निर्देशांकों में रिकॉर्ड तोड़ गिरावट के बाद अमरिका के साथ साथ यूरोप और एशियाई शेअर बाजारों में बड़ी उलट पुलट

वॉशिंग्टन / लंडन/टोकियो: अमरिका का मध्यवर्ती बैंक ‘फेडरल रिज़र्व’ की तरफ से ब्याज दरों में अचानक बढ़ोत्तरी करने के बारे में दिए हुए संकेत और महंगाई में होने वाली बढ़ोत्तरी इस वजह से लगातार दूसरे दिन वैश्विक शेअर बाजार गिर गया है। पिछले हफ्ते से अमरिकी शेअर बाजारों में चल रही गिरावट के तीव्र परिणाम आशिया और यूरोपीय देशों में दिखाई दिए हैं और निवेशक साथ ही कंपनियों का अरबो डॉलर्स का नुकसान होने का अंदाजा विश्लेषकों ने व्यक्त किया है। इस गिरावट की वजह से पिछले कुछ महीने अंतर्राष्ट्रीय शेअर बाजार में आयी तेजी ख़त्म हुई है और उस के परिणाम वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी होने की संभावना जताई जा रही है।

अमरिका के फेडरल रिज़र्व ने पिछले वर्ष ब्याज दर १.२५ प्रतिशत तक बढाया था। उसके बाद पिछले साल भर से अमरिकी अर्थव्यवस्था में सकारात्मक घटनाक्रम शुरू हैं और रोजगार निर्माण की संख्या साथ ही कंपनियों की आमदनी में बढ़ी बढ़ोत्तरी दिखाई दी है। उसके परिणाम शेअर बाजारों में दिखाई दिए थे। पिछले महीने में ही, अमरिका के सबसे पुराने शेअर बाजार निर्देशांकों में से एक के तौर पर पहचाने जाने वाले ‘डो जोन्स निर्देशांकों’ ने २५ हजार अंश तक रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोत्तरी ली है। ‘डो जोन्स’ ने २५ हजार अंश का पड़ाव लांघने की यह पहली बारी है।

अर्थव्यवस्था के इस सकारात्मक बदलाव की पृष्ठभूमि पर ‘फ़ेडरल रिज़र्व’ से संबंधी सूत्रों ने नई बढ़ोत्तरी के संकेत दिए हैं। ‘फ़ेडरल रिज़र्व’ वर्तमान के ब्याज दरों में चार गुना मतलब तीन प्रतिशत से बढ़ोत्तरी करेगा, ऐसी संभावना जताई गई थी। ब्याज दर में इतनी बड़ी बढ़ोत्तरी के डर से शेअर बाजार में तीव्र प्रतिक्रिया उमटी है। पिछ्ले हफ्ते की आखिर में अमरिका का ‘डॉ जोन्स’ निर्देशांक ६६५ अंश से गिरा गया था।

सोमवार को शुरू हुए व्यवहारों में निवेशकों की ओर से चरम प्रतिक्रिया उमटी है और संभागों के शेयरों की बिक्री का मारा शुरू हुआ है। इस मार की वजह से ‘डो जोन्स निर्देशांक’ सिर्फ एक दिन में करीब ४.६ प्रतिशत से गिर गया। ‘डो जोन्स’ की यह गिरावट अगस्त २०११ के बाद की सबसे बड़ी गिरावट साबित हुई है। उसके परिणाम ‘एस एंड पी ५००’ और ‘नॅसडॅक’ शेअर बाजारों में भी दिखाई दिए। सोमवार को ‘एस एंड पी ५००’ लगभग ४.१ प्रतिशत से और ‘नॅसडॅक’ ३.७ प्रतिशत से गिर गया।

अमरिकी शेअर बाजारों में हुई गिरावट पर आशिया और यूरोप में तीव्र प्रतिक्रिया उमटी है। जापान का ‘निक्केई २२५’ करीब सात प्रतिशत से और हॉंगकॉंग का ‘हँग सेंग इंडेक्स’ पांच प्रतिशत से गिर गया। दक्षिण कोरे का शेअर बाजार ढाई प्रतिशत से और ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर के शेअर निर्देशांक मंगलवार को लगभग ३ प्रतिशत से गिर गए। भारतीय शेअर बाजार में भी निवेशकों को पांच लाख करोड़ रुपए से अधिक नुकसान उठाना पडा है, ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है।

यूरोप में लंडन,पॅरिस और फ्रँकफर्ट के शेअर निर्देशांक में तीन प्रतिशत से अधिक गिरावट हुई है, ऐसी बात सामने आई है।

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