अफ़गान सीमा पर ताजिक सैनिक और तालिबान में संघर्ष

afghan-border-tajik-2कुंदूझ/दुशांबे – अफ़गानिस्तान के सीमा विवाद को लेकर तालिबान का पड़ोसी देशों के साथ हर दिन संघर्ष होने लगा है। अफ़गानिस्तान की ईशान कोण सीमा पर ताजिकिस्तान के सैनिक और तालिबान में संघर्ष हुआ। इस दौरान जान का नुकसान नहीं हुआ, फिर भी अफ़गान सीमा पर तालिबान की हरकतों की वजह से पड़ोसी देशों में आतंक फैला हुआ है। ताजिकिस्तान की तरह ही पाकिस्तान, ईरान और उज़बेकिस्तान की सीमाओं पर भी तालिबान चुनौती दे रहा है।

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन और ताजिकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष इमोमअली राहमोन की पिछले हफ्ते बैठक हुई। अफ़गानिस्तान के कुंदूज़ प्रांत के शेर खान बंदर सीमा पर तैनात ताजिक सैनिक और तालिबान के बीच इस बैठक पर चर्चा हो रही थी। द्विपक्षीय सुरक्षा के मुद्दे पर बोलते समय ताजिक सैनिक और तालिबान में संघर्ष छिड़ गया। तालिबान द्वारा सबसे पहले गोलीबारी करने की बात ताजिकिस्तान की सेना ने कही है। इसके बाद तकरीबन चार घंटों तक यह संघर्ष जारी रहा, ऐसा अफ़गान वृत्तसंस्था ने कहा है।

afghan-border-tajik-1कुंदूज़ प्रांत की सीमा पर ताजिक सैनिक और तालिबान में संघर्ष होने की खबरें प्राप्त हुई थीं। पिछले हफ्ते आयएस खोरासान के आतंकियों ने ताजिक इलाके पर रॉकेट हमले करने की घटना भी सामने आयी थी। कुंदूज़ प्रांत पर अपना पूरा नियंत्रण होने का दावा तालिबान कर रहा है। लेकिन, खोरासान के आतंकियों ने इसी क्षेत्र से ताजिकिस्तान पर रॉकेट हमले करने के बाद तालिबान के वर्चस्व को चुनौती प्राप्त होने की बात स्पष्ट हुई थी। ताजिकिस्तान ने भी अफ़गानिस्तान की सीमा पर अपनी तैनाती बढ़ाई थी।

ताजिकिस्तान की सुरक्षा को अंदरुनि चुनौती प्राप्त हो रही है। ताजिकिस्तान में सरकार विरोधि गुट सक्रिय हुए हैं और उन्होंने ताजिक सेना पर हमले करना शुरू किया है। कुछ घंटे पहले गौर्नो-बादखशान प्रांत में आतंकियों ने ताजिक सैनिकों पर किए हमलों में आठ लोग मारे गए। ताजिकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष राहमोन की सरकार का तख्ता पलटने के लिए और अस्थिरता फैलाने के लिए आतंकियों के यह हमले होने का दावा किया जा रहा है। गौर्नो-बादखशान प्रांत अफ़गानिस्तान और चीन की सीमा से सटा हुआ है।

इसी बीच, ताजिकिस्तान की यह अस्थिरता तालिबान और आयएस के आतंकियों के लिए लाभदाई बन सकती है। इसी कारण रशिया ने पहले ताजिकिस्तान की सुरक्षा के लिए अपनी सेना तैनात की थी।

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