पाकिस्तान के बलोचिस्तान में विस्फोट में चार मरे

balochistan-pak-blast-4-killed-3इस्लामाबाद – पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रांत के डेरा बुग्ती जिले में हुए सुरंग के विस्फोट में चार लोग मारे गए। इसमें पाकिस्तानी सेना का एक जवान तथा पाकिस्तान संलग्न आतंकी संघटना के तीन लोग मारे गए। पिछले पांच दिनों में बलोचिस्तान प्रांत में पाकिस्तानी सुरक्षा यंत्रणा पर हुआ यह दूसरा हमला है। पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान में बढे हुए हमलों में पाकिस्तान की यंत्रणाएं एक-दूसरे के खिलाफ दावे कर रही हैं।

शुक्रवार दोपहर को बलोचिस्तान की राजधानी क्वेट्टा से साढेतीन सौ किलोमीटर की दूरी पर डेरा बुग्ती ज़िले में ’सुई’ भाग में यह हमला हुआ। पाकिस्तानी लश्कर की मोटर यहां से गुज़रते समय वह सुरंग के ऊपर से जा रही थी इसलिए विस्फोट हुआ। इस विस्फोट में मारे गए चार लोगों में से तीन पाकिस्तान की यंत्रणा से संलग्न आतंकी संघटना के तीन आतंकियों का समावेश होने की जानकारी प्रसिद्ध हुई है। तो वे तीनों ’लश्कर-ए-तोयबा’ की आतंकी संघटना से संलग्न होने का दावा किया जा रहा है।

आज़ाद बलोचिस्तान की मांग करनेवाले ’बलोच रिपब्लिकन आर्मी-बीआरए’ ने यह विस्फोट करने के आरोप किया जा रहा है। चार दिनों पूर्व बलोचिस्तान के ही केच भाग में आतंकवादियों ने रॉकेट हमले करके पाकिस्तानी सेना की सुरक्षा चौकी ध्वस्त की थी। इसमें १० जवानों की मृत्यु हुई थी। इसके लिए भी अफगानिस्तान से पाकिस्तान में आए हुए बलोच विद्रोही संघटना जिम्मेदार होने का दावा शुरु में किया गया था।

balochistan-pak-blast-4-killed-2पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसुफ ने पाकिस्तानविरोधि आतंकवाद के लिए अफगानिस्तान का इस्तेमाल होने की बात कही थी। तो, अफगानिस्तान के तालिबान की हुकूमत के बारे में पाकिस्तान आशावादी ना होने की ध्यान आकर्षित करनेवाला विधान युसुफ ने किया था।

इसलिए पांच महीनों पूर्व पाकिस्तान के समर्थन से ही अफगानिस्तान में हुकूमत प्रस्थापित करनेवाला तालिबान अपने राष्ट्र के खिलाफ होने की चर्चा हुई थी। इसके बाद पाकिस्तान के कुछ अधिकारियों ने ईरान की सीमा से घुसपैठ किए हुए बलोच विद्रोहियों ने हमले करने की बात कही थी। इसलिए पाकिस्तानी यंत्रणा अपने राष्ट्र के आतंकी हमलों के बारे में बात छुपा रहा है ऐसी चर्चा होने लगी थी। इसलिए सकपकाए हुए कुछ पत्रकारों ने पिछले हफते लाहौर में हुए विस्फोटों के पीछे भारत की गुप्तचर प्रणाली के होने की चिल्लाहट शुरु की थी।

मगर पकिस्तान के कुछ जिम्मेदार पत्रकारों ने महत्वपूर्ण प्रश्न उपस्थित किए हैं। अफगानिस्तान या ईरान की सीमाओं से घुसपैठी करके आतंकी हमले कर रहे हैं तो क्या पाकिस्तान की सेना एवं गुप्तचर प्रणाली सो रहे थे? यह मूलभूत प्रश्न इन पत्रकारों ने उठाया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.