लीबिया से आठ लाख शरणार्थी यूरोप में दाखिल होंगे – इटली के विदेशमंत्री की यूरोपीय महासंघ को चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तररोम – लीबिया में शुरू संघर्ष के भीषण परिणाम यूरोपीय महासंघ को भुगतने होंगे| इस संघर्ष की वजह से विस्थापित हुए करीबन आठ लाख शरणार्थी यूरोपीय देशों में दाखिल होंगे| यूरोपीय महासंघ ने शरणार्थियों के इतने बडे झुंड का सामना करने के लिए तैयार होना होगा, यह चेतावनी इटली के विदेशमंत्री ‘एन्सो मुआवेरो मिलानेजी’ ने दी है| पहले ही यूरोप पहुंचे शरणार्थियों के कारण बनी समस्या गंभीर बनी है और इस मुद्दे पर यूरोपीय महासंघ में कडे मतभेद बने है| ऐसी स्थिति में इटली के विदेशमंत्री ने दिया इशारा महासंघ के सामने नया संकट खडा हो रहा है, इसका एहसास दिला रहा है|

अफ्रीकी देश लीबिया में वर्तमान की सरकार और बागियों में कडा युद्ध शुरू है| यह युद्ध लीबिया की राजधानी त्रिपोली तक पहुंचा है| अमरिका और यूरोपीय देशों की मान्यता प्राप्त लीबिया की सरकार की सेना बगावत करनेवाले नेता जनरल खलिफा हफ्तार की सेना के साथ कडा युद्ध कर रही है| जनरल हफ्तार के पीछ रशिया और संयुक्त अरब अमीरात का समर्थन होने की बात कही जा रही है| इस वजह से लीबिया में काफी खूनखराबा हो रहा है| ऐसे में ४ अप्रैल से इस संघर्ष में अबतक २७८ लोगों की मौत हुई है और करीबन १,३०० से अधिक लोग जख्मी हुए है| राजधानी त्रिपोली अब युद्धभूमी में परिवर्तीत हुई है और इस युद्ध की वजह से भीषण मानवी आपत्ति गिरेगी, यह इशारा अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने दिया है|

लीबियन सरकार के पक्ष में अमरिका और यूरोपीय देश खडे है और इस सरकार को चुनौती दे रहे जनरल हफ्तार को रशिया और संयुक्त अरब अमीराती जैसे देश समर्थन दे रहे है| इसी लिए यह संघर्ष जल्दी शांत नही होगा और यह संघर्ष यदि और भी भडकता है तो लीबियन नागरिक सुरक्षा और पनाह पाने के लिए यूरोपीय देशों की ओर जाए बिना नही रुकेंगे, यह चिंता व्यक्त की जा रही है| ऐसे में लीबिय नागरिक जारी संघर्ष से बचने के लिए यूरोपीय देशों की ओर जाना शुरू होने की बात भी सामने आ रही है| इस पृष्ठभूमि पर इटली के विदेशमंत्री ‘एन्सो मुआवेरो मिलानेझी’ इन्होंने इस आपत्ति का सामना करने के लिए तैयार रहने का इशारा यूरोपीय महासंघ को दिया है| करीबन आठ लाख लीबियन शरणार्थी कभी भी यूरोपीय देशों में पहुंच सकते है, ऐसा मिलानेझी इन्होंने यूरोपीय महासंघ को भेजे पत्र में कहा है|

इसके पहले भी लीबियन शरणार्थी यूरोपीय देशों में दाखिल हुए थे| लेकिन, वर्तमान में शुरू कडे संघर्ष की वजह से यूरोप में दाखिल होनेवाले शरणार्थीयों की संख्या आठ लाख तक जा पहुंचेगी, इटली के विदेशमंत्री ने जताई चिंता महासंघ को जरा सकती है| अन्य अफ्रीकी देशों से शरणार्थियों के झुंड लीबिया पहुंचकर फिर यूरोपीय देशों में प्रवेश करने की कोशिश कर सकते है, यह दावा लीबिया के भूतपूर्व तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी ने किया था| इन शरणार्थियों को संभालने के लिए यूरोपीय महासंघ ने लीबिया को सालाना ४.१ अरब पाउंड की रकम नही दी तो लीबिया इन शरणार्थियों को खुला छोडेगी| और इन कृष्णवर्णियों के झुंड प्रवेश करने से यूरोप कृष्णवर्णिय बनेगा, ऐसी धमकी गद्दाफी ने उस समय दी थी|

लीबिया में शुरू गृहयुद्ध की वजह से यूरोपीय देशों पर फिर से शरणार्थियों का यह संकट बनता नए से सामने आ रहा है| इटली के विदेशमंत्री ने इस बारे में खतरे का इशारा देने के बाद शरणार्थियों का विरोध कर रहे महासंघ के सदस्य देशों से इस स्थिति पर कडी प्रतिक्रिया आने की उम्मीद है|

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