अंतरराष्ट्रीय मुहिमों में अमरीका लष्करी तैनाती बढ़ाएँ – फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन का आवाहन

पैरिस/वॉशिंग्टन – अमरीका के नए राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन अंतरराष्ट्रीय मुहिमों में अमरीका की लष्करी तैनाती बढ़ाए, यह आवाहन फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने किया है। खाड़ी क्षेत्र के देशों में जारी मुहिमों के साथ आतंकवाद विरोधी संघर्ष में अमरीका को सहयोग बढ़ाने के लिए कोशिश करनी होगी, यह माँग भी फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष ने रखी है। अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने सीरिया, इराक, अफ़गानिस्तान और सोमालिया के साथ यूरोपिय देशों में हुई अमरिकी सेना की तैनाती कम करने का निर्णय किया था।

US-Franceअमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने वर्ष २०१६ में हुए चुनावों से पहले विदेशों में तैनात अमरिकी सैनिकों की संख्या कम करके बड़ी मात्रा में सैनिकों को वापस बुलाया जाएगा, यह आश्‍वासन दिया था। इसके बाद वर्ष २०१८ में अमरिकी रक्षामंत्री जेम्स मैटिस ने चीन और रशिया से अमरीका की सुरक्षा के लिए बनते खतरों का मुद्दा सामने लाकर अफ्रिका में तैनात सेना कम करने के संकेत दिए थे। बीते दो वर्षों में अमरीका ने अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू किया है और अब तक सीरिया, इराक, अफ़गानिस्तान, फिलिपाईन्स और जर्मनी में तैनात अमरिकी सैनिकों की संख्या कम करने के आदेश जारी किए गए हैं। इनमें से सीरिया, इराक और अफ़गानिस्तान में तैनात कुछ सैनिकों की वापसी होने की बात कही जा रही है।

ट्रम्प प्रशासन के इस निर्णय पर अमरीका के सियासी और लष्करी दायरे में तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ हुई थी। नाटो एवं अमरीका के अन्य मित्रदेशों ने भी ऐसी सेना तैनाती में कटौती करने पर नाराज़गी दर्शायी थी। अमरीका के नए राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने अपने चुनावी प्रचार के दौरान अफ़गानिस्तान से अमरिकी सेना की वापसी करने पर विरोध किया था। लेकिन, बीते महीने में अमरीका के भावी रक्षामंत्री के तौर पर लॉईड ऑस्टिन की नियुक्ति का ऐलान करने के बाद बायडेन ने यह सुझाव रखा था कि, हमेशा के लिए जारी रहनेवाले युद्ध से अमरीका को बाहर निकालने के लिए ऑस्टिन निर्णय करें। इस वजह से नाटो और यूरोपिय देशों में बायडेन की नीति को लेकर बेचैनी है। इस पृष्ठभूमि पर मैक्रॉन का यह बयान ध्यान आकर्षित कर रहा है।

US-Franceअफ़गानिस्तान में फिलहाल ढ़ाई हज़ार अमरिकी सैनिक तैनात हैं। इराक में तैनात तीन हज़ार में से ढ़ाई हज़ार सैनिक इसी महीने कम करने के संकेत दिए गए थे। सोमालिया में तैनात ७०० सैनिकों में से कुछ सैनिकों को अफ्रीका के अन्य इलाकों में तैनात करने की प्रक्रिया शुरू होने की बात कही जा रही है। अमरिकी सैनिकों की यह वापसी शुरू होने के साथ ही फ्रान्स अब अफ्रीका में अपनी तैनाती बढ़ाने के संकेत दे रहा है। कुछ दिन पहले ही फ्रान्स ने अपनी विमान वाहक युद्धपोत ‘चार्ल्स द गॉल’ की तैनाती भूमध्य समुद्री क्षेत्र एवं खाड़ी क्षेत्र में करने का ऐलान किया था।

इस पृष्ठभूमि पर फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने यह माँग रखी है कि, सीरिया और इराक में अमरीका अपनी लष्करी तैनाती दुबारा बढ़ाए। बायडेन का प्रशासन जल्द ही इससे संबंधित निर्णय करेगा, यह उम्मीद भी उन्होंने व्यक्त की है। फ्रान्स के ९०० सैनिक फिलहाल अमरीका के नेतृत्व में सक्रिय लष्करी मोर्चे में कार्यरत हैं, यह जानकारी भी उन्होंने साझा की। अगले दौर में अमरीका को बहुराष्ट्रीय रक्षा मुहिमों में अधिक से अधिक योगदान देना होगा, यह माँग भी मैक्रॉन ने अपने बयान में कही है।

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