अमरिका के झटके के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ के ‘बजट’ में पांच प्रतिशत की कटौती

न्यूयॉर्क: ‘जेरुसलेम’ के मुद्दे पर अमरिका ने अपनाई आक्रामक नीति के परिणाम संयुक्त राष्ट्रसंघ में दिखाई देने लगे हैं। अमरिका ने संयुक्त राष्ट्रसंघ को दी जाने वाली अर्थसहायता में कटौती का निर्णय लेने के बाद, संयुक्त राष्ट्रसंघ भी अपने ‘बजट’ में ऐतिहासिक कटौती करने पर मजबूर हुआ है। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने अभी अभी मंजूर किये हुए बजट में लगभग ५ प्रतिशत की कटौती की है। यह कटौती २०१८-१९ साल के बजट के लिए है, ऐसा भी संयुक्त राष्ट्रसंघ ने अपने निवेदन में कहा है। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने की इस कटौती के पीछे अमरिका की कोशिशों की वजह है, ऐसा दावा अमरिकी राजदूत निकी हॅले ने किया है।

बजट कटौती

पिछले हफ्ते अमरिका ने जेरुसलेम के बारे में लिए निर्णय के खिलाफ राष्ट्रसंघ की आमसभा में अनुबंध मंजूर किया गया था। इस अनुबंध के पहले ही अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने, मतदान करने वाले देशों को अमरिका से मिलने वाली आर्थिक मदद को रोका जाएगा, जिस वजह से अमरिका की सही रूप में बचत होगी, ऐसा कहा था। अमरिका की राजदूत निकी हॅले ने ‘जेरुसलेम’ के निर्णय का विरोध करने वाले देशों का पर्दाफाश करने इशारा दिया था।

इस पृष्ठभूमि पर, अमरिका ने रविवार को संयुक्त राष्ट्रसंघ को दी जाने वाली आर्थिक सहायता में सीधे २८ करोड़ ५० लाख डॉलर्स कटौती करने की घोषणा की थी। राष्ट्रसंघ को अमरिका की तरफ से हर साल ३.३ अरब डॉलर्स की आर्थिक मदद दी जाती है। खर्चे का २२ प्रतिशत बोझ अमरिका उठाती है, लेकिन अगले साल से यह परिस्थिति नहीं रहेगी, राष्ट्रसंघ को अमरिका की तरफ से इतने बड़े पैमाने पर सहायता नहीं मिलेगी, ऐसा अमरिका ने कहा है। साथ ही संयुक्त राष्ट्रसंघ में आर्थिक कटौती और सुधारों के लिए दबाव डालने के संकेत भी दिए थे।

उस के बाद संयुक्त राष्ट्रसंघ ने अपने बजट में की हुई कटौती ध्यान आकर्षित करने वाली साबित हुई है। २०१८-१९ साल के लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ ने अपना ‘रेग्युलर बजट’ ५.६८ अरब डॉलर्स रखा था। लेकिन अमरिका ने आर्थिक सहायता में कटौती करने के बाद उसमें ५ प्रतिशत की कटौती कर के, उसे ५.३९७ अरब डॉलर्स तक नीचे लाया गया है। संयुक्त राष्ट्रसंघ की शांति मुहिमों के लिए निर्धारित किए हुए खर्च में भी ७.५ प्रतिशत की कटौती किए जाने की जानकारी निवेदन में दी गई है।

अमरिका की राजदूत निकी हॅले ने संयुक्त राष्ट्रसंघ ने लिए कटौती के निर्णय का स्वागत कर के, यह अमरिका ने डाले हुए दबाव का परिणाम है, ऐसा कहा है। ‘नई आर्थिक कटौती के माध्यम से संयुक्त राष्ट्रसंघ के बिखरे व्यवस्थापन को साथ ही पूरी यंत्रणा को अनुशासन लगाने और जिम्मेदारी निश्चित करने में हम सफल हुए हैं। यह ऐतिहासिक कटौती है और संयुक्त राष्ट्रसंघ को अधिक कार्यक्षम और जिम्मेदार बनाने की दिशा में डाला हुआ बड़ा कदम है’, ऐसा निकी हॅले ने कहा है।

उसी दौरान अमरिका आने वाले समय में संयुक्त राष्ट्रसंघ के अपने हितसंबंध कायम रखकर राष्ट्रसंघ को अनुशासन लगाने के ली अधिक कोशिश करेगी, ऐसे संकेत भी हॅले ने दिए हैं।

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