रशिया का दबाव ठुकराकर यूरोप से नजदीकियां बढाएं अमरिका के उपराष्ट्राध्यक्ष की बाल्कन देशों को सलाह

मॉन्टेनेग्रो: रशिया बाल्कन देशों को अस्थिर बनाकर उनको यूरोप से तोड़ने की कोशिश कर रहा है, इसलिए इस दबाव को ठुकराकर यूरोप के साथ नजदीकियां बढ़ाने का मजबूत रवैया अपनाएं, ऐसा आवाहन अमरिका के उपाध्यक्ष माइक पेन्स ने किया है। उपराष्ट्राध्यक्ष पेन्स ने हाल ही में इस्टोनिया, जोर्जिया और मोंटेनेग्रो इन देशों का दौरा किया है। अमेरिका के उपराष्ट्राध्यक्ष का यह दौरा रशिया को ‘संकेत’ देने के लिए था, ऐसा दावा विश्लेषक कर रहे हैं।

रशिया का दबाव

अपने यूरोप दौरे के आखरी चरण में उपराष्ट्राध्यक्ष पेन्स ने मोंटेनेग्रो को भेंट दी। मोंटेनेग्रो ने कुछ ही महीने पहले रशिया का दबाव ठुकराकर नाटो का सदस्यत्व स्वीकारा था। उनकी इस कृति का अमरिका ने जोरदार समर्थन किया था। इस पृष्ठभूमि पर उपराष्ट्राध्यक्ष ने इस देश को दी हुई भेंट ध्यान आकर्षित करने वाली है।

‘रशिया बल का इस्तेमाल करके अन्तर्राष्ट्रीय सीमारेखाओं की पुनर्रचना करने की कोशिश कर रहा है। रशिया ने बाल्कन देशों को भी अस्थिर करने के लिए जोरदार गतिविधियाँ शुरू की हैं। रशिया इन देशों के लोकतंत्र को हिलाने की कोशिश कर रहा है। बाल्कन देशों में एक दूसरे में दूरियां बढ़ाने के साथ ही उनको यूरोप से अलग करने की गतिविधियाँ रशिया ने शुरू की हैं। लेकिन अमरिका इस प्रकार की कोई भी कोशिश सफल नहीं होने देने वाली,’ इन शब्दों में उपराष्ट्राध्यक्ष पेन्स ने रशिया को इशारा दिया है।

बाल्कन देशों को अपने भविष्य को बेहतर बनाना है, तो यूरोप के साथ नजदीकियां बढ़ाना यही एकमात्र पर्याय है और अमरिका इसमें सहयोग देगा, ऐसा पेन्स ने बयान दिया है। बाल्कन देश, यूरोप और अमरिका इन देशों के संबंध अधिकाधिक मजबूत करने के लिए अमरिका पहल करेगी, इस बात को भी स्पष्ट किया। पेन्स का यह दावा अमरिका इसके आगे यूरोपीय देशों में अपना हस्तक्षेप अधिक बढाने के संकेत देने वाला है।

अमरिका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने, रशिया की आक्रामक नीतियों को रोकने के लिए ‘यूरोपीयन रिएश्युरंस इनिशिएटिव’ की घोषणा की थी। इस नीति के अंतर्गत यूरोपीय देशों में अमरिका की सेना की तैनाती बढाई जा रही है। अमरिका ने इसके लिए करीब करीब चार अरब डॉलर्स तक का प्रावधान किया है, जिसमे सेना की तैनाती बढ़ाने के साथ यूरोपीय देशों को प्रगत मिसाइल यंत्रणा, लड़ाकू हवाई जहाज, टैंक और शस्त्रास्त्र आपूर्ति करने की योजनाओं का समावेश है।

कुछ दिनों पहले ही अमरिका के रक्षा मुख्यालय ‘पेंटागन’ और विदेश मंत्रालय ने युक्रेन को शस्त्रसज्ज करने की तयारी शुरू की है, ऐसी खबर सामने आई थी। अमरिका की ओर से युक्रेन को दिए जानेवाले हथियारों में टैंक भेदी मिसाइलों का समावेश होने की जानकारी, एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी थी। अमरिका युक्रेन को बचाव के लिए मददगार साबित होने वाले हथियारों की आपूर्ति कर रहा है, इसमें संहारक हथियारों का समावेश न होने की जानकारी संबंधित अधिकारी ने दी है, ऐसी जानकारी अमेरिकी मीडिया ने दी है।

अमरिका की ओर से यूरोपीय देशों में किए जा रहे हस्तक्षेपों पर रशिया ने इसके पहले ही तीव्र नाराजगी जताई है और पेन्स की घोषणाओं की वजह से रशिया की नाराजगी और बढ़ने की संभवना है।

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