देश २६/११ का हमला कभी नहीं भूलेगा – भारतीय नेताओं की पाकिस्तान को चेतावनी

गुरदासपुर/नई दिल्ली – राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेशमंत्री सुषमा स्वराज, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंग और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंग इन सभी ने भारत २६/११ का आतंकवादी हमला कभी नहीं भूलेगा, ऐसी चेतावनी दी है| मुंबई पर आतंकवादी हमले को १० वर्ष पूर्ण हो रहे हैं, पर आज भी उसकी जखम नहीं भरी है और उसका उन्हें जवाब देना होगा, ऐसा भारतीय नेताओं ने पाकिस्तान को सूचित किया है|

इस डरपोक हमले की निर्भत्सना करके देश यह हमला कभी भी नहीं भूलेगा, ऐसा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है| तथा करतारपुर कॉरिडोर के नींव निर्माण समारोह में बोलते हुए, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पाकिस्तान पर कड़ी आलोचना की है| अंतरराष्ट्रीय समुदाय आतंकवाद के विरोध में एकजुट हो और आतंकवादियों को आश्रय देने वाले देशों को बहिष्कृत करने का समय आया है, ऐसा वेंकैया नायडू ने कहा है| तथा इस कार्यक्रम में बोलते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंग ने मुंबई पर आतंकवादी हमलों में निरपराध जनता की जान लेना मतलब शौर्य ना होने की बात कहकर यह डरपोक हमला था, ऐसी कड़ी निंदा की है|

पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख जनरल बाजवा को कैप्टन अमरिंदर सिंग ने यह चेतावनी दी की, ‘मैंने भी सेना सेवा की है और एक सैनिक दूसरे सैनिक के मन में क्या है, वह जान सकता है|’ ऐसे डरपोक आतंकवादी हमले करना यह कौन से देश का लष्कर सिखाता है? यह पूछकर भारत के पास पाकिस्तान से अधिक बड़ा लष्कर है, इसकी याद कैप्टन अमरिंदर सिंग ने दिलाई है| पाकिस्तान लगातार ऐसे हमले करता रहेगा तो भारत को इसपर विचार करना होगा| भारत इसके विरोध में पूर्ण रूप से तैयार है, यह पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख ध्यान में रखें, ऐसी टिप्पणी पंजाब के मुख्यमंत्री ने लगाई हैं|

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने २६/११ के हमले में बलि गए लोगों के रिश्तेदारों को अभी तक न्याय की प्रतीक्षा करनी पड़ रही है, इसकी तरफ ध्यान केंद्रित किया है| भारत इन सभी को न्याय जरूर देगा और आतंकवाद विरोधी युद्ध जीतेगा, ऐसा विश्वास विदेश मंत्री स्वराज ने व्यक्त किया है| तथा विदेश मंत्रालय ने अधिकृत स्तर पर पाकिस्तान ने आतंकवाद के बारे में दोगली भूमिका छोड़ दे, ऐसी मांग की है| केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंग ने २६/११ के हमले में बलि नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पण करके आतंकवादियों का सामना करने वाले सुरक्षा दल के जवानों को एवं पुलिस को मानवंदना दी है|

मुंबई पर हुए इस हमले को १० वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और देशभर से पाकिस्तान के विरोध में तीव्र क्रोध व्यक्त किया जा रहा है| इस हमले के बाद भी पाकिस्तान ने अपनी आतंकवाद समर्थक धारणा नहीं छोड़ी है और इस देश से वैसी अपेक्षा भी नहीं की जा सकती, ऐसी कठोर प्रतिक्रिया देश से आ रही है| अबतक पाकिस्तान को अपने आतंकवादी कार्रवाइयों की बहुत बड़ी कीमत नहीं चुकानी पड़ी है| इसीलिए आनेवाले समय में भारत इस दिशा से अधिक आक्रामक कदम उठाएगा, ऐसी अपेक्षा देश के माध्यम, विश्लेषक एवं आम नागरिक व्यक्त कर रहे हैं|

करतारपुर कॉरिडोर की घोषणा करके पाकिस्तान भारत के साथ द्विपक्षीय चर्चा शुरू करने का प्रयास कर रहा है| आतंकवादी देश के तौर पर दुनिया में निर्माण हुई प्रतिमा सुधारने के लिए भारत के साथ चर्चा शुरू करना यह पाकिस्तान की आवश्यकता है| इसीलिए पाकिस्तान से भारत को लगातार चर्चा का प्रस्ताव दिया जा रहा है| पर भारत के साथ चर्चा के लिए आतंकवाद समर्थक धारणा छोड़ देने की पाकिस्तान की तैयारी नहीं है| तथा जम्मू कश्मीर के नियंत्रण रेखा पर भारत विरोधी आतंकवादी कार्रवाई रोकने में पाकिस्तान के लष्कर तैयार नहीं है| इसकी वजह से भारत चर्चा के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान संपन्न करें, उसके बाद ही द्विपक्षीय चर्चा संभव है, ऐसा पाकिस्तान को सूचित किया था|

पाकिस्तान की नई सरकार अमरिका एवं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से दबाव लाकर भारत को चर्चा के लिए तैयार करने का असफल प्रयत्न कर रही है| करतारपुर कॉरिडोर का उपयोग करके पाकिस्तान भारत पर राजनीतिक स्तर पर चर्चा के लिए दबाव डालने की तैयारी कर रहा था| उस समय पाकिस्तान के सीमाभाग में स्वतंत्र खालिस्तान की घोषणा करने वाले विद्रोही शक्ति सक्रिय होते दिखाई दे रहे हैं| पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंग ने पाकिस्तान के इस षडयंत्र का पर्दाफाश किया है| उन्होंने सीधे आरोप करने की वजह से करतारपुर कॉरिडोर की राजनीति करने वाले पाकिस्तान का पर्दाफाश हुआ है| करतारपुर कॉरिडोर के समारोह की वजह से २६/११ हमले के १०वे स्मरण दिन की तरफ नजर अंदाज होगा, यह पाकिस्तान का अंदाजा पूर्ण रूप से गलत ठहरा है| इस कॉरिडोर के नींव-निर्माण समारोह में पाकिस्तान पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू एवं कैप्टन अमरिंदर सिंग कड़ी निंदा करते दिखाई दिए|

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