मतभेद थे। लेकिन पिछले कई दिनों की चर्चा के बाद रविवार को सौदी और रशिया में इस विषय पर एकमत हुआ।

उसके अनुसार, ओपेक और सहयोगी देश उत्पादन में प्रति दिन ९७ लाख बॅरेल्स की कटौती करनेवाले हैं। ओपेक देशों के इतिहास में पहली बार ही इतनी भारी मात्रा में कटौती घोषित की गयी है। ईंधन उत्पादन में य्ह कटौती १ मई से लागू की जानेवाली होकर, ३० जून तक यह कटौती जारी रहेगी। जुलाई महीने की शुरुआत से यह कटौती कम करके प्रति दिन ७७ लाख बॅरेल्स इतनी होगी। इस साल के अन्त तक कटौती की यह मात्रा क़ायम रहेगी। वहीं, जनवरी २०२१ से यह कटौती प्रति दिन ५८ लाख बॅरेल्स तक कम की जायेगी, ऐसी जानकारी ओपेक ने दी।

ओपेक और सहयोगी देशों ने लिये इस निर्णय के परिणाम आंतर्राष्ट्रीय बाज़ार के ईंधन के दामों पर दिखायी देंगे, ऐसा दावा किया जा रहा है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सौदी और रशिया के बीच हुई इस सहमति का स्वागत किया। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन और सौदी के क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने लिये इस निर्णय के लिए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने उन दोनों का अभिनंदन किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.