‘रेड टेप’ से ‘रेड कार्पेट’ तक….

प्रधानमंत्री मोदी ने बागड़ोर संभाली तब भारत में ‘रेड टेप’ यानी लाल फाईल्स का कारोबार शुरू था। इस वजह से इस देश में भारी मात्रा में विदेशी निवेश नहीं हो रही थी। लेकिन, नरेंद्र मोदी ने यह चित्र बदलते दिखाई दे रहे हैं। भारत का सफर ‘रेड टेप’ यानी लाल फाईल के कारोबार से ‘रेड कार्पेट’ यानी निवेशकों का स्वागत करने तक हुआ हैं। प्रधानमंत्री मोदी को अपने देश में भारी निवेश होने की इच्छा है, इसी की उन्हें अपने देश के लिए उम्मीद हैं’, ऐसा बयान ऑस्ट्रेलिया की उद्यमी जॉर्जिना रॉईनहार्ट ने किया है। 

‘रेड टेप’प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलियन उद्यमियों की बैठक को संबोधित किया। उस समय उन्होंने भारत में मौजूद निवेश के बड़े अवसरों का अहसास ऑस्ट्रेलिया के उद्यमियों को कराया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रेलिया के कुछ उद्यमियों से स्वतंत्र बातचीत भी की। इनमें जॉर्जिना राईनहार्ट का समावेश था। वह कृषि और खनिज क्षेत्र की ‘हैन्कॉक प्रोस्पेक्टिंग’ इस बड़ी कंपनी की प्रमुख हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से हुई चर्चा के बाद किया बयान ध्यान आकर्षित कर रहा हैं।

उनके अलावा ‘फॉर्टेस्क्यू फ्युचर इंडस्ट्रीज्‌‍’ के प्रमुख एण्ड्य्रू फॉरेस्ट ने प्रधानमंत्री मोदी हरित ऊर्जा का प्रसार कर रहे ‘ग्लोबल चैम्पियन’ हैं, ऐसी सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी को कारोबार समझता हैं और यह मुद्दा उद्यमियों का उत्साह बढ़ाता है। इससे उद्योग क्षेत्र को काफी सकारात्मक संदेश प्राप्त होता है, ऐसा ‘ऑस्ट्रेलियन सुपर फंड’ के प्रमुख पॉल श्रूडर ने कहा। इससे पहले अपने सुपर फंड से भारत के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किया है। इसका काफी अच्छा अनुभव था, इसका दाखिला देकर श्रूडर ने आगे के समय में भारत के ‘नैशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड’ में निवेश करने का ऐलान किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के करीबन १५ क्षेत्रों में निवेश करने के अवसरों की अहमियत रेखांकित की। इसमें भी बुनियादी सुविधाओं के प्रकल्प, सेमीकंडक्टर्स, अंतरिक्ष, ग्रीन एनर्जी के निवेश करने के बड़े लाभ प्राप्त होंगे, इसपर प्रधानमंत्री ने ध्यान आकर्षित किया। इन सबी क्षेत्रों में किया निवेश सिर्फ निधी का नहीं होगा, बल्कि इसके साथ ही इस क्षेत्र की उन्नत प्रौद्योगिकी भी ऑस्ट्रेलिया के निवेश के साथ भारत पहुंचेगी। इस के कारण प्रधानमंत्री मोदी ऑस्ट्रेलियन उद्यमियों को प्रोत्साहित करते दिखाई दिए।

ऑस्ट्रेलियन उद्योग भारत में निवेश ना करें, बल्कि भारतीय कंपनियों के साथ भागीदारी करें, ऐसी सलाह भी प्रधानमंत्री मोदी ने दी। इस बीच भारत के आर्थिक प्रदर्शन को ऑस्ट्रेलिया के उद्यमी काफी बारीकी से देख रहे हैं, यह भी इस दौरान स्पष्ट हुआ। भारत ने अपने उद्योगों के लिए किए सुधारों का संज्ञान इन उद्यमियों ने लिया है। उद्यमी जॉर्जिना रॉईनहार्ट का बयान यही साक्ष देता है। 

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