सिरियन हवाई अड्डे पर इस्रायल के हमले में चार की मौत – ईरान के शस्त्र भंडार को लक्ष्य किए जाने की संभावना

बैरूत – सिरिया की राजधानी दमास्कर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मिसाईलों के हमलें में चार जवान मारे गए। इस्रायल की सेना ने यह हमला किया, ऐसे आरोप सिरियन सेना लगा रही है। इस हमले की वजह से दमास्कस हवाई अड्डे को कुछ समय के लिए बंद करना पडा था। इस्रायल ने उक्त हवाई अड्डे पर ईरान के छुपे भंडार को निशाना बनाने की घनी संभावना जताई जा रही है। सात महीने पहले इस्रायल ने इस हवाई अड्डे पर ऐसे ही हवाई हमले किए थे।

लेबेनान के हिज़बुल्लाह तथा सिरिया के आतंकी संघटनों को शस्त्रों से लैस करने के लिए ईरान दमास्कस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का इस्तेमाल कर रहा है, ऐसा आरोप इस्रायल लगा रहा है। ईरान शस्त्रों की तस्करी के लिए अपने यात्री विमानों का इस्तेमाल करके यह शस्त्र भंडार दमास्कस हवाई अड्डे पर भंडारण कर रहा है, ऐसा कलंक इससे पहले भी लगाया गया था। इन शस्त्रास्त्रों की सहायता से ईरान ने इस्रायल के खिलाफ युद्ध की साज़िश रची थी ऐसा इस्रायल का कहना है। पर सिरिया एवं ईरान ने इस्रायल के यह आरोप खारिज किए थे।

पिछले वर्ष 10 जून को इस्रायल के लडाकू विमानों ने दमास्कस हवाई अड्डे पर जोरदार हमले किए थे। इसमें ईरान के शस्त्रास्त्रों के लिए इस्तेमाल किए जानेवाले भंडार नष्ट होने का दावा सिरिया के ब्रिटेन स्थित मानवाधिकार संघटना एवं इस्रायली माध्यमों ने किया था। सिरिया एवं ईरान ने इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। पर इस्रायल के हमले में यहां के रनवे का बडा नुकसान होने का दावा सिरियन सरकार ने कहा था। इसके बाद दो सप्ताह के लिए यह हवाई अड्डा बंद रखना पडा था।

रविवार की आधी रात के दो बजे फिर से इसी हवाई अड्डे पर मिसाईलों का हमला हुआ। इस्रायल के लेक तिबेरियास नामक हवाई अड्डे से यह मिसाईल हमला होने का दावा सिरियन सेना ने किया है। इस हमले में अपने दो जवानों की जान चली गई तो दो घायल होने की बात सिरियन सेना ने कही है।

पर दमास्कस हवाई अड्डे के हमले में कुल चार लोगों की जान गई और इनमें दो सिरियन जवानों का समावेश है। तो अन्य दो ईरान संलग्न गुट के आतंकी थे, ऐसा बिटेनस्थित मानवाधिकार संघटना ने सिरिया में अपने अलग-अलग सूत्रों द्वारा स्पष्ट किया। दमास्कस के हवाई अड्डे पर ईरान संलग्न गुट के आतंकियों की तैनाती के मद्देनजर यहां पर ईरान का शस्त्रभंडार होने की बात इस्रायल के आरोपों की पुष्टि कर रहा है, ऐसा दावा अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक कर रहे हैं।

इस्रायकी सेना की सन 2023 में भूमिका के बारे में इस्रायल की लश्करी मुहिमों के प्रमुख मेजर जनरल ओदेद बास्युक सिरिया में हिज़बुल्लाह 2.0 नहीं होने देंगे, ऐसा दृढतापूर्वक कहा है। इसके द्वारा हिज़बुल्लाह या ईरान संलग्न आतंकी संघटनों को सिरिया में मजबूत नहीं होने देंगे, ऐसा मेजर जनरल बास्युक ने आगाह किया था। तो संरक्षदल प्रमुक्ख मेजर जनरल अविव कोशावी ने भी खाडी में अपनी सेना प्रस्थापित करने की कोशिश में होने वाले ईरान को कामयाब नहीं होने देंगे, ऐसा घोषित किया था।

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