‘अंडरसी केबल’ परियोजना में चीन को स्थान मत देना – अमरीका की ‘पॅसिफिक आयलंड नेशन्स’ को चेतावनी

वॉशिंग्टन – पैसिफिक महासागर क्षेत्र की ‘अंडरसी इंटरनेट केबल’ परियोजना में चिनी कंपनियों को स्थान मत देना, ऐसी कड़ी चेतावनी अमरीका ने संबंधित देशों को दी। इस क्षेत्र के ‘आयलंड नेशन्स’ को जोड़नेवाली परियोजना के लिए चीन की ‘हुवेई मरिन’ इस कंपनी ने निविदा प्रस्तुत की है। इस परियोजना में अमरीका का प्रमुख रक्षा अड्डा होनेवाले ‘गुआम’ के नज़दीक के केबल नेटवर्क का भी इस्तेमाल होनेवाला होने के कारण, उसमें चीन के सहभाग के लिए अमरीका ने कड़ा विरोध दर्शाया है। अमरीका ने ‘आयलंड नेशन्स’ के दी चेतावनी पर चीन ने तीव्र नाराज़गी दर्शायी है।

undersea-cable-chinaपैसिफिक महासागर में ‘आयलंड नेशन्स’ के नाम से जाने जानेवाले ‘मायक्रोनेशिया’, ‘नाऊरु’ एवं ‘किरिबाती’ इन देशों में तेज़ इंटरनेट सेवा उपलब्ध हों, इसलिए ‘ईस्ट मायक्रोनेशियन अंडरसी केबल’ डाली जानेवाली है। तक़रीबन दो हज़ार किलोमीटर लंबाई की इस केबल परियोजना के लिए ७.२६ करोड़ डॉलर्स खर्च होनेवाले होकर, ‘वर्ल्ड बँक’ एवं ‘एशियन डेव्हलपमेंट बँक’ वित्तसहायता की आपूर्ति करनेवाले हैं। इस परियोजना के लिए जापान, फ्रान्स, फिनलंड तथा चीन की कंपनियों के लिए निविदा प्रस्तुत कीं हैं। चीन की ‘हुवेई मरिन’ इस कंपनी ने निविदा प्रस्तुत करते समय, अन्य कंपनियों से २० प्रतिशत कम खर्चे में परियोजना का निर्माण करने का दावा किया है।

undersea-cable-chinaपरियोजना में इस्तेमाल की जानेवाली ‘अंडरसी केबल’ यह, इससे पहले बनाये गए ‘एचएनएट्य्रु-१’ इस केबल नेटवर्क को जोड़ी जानेवाली है। ‘एचएनएट्य्रु-१’ केबल का इस्तेमाल अमरीका का पॅसिफिकस्थित प्रमुख रक्षाअड्डा होनेवाले ‘गुआम’ के लिए किया जाता है। इस कारण, गुआम के लिए इस्तेमाल किये जानेवाले केबल नेटवर्क को चिनी कंपनी का सहभाग होनेवाली केबल जोड़ने के लिए अमरीका ने ज़ोरदार विरोध किया है। नयी केबल के ज़रिये चीन, अमरिकी रक्षाअड्डे से जुड़ी संवेदनशील जानकारी चुरायेगा, ऐसा दावा अमरीका द्वारा किया जा रहा है।

इस वजह से, ‘ईस्ट मायक्रोनेशियन अंडरसी केबल’ परियोजना में चिनी कंपनी को स्थान मत देना, ऐसी स्पष्ट चेतावनी अमरीका ने दी है। कुछ महीने पहले अमरीका ने इस मामले में मायक्रोनेशिया सरकार को ‘डिप्लोमॅटिक नोट’ भेजकर चिनी कंपनी के सहभाग पर सख़्त ऐतराज़ जताया था। अमरीका के विरोध के बाद, परियोजना का भाग होनेवाले मायक्रोनेशिया एवं नाऊरु इन दो देशों ने चिनी कंपनी के सहभाग के बारे में पुनर्विचार करने के संकेत दिए। लेकिन किरिबाती इस ‘आयलंड नेशन’ ने चिनी कंपनी के लिए अनुकूल भूमिका अपनाई है। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका ने फिर एक बार इन देशों को चीन के बारे में कड़ी चेतावनी दी होने की बात सामने आयी है।

undersea-cable-chinaअमरीका के तुरन्त बाद तैवान ने भी पैसिफिक क्षेत्र की इस परियोजना में चीन के संभाव्य सहभाग पर नाराज़गी ज़ाहिर की। ‘अंडरसी केबल नेटवर्क’ का इस्तेमाल चीन अन्य देशों पर जासूसी करने के लिए तथा उनके पास की जानकारी चुराने के लिए करेगा, ऐसा आरोप तैवान के विदेश मंत्रालय ने किया है। अमरीका द्वारा ‘आयलंड नेशन्स’ पर डाले जानेवाले दबावों को लेकर चीन से तीव्र प्रतिक्रिया उठी है। अमरीका जानबूझकर चिनी कंपनियों की बदनामी करने की कोशिश कर रही है, ऐसा आरोप चीन के विदेश मंत्रालय द्वारा किया गया।

इससे पहले सन २०१८ में चीन ने पैसिफिक महासागर क्षेत्र में ‘पापुआ न्यू गिनी’ तथा ‘सॉलोमन आयलंड’ इन ‘आयलंड नेशन्स’ के बीच ‘अंडरसी केबल नेटवर्क’ का निर्माण करने की कोशिशें कीं थीं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने इस पूरी परियोजना के लिए वित्तसहायता की आपूर्ति कर चीन के ईरादे ध्वस्त कर दिये थे। ‘ईस्ट मायक्रोनेशियन अंडरसी केबल’ परियोजना में उसी की पुनरावृत्ती होने के संकेत मिल रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.