सन २०२३ में कच्चे तेल की कीमत फिर से १०० डॉलर्स तक उछलेगी – गोल्डमन सैक्स का दावा

वॉशिंग्टन – साल के अन्त तक कच्चे तेल की कीमत फिर से प्रति बैरल १०० डॉलर्स होगी, ऐसा दावा अमरीका की शीर्ष वित्तसंस्था गोल्डमन सैक्स ने किया है। चीन ने कोरोना संबंधी शिथिल की हुई नीति और विश्व में बढ़ रही मांग के कारण इसकी कीमत में उछाल आएगा, ऐसा गोल्डमन सैक्स ने अपनी रपट में कहा है। नए साल की शुरूआत से ही कच्चे तेल की कीमत ५ प्रतिशत से अधिक बढ़ी है और अब प्रतिबैरल ८४ डॉलर्स तक पहुँची है।

गोल्डमन सैक्सपिछले साल शुरू हुए रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर कच्चे तेल की कीमत १२० डॉलर्स तक पहुँची थी। तब, युद्ध थमने के बाद यही कीमत प्रति बैरल १५० से २०० डॉलर्स तक उछलेगी, यह अनुमान भी जताया गया था। रशिया पर लगाए गए प्रतिबंधों के बाद यह कीमत ३०० डॉलर्स तक बढेगी, ऐसी चेतावनी रशियन नेता और अधिकारियों ने दी थी। लेकिन, जी७ गुट और यूरोपिय देशों ने लगाए ‘प्राईस कैप’ के बाद कच्चे तेल की कीमतें गिरने लगी हैं। चीन में कोरोना का विस्पोट और अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल इस गिरावट का कारण बने थे।

लेकिन, साल २०२३ में चीन ने कोरोना के प्रतिबंध हटाए हैं और अर्थव्यवस्था और सामाजिक कारोबार सामान्य हो रहा है। साथ ही विश्व के अन्य हिस्सों में भी मांग बढ़ रही है। लेकिन, बढ़ती मांग की तुलना में कच्चे तेल का उत्पादन नहीं बढ़ा है और इसके भंड़ारण की क्षमता भी कम होने की चेतावनी सौदी अरब एवं अन्य देशों ने पहले ही दी थी। इसकी वजह से वर्तमान वर्ष के अन्त तक कच्चे तेल की कीमत बढ़ने की संभावना है और गोल्डमन सैक्स का दावा इसकी पुष्टि करता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.