बेरूत पर बाहरी शक्तियों द्वारा मिसाइलों से हमले किए जाने की संभावना – लेबनान के राष्ट्राध्यक्ष का दावा

बेरूत – अधिकारियों की लापरवाही या बाहरी ताकतों ने किए मिसाइल हमले की वजह से बेरूत के बंदरगाह में विस्फोट होने का दावा लेबनान के राष्ट्राध्यक्ष मिशेल एऑन ने किया है। साथ ही बेरूत में हुए विस्फोट की अंतरराष्ट्रीय जाँच करने की संयुक्त राष्ट्रसंघ ने की हुई माँग भी एऑन ने ठुकराई है। लेबनान के राष्ट्राध्यक्ष ने अपनाई इस भूमिका की ओर आश्‍चर्यता के साथ देखा जा रहा है। इसी बीच, अपनी देश की हुई दुरावस्था के लिए सरकार ज़िम्मेदार होने का आरोप करके हज़ारों लेबनीज प्रदर्शनकारियों ने शनिवार के दिन बेरूत में स्थित विदेश मंत्रालय पर कब्ज़ा किया।

मिसाइलों से हमले

बेरूत के बंदरगाह में असुरक्षित तरीके से रखे गए 2750 टन अमोनियम नायट्रेट की वजह से विस्फोट होने के दावे लेबनीज सुरक्षा यंत्रणाओं ने किए थे। इस मामले में संबंधित बंदरगाह के कस्टम अधिकरियों को भी गिरफ़्तार किया गया है। इस विस्फोट से कुछ दिन पहले राष्ट्राध्यक्ष मिशेल एऑन को इस असुरक्षित भंड़ारण के मामले में सावधान करने की जानकारी एक अधिकारी ने प्रदान की थी। तब एऑन ने भी इस भंड़ारण से संबंधित जानकारी प्राप्त होने की बात स्वीकार की थी। फिर भी डेढ़ सौ से अधिक लोगों की मौत का कारण बने बेरूत के इस विस्फोट के पीछे दो संभावनाएं होने की बात राष्ट्राध्यक्ष एऑन ने कही है।

मिसाइलों से हमले

‘अमोनियम नायट्रेट का यह भंड़ार बीते सात वर्षों से बेरूत के बंदरगाह में पड़ा हुआ था। इस वजह से हम इसके लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं’, यह कहकर एऑन ने अपने खिलाफ़ लगाए सभी आरोप ठुकराए हैं। साथ ही ‘इस भीषण विस्फोट के लिए अधिकारियों की लापरवाही या बाहरी ताकतों के मिसाइल या बम हमला ज़िम्मेदार होने की संभावना है’, यह बयान एऑन ने किया। साथ ही इस विस्फोट के समय लड़ाकू विमान या किसी मिसाइल ने बेरूत की हवाई सीमा में प्रवेश किया था क्या, यह जानकारी प्राप्त करने के लिए फ्रान्स से सैटलाईट फोटो माँगे गए हैं, यह कहकर एऑन ने अमोनियम नायट्रेट के बारे में हो रही चर्चा को अलग मोड़ दिया हुआ दिख रहा है।

इस विस्फोट की अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों से जाँच करने की संयुक्त राष्ट्रसंघ ने की हुई माँग भी एऑन ने ठुकराई है। यह भूमिका अपनाकर राष्ट्राध्यक्ष एऑन हिज़बुल्लाह का बचाव कर रहे हैं, यह आलोचना लेबनान में ज़ोर पकड़ रही है। वर्ष 2013 में बेरूत के बंदरगाह मे उतारे गए इस भंड़ार का कब्ज़ा हिज़बुल्लाह के हाथ में था, यह आरोप भी हो रहा है। बीते कुछ वर्षों में ब्रिटेन और जर्मनी में हुई कार्रवाई के दौरान भी हिज़बुल्लाह के आतंकियों से बड़ी मात्रा में अमोनियम नायट्रेट का भंड़ार बरामद किया गया था। तभी बेरूत में रखे अमोनियम नायट्रेट के भंड़ार का इस्तेमाल करके हिज़बुल्लाह इस्रायल पर हमला करने की तैयारी में थी, यह आरोप इस्रायली माध्यम कर रहे हैं। कुछ महीने पहले हिज़बुल्लाह ने ऐसी धमकी देने की याद भी इस्रायली माध्यम दिला रहे हैं। लेकिन, हिज़बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्ला ने बेरूत में रखे अमोनियम नायट्रेट का हमसे कोई संबंध ना होने का बयान किया है।

मिसाइलों से हमले

इसी बीच, बीते दो दिनों में बेरूत में राष्ट्राध्यक्ष एऑन और लेबनान स्थित ईरान समर्थक सरकार के विरोध में प्रदर्शन शुरू हुए हैं। शनिवार के दिन प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्राध्यक्ष एऑन और हिज़बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्ला के विरोध में प्रदर्शन करके सरकारी इमारतों पर कब्ज़ा करने का ऐलान किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने विदेश मंत्रालय पर कब्ज़ा करने के समाचार भी सामने आ रहे हैं। तभी लेबनान के विपक्षी दलों ने देश में माफिया की सत्ता होने का आरोप करके संसद में इस्तिफ़ा देना शुरू किया है। इस वजह से लेबनान में मध्यवर्ती चुनाव होने के आसार दिखाई देने लगे हैं और राष्ट्राध्यक्ष एऑन ने सेना को पकड़ मज़बूत करने के आदेश भी दिए हैं।

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