रशियन सेना का विमान ‘ब्लॅक सी’ में गिरा; ९२ लोगों की मौत

मॉस्को, दि. २५: सीरिया की ओर जानेवाला रशियन सेना का विमान रविवार सुबह ‘ब्लॅक सी’ में गिर गया| इस दुर्घटना में, विमान में यात्रा करनेवाले सभी ९२ लोगों की मौत होने का दावा किया जा रहा है| इस विमान में रशियन सेना के कुछ अधिकारी और पत्रकार समेत सेना के मिलिट्री बॅन्ड ‘रेड आर्मी कॉयर’ के ६४ सदस्य यात्रा कर रहे थे| सीरिया के हवाईअड्डे पर तैनात रशियन जवानों के लिए, ख्रिसमस के अवसर पर कुछ कार्यक्रम पेश करने यह पथक जा रहा था, ऐसा कहा जाता है| इस विमान के कुछ अवशेष ब्लॅक सी में मिले होने की जानकारी रशियन सूत्रों ने दी|

‘ब्लॅक सी’रशियन सेना के जत्थे में रहनेवाले ‘टीयू-१५४’ इस सेना-परिवहन विमान ने दक्षिण रशिया के सोची शहर से रविवार सुबह ५ बजकर २५ मिनट पर सीरिया की ओर उड़ान भरी| लेकिन कुछ ही मिनटों में यह विमान रडार से गायब हो गया| यह विमान ‘ब्लॅक सी’ में गिर गया, यह बाद में स्पष्ट हुआ| सोची शहर से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर ५० और ७० मीटर नीचे समुद्र में इस विमान के अवशेष पाये गए, ऐसी जानकारी रशिया के रक्षा मंत्रालय की ओर से दी गयी|

सीरिया के राष्ट्राध्यक्ष बशर अल अस्साद का साथ देनेवाले रशिया ने, सीरिया के आतंकवादियों पर बडी मात्रा में हवाई हमले किये थे| इसके लिए पश्‍चिमी सीरिया के खेमिम इस वायुसेना के हवाईअड्डे का इस्तेमाल रशियन सेना द्वारा किया जा रहा है| इस हवाईअड्डे पर रशिया के कई जवान तैनात हैं, जिनके साथ ख्रिसमस मनाने के लिए खास प्रचलित ‘रेड आर्मी कॉयर’ इस मिलिट्री बॅन्ड को यहाँ भेजा गया था| इस मिलिट्री बॅन्ड के ६४ सदस्य इस विमान में थे| इनके अलावा सेना के कुछ जवान और अधिकारी तथा नौं पत्रकार भी थे, ऐसा दावा रशियन मीडिया ने किया है|

‘ब्लॅक सी’इस विमान में मानवाधिकार सदस्या डॉक्टर एलिझावेटा ग्लींका भी यात्रा कर रही थीं| सन २०१२ में, रशिया-युक्रेन संघर्ष में किये कार्य के लिए उन्हें रशिया का सर्वोच्च नागरी सन्मान दिया गया था| साथ ही, आठ विमान कर्मचारियों समेत करीबन ९२ लोग इस विमान में से सीरिया की ओर जा रहे थे|

यह विमान पेट्रोल भरने के लिए सोची शहर में उतारा गया था| लेकिन सोची से उड़ान भरने के बाद कुछ ही मिनटों में इस विमान की दुर्घटना हुई| प्रधानमंत्री दिमित्रि मेदवेदेव्ह ने इस दुर्घटना पर शोक जताया है| इस दुर्घटना के कारण का अब तक पता चला नहीं| यह विमान सन १९८३ में रशियन सेना के जत्थे में दाखिल हुआ था| अब तक इस विमान ने कुल ७,००० घंटों की उडानें भरी थीं| सन २०१४ में इस विमान की आख़िरी मरम्मत हुई थी, यह जानकारी सामने आ रही है| इस विमान दुर्घटना की तहकिक़ात के आदेश दिये गये हैं, ऐसा रशिया की जाँच समिती ने कहा है|

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